Anchor Hook Manufacturing Business Plan in Hindi, की यदि हम बात करें तो इसे हम एक उपकरण भी कह सकते हैं जिसका इस्तेमाल वस्तु या सामान को टांगने या होल्ड करने के लिए किया जाता है । बिना एंकर के किसी भी ढाँचे को सुरक्षित रूप से एक साथ नहीं आयोजित किया जा सकता है इसलिए सही एंकर हुक का चुनाव करने से पहले उस ढांचे का सही से आकलन कर देना अत्यंत आवश्यक होता है। कंस्ट्रक्शन के दौरान इस्तेमाल में लाये जाने वाले आधारभूत सामग्री के आधार पर एंकर फ़ास्टनर का इस्तेमाल भिन्न भिन्न हो सकता है। जैसे यदि आधरभूत सामग्री ड्राईवेल है तो एंकर फ़ास्टनर का इस्तेमाल जुड़े हुए दीवारों एवं छत को कवर करने के लिए किया जाता है, और यह दोनों व्यवसायिक एवं आवसीय कंस्ट्रक्शन के कार्यों में किया जाता है। फ़ास्टनर टेक्नोलॉजी में टेक्नोलॉजी प्रगति एंकर फ़ास्टनर की मांग को और बढ़ावा देने में सहायक हो सकती है। जहाँ तक बात Anchor hook की है इसका इस्तेमाल किसी अन्य वस्तु से जुड़ने, पकड़ने, या इससे किसी वस्तु को जोड़ने के लिए किया जाता है। आम एंकर हुक की यदि हम बात करें तो इसका एक सिरा नुकीला होता है ताकि वह किसी अन्य वस्तु या दीवार में आसानी से घुस सके और इसका दूसरा किनारा घुमावदार या इंडेंटेड होता है ताकि इस हुक में किसी वस्तु को लटकाया जा सके या इससे किसी अन्य वस्तु को आसानी से जोड़ा जा सके। इसलिए एंकर दैनिक जीवन में इस्तेमाल में लाया जाने वाला एक प्रमुख उपकरण है। एक घर की यदि हम बात करें तो Anchor Hook का इस्तेमाल कई उद्देश्यों के लिए किया जाता है इनमें तौलिया टांगने, बाथरूम में कपड़े इत्यादि टांगने, छत का पंखा इत्यादि लटकाने, दीवारों में कई तरह की वस्तुओं को लटकाने एवं जुड़नार के तौर पर इस्तेमाल में लाया जाना प्रमुख हैं। इस तरह के ये हुक इनकी आवश्यकता के अनुरूप धातु, लकड़ी या प्लास्टिक से बनाये जा सकते हैं इनका टिकाऊपन बढ़ाने के लिए इन्हें जिंक और मेटल से कोट भी किया जाता है।
उपयोग एवं अनुप्रयोग (Uses and Application of Anchor Hook)
एंकर की आवश्यकता किसी बल को दो दिशाओं में बहने से रोकने के लिए होती है पुल आउट बल की यदि हम बात करें तो ये वे बल हैं जो फ़ास्टनर की धुरी की दिशा में कार्य करते हैं। जबकि शियर बल वे बल हैं जो फ़ास्टनर के अक्ष की धुरी पर समकोण कार्य करते हैं। एक Anchor Hook एक ऐसा उपकरण होता है जिसे धातु या अन्य सामग्री का इस्तेमाल करके उचित लम्बाई में बनाया जाता है और इसका एक हिस्सा या दोनों हिस्से घुमावदार इंडेंटेड हो सकते हैं या फिर एक हिस्सा नुकीला भी हो सकता है।
यह इस बात पर निर्भर करता है की इसे किस विशेष उद्देश्य की आपूर्ति के लिए बनाया जा रहा है लेकिन आम तौर पर इसे बनाने का उद्देश्य किसी चीज को इससे संलग्न करने, कनेक्ट करने, टांगने, जोड़ने इत्यादि का हो सकता है। एक Anchor Hook हस्तचालित टूल है जिसका उपयोग भार को सुरक्षित और गतिशील बनाने के लिए किया जाता है ।
बिक्री की संभावना
Anchor hook की यदि हम बिक्री की बात करें तो जैसा की हम सब अच्छी तरह से जानते हैं की दुनिया भर में जनसँख्या बड़ी तीव्र गति से बढ़ रही है। और जनसँख्या बढ़ने के साथ लोगों को रहने के लिए घरों, कार्यालयों इत्यादि की भी आवश्यकता हो रही है, और इसी कारण एंकर हुक की मांग भी लगातार बढती जा रही है। वैसे देखा जाय तो हुक एक बेहद छोटा घरेलू उपकरण है जिसका इस्तेमाल दीवारों एवं छतों पर विभिन्न कार्यों को निबटाने हेतु किया जाता है, लेकिन वर्तमान में लोगों को अपना घर अधिक सजावटी एवं सुन्दर दिखाने की बड़ी चिंता रहती है जिसके कारण वे घरों की दीवारों इत्यादि पर हुक का इस्तेमाल करते हैं।
सामग्री के आधार पर इस प्रकार के हुक को लकड़ी, धातु एवं प्लास्टिक के हुक में बांटा जा सकता है। इसके अलावा माऊन्टिंग के आधार पर इन्हें सीलिंग माउंटेड हुक और वाल माउंटेड हुक में विभाजित किया जा सकता है। और डिस्ट्रीब्यूशन के आधार पर हुक के इस बाजार को ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दो भागों में बांटा जा सकता है। अपने देश भारत में जनसँख्या वृद्धि के साथ घरों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है और घरों की संख्या में वृद्धि के साथ Anchor Hook की मांग भी तेजी से बढ़ रही है।
एंकर हुक निर्माण बिजनेस कैसे शुरू करें (How to Start Anchor Hook Manufacturing Business):
जैसा की हम बता चुके हैं की Anchor Hook घरों इत्यादि में इस्तेमाल में लाया जाने वाला एक दैनिक उपकरण है। इसलिए बढती घरों की संख्या के चलते इसकी मांग लगभग हर क्षेत्र में व्याप्त है। यद्यपि इस तरह के व्यवसाय को शुरू करने के लिए भी उद्यमी को न सिर्फ वित्त का प्रबंध करने की आवश्यकता होती है, बल्कि जमीन, लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन, मशीनरी कच्चा माल, श्रमिक इत्यादि सभी का प्रबंध करने की आवश्यकता होती है। इसलिए आगे इस लेख में हम एंकर हुक बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें के बारे में स्टेप बाई स्टेप जानकारी देने का प्रयत्न कर रहे हैं।
1. जमीन एवं बिल्डिंग का प्रबंध करें
Anchor hook Manufacturing के लिए उद्यमी को अनेकों तरह के औद्योगिक सेटअप जैसे इन्वेंट्री के लिए जगह, विनिर्माण क्षेत्र के लिए जगह, बिजली आपूर्ति उपयोगिताओं के लिए स्थान, जनरेटर इत्यादि के लिए जगह की आवश्यकता होती है। इन सबके अलावा उद्यमी को इस औद्योगिक परिसर में ही एक छोटा सा ऑफिस भी स्थापित करने की आवश्यकता हो सकती है। इस तरह से उद्यमी को इस व्यवसाय के लिए लगभग 700-900 वर्गफीट जगह की आवश्यकता हो सकती है। उद्यमी इसके लिए किसी भी गैर कृषि भूमि में जगह ले सकता है लेकिन बशर्ते वहां पर सड़क, बिजली, पानी एवं श्रमिकों की उपलब्धता आसान हो।
उद्यमी चाहे तो बनी बनाई बिल्डिंग भी किराये पर ले सकता है लेकिन ध्यान रहे जमीन या बिल्डिंग किराये पर लेते वक्त उसका रेंट या लीज एग्रीमेंट अवश्य बनवा लें। क्योंकि यह एक ऐसा दस्तावेज होगा, जिसमें किराये इत्यादि बढ़ने से सम्बंधित शर्ते इत्यादि लिखित रूप में होंगी। इसके अलावा इस दस्तावेज को पता प्रमाण के तौर पर भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
2. लाइसेंस एवं पंजीकरण (Registration for Anchor Hook Manufacturing Business):
Anchor Hook Manufacturing Business शुरू करने के लिए उद्यमी को अपने व्यवसाय को वैधानिक स्वरूप प्रदान करने के लिए विभिन्न बिजनेस एंटिटी में से किसी एक के तहत रजिस्टर कराने की आवश्यकता हो सकती है। उद्यमी चाहे तो शुरूआती दौर में प्रोप्राइटरशिप या फिर वन पर्सन कंपनी के तहत अपने व्यवसाय को रजिस्टर कर सकता है। इसके अलावा उद्यमी को जीएसटी रजिस्ट्रेशन करने की भी आवश्यकता होती है और फैक्ट्री रजिस्ट्रेशन या ट्रेड लाइसेंस के लिए उद्यमी स्थानीय प्राधिकरण से संपर्क कर सकता है।
अपने व्यवसाय को एमएसएमई के तौर पर पहचान दिलाने एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं का एमएसएमई के तौर पर फायदा उठाने के लिए उद्यमी चाहे तो अपने व्यवसाय को उद्यम रजिस्ट्रेशन एवं एमएसएमई डाटा बैंक में भी रजिस्टर कर सकता है। इन सबके अलावा उद्यमी को व्यवसाय के नाम से पैन कार्ड एवं बैंक में करंट अकाउंट खोलने की भी आवश्यकता हो सकती है।
3. मशीनरी एवं कच्चा माल खरीदें
मशीनरी एवं कच्चे माल की खरीदारी करने से पहले उद्यमी को विभिन्न मशीनरी सप्लायर से कोटेशन मंगा लेनी चाहिए। और फिर इनका तुलनात्मक विश्लेषण करने के पश्चात ही किसी बेस्ट सप्लायर का चुनाव करना उचित रहता है। यह प्रक्रिया सिर्फ मशीनरी की खरीदारी से पहले नहीं बल्कि कच्चे माल की खरीदारी करने से पहले भी अपनाई जानी चाहिए। Anchor Hook Manufacturing Business शुरू करने के लिए निम्नलिखित मशीनरी इस्तेमाल में लायी जा सकती है।
- हैवी हाइड्रोलीक प्रेस
- एलेक्ट्रोप्लेटिंग प्लांट
- भिन्न भिन्न डाई
इस व्यवसाय में प्रयुक्त होने वाली कच्चे माल की लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।
- माइल्ड मेटल शीट
- स्टील वायर
- लुब्रिकेंट आयल
- बोल्ट
- केमिकल जैसे जिंक इत्यादि
4. कर्मचारियों की नियुक्ति करें
Anchor Hook Manufacturing व्यवसाय शुरू करने के लिए उद्यमी को इकाई में विभिन्न कार्यों को निष्पादित करने के लिए भिन्न भिन्न योग्यता रखने वाले कर्मचारियों को नियुक्त करने की आवश्यकता हो सकती है। उपर्युक्त मशीन से हुक का उत्पादन करने के लिए उद्यमी को कुशल मशीन ऑपरेटर की आवश्यकता होती है और हुक का निर्माण गुणवत्ता मानकों के अनुरूप हो रहा है या नहीं, इसके लिए उद्यमी को क्वालिटी इंजिनियर नियुक्त करने की भी आवश्यकता हो सकती है। इकाई में सामग्री को एक स्थान से दुसरे स्थान पर पहुँचाने की भी आवश्यकता हो सकती है इसलिए उद्यमी को कुछ अकुशल श्रमिकों को भी काम पर रखने की आवश्यकता होती है।
और ऑफिस के रिकॉर्ड एवं दस्तावेजों को प्रॉपर ढंग से बनाये रखने के लिए ऑफिस का कार्यभार सँभालने के लिए कुशल एवं योग्य कर्मचारी नियुक्त करने की भी आवश्यकता होती है। कुल मिलाकर देखा जाय तो Anchor Hook Manufacturing Business शुरू करने के लिए 6-7 कर्मचारियों को नियुक्त करने की आवश्यकता हो सकती है ।
5. निर्माण कार्य शुरू करें (Start Anchor Hook Manufacturing Process):
Anchor Hook Manufacturing Process शुरू करने से पहले कच्चे माल की उपलब्धता की पुष्टि की जाती है और उसके बाद स्टोर से आवश्यक कच्चा माल निकालकर निर्माण कार्य शुरू किया जाता है। मेटल शीट को हाइड्रोलिक प्रेस के माध्यम से वांछित आकार में काटा जाता है मेटल शीट काटने के बाद इसे लीफ स्ट्रक्चर में बदल दिया जाता है और इस पर जिंक की कोटिंग की जाती है। और जस्ते की कोटिंग के बाद इसको तोला जाता है और असेंबली सेक्शन में भेज दिया जाता है इस असेंबली सेक्शन में लीफ स्ट्रक्चर के साथ बोल्ट को जोड़ दिया जाता है। इस प्रकार से यह उत्पाद बिक्री के लिए तैयार हो जाता है।
प्रश्नोत्तर (FAQ On Anchor Hook Manufacturing)
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प्रश्न : इस व्यवसाय को शुरू करने में लगने वाले कच्चे माल की औसतन प्रति किलो लागत क्या होगी?
उत्तर: एक आंकड़े के मुताबिक औसतन कच्चे माल की प्रति किलो कीमत 72-77 रूपये किलो हो सकती है। क्योंकि कोई कच्चा माल ऐसा भी है जो 20-22 रूपये मिल जायेगा तो कोई कच्चा माल ऐसा है जो 110-120 रूपये किलो भी मिल सकता है इसलिए यहाँ पर प्रति किलो कीमत औसतन दी गई है।
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प्रश्न 2: मशीनरी के लिए कितने पॉवर कन्जम्पशन की आवश्यकता होगी?
उत्तर: Anchor Hook Manufacturing Business में इस्तेमाल में लायी जाने वाली मशीनरी की पॉवर कन्जम्पशन लगभग 20hp तक हो सकती है।
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प्रश्न : इस तरह का व्यवसाय शुरू करने के लिए किन किन प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ेगा और इनमें कितना समय लग सकता है?
उत्तर :
भूमि अधिग्रहण में एक दो महीने लग सकते हैं।
मशीनरी की खरीदारी और इंस्टालेशन में भी एक दो महीनों का समय लग सकता है।
वित्त का प्रबंध करने में भी 1.5 से ढाई महीने तक का समय लग सकता है।
आवश्यक मैनपावर की नियुक्ति में एक महीने का समय लग सकता है।
कमर्शियल ट्रायल रन करने में एक महीने का समय लग सकता है । -
प्रश्न : क्या इस प्रोजेक्ट के लिए मुझे बैंक से ऋण मिलेगा?
उत्तर: यह उद्यमी या उसके व्यवसाय की क्रेडिट प्रोफाइल पर और अन्य कई कारकों पर निर्भर करेगा इसके लिए आपको बैंक की किसी शाखा में जाकर संपर्क करने की आवश्यकता होती है।
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