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Rakhi Bandhan Festival Celebrate kaise kare?

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आज राखी है. आज के दिन बहनें अपने भाईयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. उनकी आरती उतारती हैं और अपनी सुरक्षा का वचन लेती हैं. प्रेमी-प्रेमिकाओं, पति-पत्नी आदि के लिए तो साल में कई दिन आते हैं सेलिब्रेट करने के. लेकिन भाई-बहन का एक ही त्योहार है. यही वजह है कि राखी के दिन बहनें अपने भाईयों के लिए व्रत रखती हैं और उनके लिए खूब सारी तैयारियां करती हैं. रंग-बिरंगी राखियों के चुनाव से लेकर घर के सजावट तक वो एक भी कसर नहीं छोड़तीं. राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 11:04 से दोपहर 01:50 तक है.

राखी की थाली एक प्रकार की पूजा थाली भी होती है, जिससे भाई की आरती उतारी जाती है और टीका किया जाता है. राखी की थाली को बहुत शुभ माना जाता है. इसलिए राखी के लिए हमेशा नई थाली का ही प्रयोग करना चाहिए. अगर घर में नई थाली नहीं है तो पुरानी मगर साफ-सुथरी थाली का इस्तेमाल कर सकते हैं.

 

 

 

 

 

 

 

 

इस पर्व को मनाते समय कोई भूल-चूक न हो, उसके लिए हमें सावधानी रखनी चाहिए. आइए जानते हैं रक्षा बंधन की पूजा की थाली में हम क्या-क्या सामग्री रखें.

1. भाई को बांधने के लिए राखी .

2. तिलक करने के लिए कुमकुम और अक्षत. ध्यान रहे कि चावल साबुत हो, टूटा हुआ न हो.

3. नारियल

4. मिठाई

5. सिर पर रखने के लिए छोटा सा रुमाल या टोपी भी चलेगा.

6. इसके अलावा भाई को अपनी तरफ से कोई गिफ्ट या उपहार या नगदी देना चाहे तो वो रख सकती हैं.

7. आरती उतारने के लिए दीपक.

8. थोड़ी सी दही. रोली और अक्षत के साथ थोड़ी सी दही भी तिलक के साथ लगाएं.

 

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भाई की कलाई पर Rakhi राखी बाँधने का सिलसिला बहुत पुराना है | Raksha Bandhan रक्षाबंधन का इतिहास सिन्धु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ है | वह भी तब आर्य समाज में सभ्यता की रचना की शुरुवात मात्र हुयी थी | Raksha Bandhan रक्षाबंधन पर्व पर जहा बहनों को भाइयो की कलाई में रक्षा का धागा बाँधने का बेसब्री से इंतजार रहता है वही दूर दराज बसे भाइयोWhat is the Difference between CT Scan & MRI सीटी स्कैन and एमआरआई में क्या अंतर है को भी इसी बात का इंतजार रहता है कि उनकी बहना उन्हें राखी Rakhiभेजे |

 

 

 

 

 

 

 

उन भाइयो को निराश होने की जरूरत नही है जिनकी अपनी सगी बहन नही है क्योंकि मुहबोली बहनों से Rakhi राखी बाँधने की परम्परा काफी पुरानी है | असल में Raksha Bandhan रक्षा बंधन की परम्परा उन बहनों ने डाली थी जो सगी नही थी | भले ही उन बहनों ने अपने संरक्षण के लिए ही इस पर्व की शुरुवात क्यों ना की हो लेकिन उसकी बदौलत आज भी इस त्यौहार की मान्यता बरकरार है | आइये आज हम आपको रक्षाबंधन से जुड़े पौराणिक रिश्ते की कहानिया आपको बताते है |

 

01 देवराज इंद्र और शाची की कथाNaturally Whiten Your Teeth at Home दांत साफ करने और दांतों का पीलापन दूर करने के घरेलू उपाय

Indra Vajra

एक समय देवताओ के राजा इंद्र अपने शत्रु वृतासुर से पराजित हो गये थे | तब वह देवो के गुरु बृहस्पती के पास गये | तब देवगुरु बृहस्पती की सलाह से विजय प्रप्ति के लिए इंद्र की पत्नी देवी सची ने इंद्र को राखी Rakhi बांधी और तब इन्द्र व्रज के निर्माण के लिए ऋषि दधिची की अस्थिया लेने गये |इंद्र ने उनसे उनकी अस्थिया प्राप्त करके वज्र नामक शस्त्र बनाया | फिर वृतासुर पर आक्रमण करके उसे हराया और अपना स्वर्ग का राज्य पुन: प्राप्त किया |

 

 

 

 

 

02 संतोषी माता और भगवान गणेशKaise Chune Best Facial Apni Skin ke liye MAN & WOMAN

The birth of Santoshi Maa

माता संतोषी के अवतार की कथा में यह कहा जाता है कि एक समय की बात है राखी के त्यौहार पर भगवान गणेश की बहन ने गणेश को राखी बांधी परन्तु भगवान गणेश के दोनों पुत्रो शुभ और लाभ को कोई राखी बाँधने वाला नही था क्योंकि उनकी कोई बहन नही था | इस बात पत शुभ और लाभ बहुत निराश हुए | तब दोनों ने भगवान गणेश और माता रिद्धि-सिद्धि से एक बहन के लिए बहुत प्रार्थना की | भगवान गणेश ने दोनों पुत्रो शुभ और लाभ की प्रार्थना स्वीकार की | तब माता रिद्धि-सिद्धि द्वारा दैवीय ज्योति से संतोषी माता का अवतार हुआ | तब संतोषी अमता ने शुभ और लाभ को राखी Rakhi बांधी |

 

 

 

 

 

 

03 कृष्ण और द्रौपदी  Krishna and DraupadiHow To Plan Foror Feign Education To Your Kids अपने बच्चों को शिक्षा देने के लिए योजना कैसे बनाएं

rakhi-krishna-draupadiकहा जाता है कि शिशुपाल का वध करते समय कृष्ण के हाथ में लगी चोट पर द्रौपदी ने अपनी साड़ी फाडकर उन्हें पट्टी बांधी थी | यह श्रावण मास की पूर्णिमा का दिन था | कृष्ण ने इस उपहार का बदला द्रौपदी की चीरहरण के समय साडी को बढ़ाकर चुकाया था | रक्षा के वचन के रूप में ही इस त्यौहार को मनाया जाता है |

 

04 देवी लक्ष्मी और राजा बलि Goddess Laxmi and King Bali

Goddess Laxmi and King Baliएक पौराणिक कथा के अनुसार ऐसा माना जाता है कि दैत्यों के राजा बलि भगवान विष्णु के अनन्य भक्त था | भगवान विष्णु राजा बलि से इतने प्रसन्न थे कि कि एक बार वह बैकुंठ धाम छोडकर राजा बलि की साम्राज्य की रक्षा के कार्य में लग गये | माता लक्ष्मी बैकुंठ धाम में अकेली रहे गयी | जब भगवान विष्णु बहुत समय तक वापस बैकुंठ धाम को नही लौटे तब माता लक्ष्मी ने साधारण स्त्री का रूप धारण किया और राजा बलि के यहाँ पहुच गये | वहा माता लक्ष्मी ने अपने आपको निराश्रित महिला बताया जो अपने पति से बिछुड़ गयी है और पति के मिलने तक राजा की शरण में रहना चाहती है  | इस प्रकार लक्ष्मी ने बलि के यहाँ आश्रय पा लिया |

 

 

 

 

 

तत्पश्चात श्रावण मास की पूर्णिमा को माता लक्ष्मी ने राजा बलि की कलाई पर रक्षा सूत्र बाँधा और राजा बलि से रक्षा का वचन लिया |तब बलि ने माता लक्ष्मी से सारा सच जानना चाहा तो माता लक्ष्मी ने सब बात बलि को सच सच बता दी |राजा बलि ने माता लक्ष्मी की सारी बात सुनकर उनके प्रति अपना सम्मान प्रकट किया और भगवान विष्णु से माता लक्ष्मी के साथ बैकुंठ धाम लौटने की प्रार्थना की | ऐसा कहा जाता है कि तब से ही रक्षाबंधन के दिन Rakhi राखी बंधवाने के लिए बहन को भाई द्वारा अपने घर आमत्रित करने की प्रथा चल पड़ी है |

 

05 रानी कर्णावती और हुमायु Rani Karmawati and Humanyu

Rani Karmawati and HumanyuRakhi राखी से संबधित राजस्थान अंचल की यह बहुत प्रसिद्ध कहानी है | जब बहादुर शाह जफर ने राजस्थान के चित्तोड़ पर आक्रमण किया तो विधवा रानी कर्णावती ने देखा कि वह स्वयं को तथा अपने राज्य को बहादुर शाह से बचा पाने में सक्षम नही है |तब कर्णावती ने हुमायु को राखी भेजकर अपनी रक्षा की प्रार्थना की | हुमांयू ने उसकी राखी को पूरा सम्मान दिया और पप्रण किया कि वह राखी की लाज रखेगा |अपना प्रण निभाने के लिए हुमायु एक विशाल सेना लेकर तुरंत चित्तोड़ के लिए निकल पड़ा परन्तु जब वह चित्तोड़ पहुचा तब तक बहुत देर हो चुकी थी |

 

 

 

 

 

 

बहादुर शाह चित्तोड़ पर कब्जा कर चूका था | राजस्थान के इतिहास में 8 मार्च 1535 को वह दिन हमेशा घाव के रूप में रिसता है जब रानी कर्णावती ने बहुत सी महिलाओं सहित जौहर किया | तब राखी की लाज रखते हुए हुमायु ने चित्तोड़ का राज कर्णावती के पुत्र विक्रमजीत सिंह को सौंप दिया |रानी कर्णावती और हुमायु की इस राखी की पवित्रता को राजस्थान की मिटटी कभी नही भुला सकेगी | रानी कर्णावती और हुमायु के इस पवित्र रिश्ते और राखी के महत्व को राजस्थान के अनेक कथाकारों और कवियों ने अपनी वाणी देकर अमर कर दिया |

 

06 रोक्साना और पोरस Roxana and King Porus

Roxana and King Porusकहा जाता है कि सिकन्दर महान की पत्नी रोक्साना ने पति के सबसे बड़े शत्रु पोरस को राखी बांधी थी और उपहार में वचन लिया था कि युद्ध में वह उसके पति को ना मारे | पोरस ने युद्ध में सिकन्दर का मुकाबला किया मगर हाथ में बंधी राखी और बहन को दिए वचन के सम्मान में उसने सिकन्दर को जीवन दान दिया | यह देखकर सिकन्दर को भी उसके सम्मान में झुकना पड़ा था |

 

तो मित्रो इस प्रकार अज आपने Rakhi राखी के पौराणिक महत्व के बारे में भी जानना जिसके बारे में जानना बहुत जरुरी था | मित्रो आपको हमारा ये लेख पसंद आया तो राखी Rakhi के शुभ अवसर पर अपने विचार प्रकट करना ना भूले |

 

श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाता है. शास्त्रों के अनुसार भद्रा समय में श्रावणी और फाल्गुनी दोनों ही नक्षत्र समय अवधि में राखी बांधने का कार्य करना वर्जित होता है. एक मान्यता के अनुसार श्रावण नक्षत्र में राजा ओर फाल्गुणी नक्षत्र में राखी बांधने से प्रजा का अनिष्ट होता है. यही कारण है कि राखी बांधते समय, समय की शुभता का विशेष रुप से ध्यान रखा जाता है.

 

 

 

 

 

इस वर्ष 2019 में रक्षा बंधन का त्यौहार 15 अगस्त, को मनाया जाएगा. पूर्णिमा तिथि का आरम्भ 14 अगस्त 2019 को 13:46 से आरंभ होगा और 15 अगस्त 17:59 तक व्याप्त रहेगी. 14 अगस्त को भद्रा व्याप्त रहेगी. 15 अगस्त के दिन भद्रा मुक्त समय होने से रक्षाबंधन संपन्न किया जाएगा. यदि भद्रा काल में यह कार्य करना हो तो भद्रा मुख को त्यागकर भद्रा पुच्छ काल में इसे करना चाहिए. 15 अगस्त को रक्षाबंधन अनुष्ठान का समय- 05:59 से 17:59 और शुभ मुहूर्त- 13:44 से 16:22 तक रहेगा.

 

राखी बांधने की तैयारी कैसे करें?
Preparation for tying Rakhi Thread

इस दिन बहने प्रात: काल में स्नानादि से निवृ्त होकर, कई प्रकार के पकवान बनाती है. इसके बाद पूजा की थाली सजाई जाती है. थाली में राखी के साथ कुमकुम रोली, हल्दी, चावल, दीपक, अगरबती, मिठाई और कुछ पैसे भी रखे जाते है. भाई को बिठाने के लिये उपयुक्त स्थान का चयन किया जाता है.

 

सर्वप्रथम अपने ईष्ट देव की पूजा की जाती है. भाई को चयनित स्थान पर बिठाया जाता है. इसके बाद कुमकुम हल्दी से भाई का टीका करके चावल का टीका लगाया जाता है. अक्षत सिर पर छिडके जाते है. आरती उतारी जाती है. और भाई की दाहिनी कलाई पर राखी बांधी जाती है. पैसे उसके सिर से उतारकर, गरीबों में बांट दिये जाते है.

 

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रक्षा बंधन पर बहने अपने भाईयों को राखी बांधने के बाद ही भोजन ग्रहण करती है. भारत के अन्य त्यौहारों की तरह इस त्यौहार पर भी उपहार और पकवान अपना विशेष महत्व रखते है. इस पर्व पर भोजन प्राय: दोपहर के बाद ही किया जाता है. इस समय बहने अपने दुर दूर के ससुरालों से लम्बा सफर तय कर, राखी बांधने के लिये अपने मायके अपने भाईयों के पास आती है. इस दिन पुरोहित तथा आचार्य सुबह सुबह अपने यजमानों के घर पहुंचकर उन्हें राखी बांधते है, और बदले में धन वस्त्र, दक्षिणा स्वीकार करते है.

 

रक्षा बंधन मंत्र
Mantra Of Rakshabandhan

राखी बांधते समय बहनें निम्न मंत्र का उच्चारण करें, इससे भाईयों की आयु में वृ्द्धि होती है.

 

येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल: I तेन त्वांमनुबध्नामि, रक्षे मा चल मा चल II

राखी बांधते समय उपरोक्त मंत्र का उच्चारण करना विशेष शुभ माना जाता है. इस मंत्र में कहा गया है कि जिस रक्षा डोर से महान शक्तिशाली दानव के राजा बलि को बांधा गया था, उसी रक्षाबंधन से में तुम्हें बांधती हूं यह डोर तुम्हारी रक्षा करेगी.

 

रक्षा बंधन पर ध्यान देने योग्य बातें
Things to be kept in mind During Raksha Bandhan

रक्षा बंधन का पर्व जिस व्यक्ति को मनाना है, उसे उस दिन प्रात: काल में स्नान आदि कार्यों से निवृ्त होकर, शुद्ध वस्त्र धारण करने चाहिए. इसके बाद अपने इष्ट देव की पूजा करने के बाद राखी की भी पूजा करें साथ ही पितृरों को याद करें व अपने बडों का आशिर्वाद ग्रहण करें.

 

राखी के रुप में किसी रंगीन सूत की डोर को लिया जा सकता है. डोरी रेशम की भी हो सकती है. डोरी में सुवर्ण, केसर, चन्दन, अक्षत और दूर्वा रख कर इसकी पूजा करें, पूजा करते समय जितने भी समय के लिये पूजा की जा रही है, उतने समय में व्यक्ति को अपना ध्यान केवल पूजा में ही लगाना चाहिए.

 

डोरी की पूजा करने के बाद, अपने भाई को तिलक करते हुए, रोली, कुमकुम से टीका करें, तथा टीका करते हुए अक्षत का प्रयोग करना चाहिए. राखी दांहिने हाथ में बांधी जाती है.

 

 

 

 

 

 

रक्षा बंधन के दिन बनाये जाने वाले पकवान<
Recieps in Rakshabandhan

भारत में कोई भी पर्व बिना पकवानों के सम्पन्न नहीं होता है. प्रत्येक पर्व के लिये कुछ खास पकवान बनाये जाते है. जैसे रक्षा बंधन पर विशेष रुप से घेवर, शकरपारे, नमकपारे आदि बनाये जाते है. श्रावण मास के मुख्य मिष्ठान के रुप में घेवर को प्रयोग किया जाता है.

 

यह मिष्ठान पूरे उतरी भारत में माह भर खाया जाता है. इसके अतिरिक्त इस दिन एक घुघनी नामक व्यंजन बनाया जाता है, इसे पूरी और दही के साथ खाया जाता है. हलवा, खीर और पूरी भी इस पर्व के प्रसिद्ध पकवान है.

About Raksha Bandhan (Rakhi)

Gifts ideas for Raksha Bandhan

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  • Set of Rakhi for Bhaiya Bhabhi

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The bonding between a brother and a sister is simply unique and is beyond description in words. The relationship between siblings is extraordinary and is given importance in every part of the world. However, when it comes to India, the relationship becomes all the more important as there is a festival called “Raksha Bandhan” dedicated for the sibling love.

 

 

 

 

This is a special Hindu festival which is celebrated in India and countries like Nepal to symbolize the love between a brother and a sister. The occasion of Raksha Bandhan is celebrated on the full moon day of the Hindu luni-solar calendar in the month of Shravana which typically falls in the August month of Gregorian calendar.

 

Meaning of Raksha Bandhan

The festival is made up of two words, namely “Raksha” and “Bandhan.” As per the Sanskrit terminology, the occasion means “the tie or knot of protection” where “Raksha” stands for the protection and “Bandhan” signifies the verb to tie. Together, the festival symbolizes the eternal love of brother-sister relationship which does not mean just the blood relationships only. It is also celebrated among cousins, sister and sister-in-law (Bhabhi), fraternal aunt (Bua) and nephew (Bhatija) and other such relations.

 

Importance of Raksha Bandhan among various religions in India

  • Hinduism- The festival is mainly celebrated by the Hindus in the northern and western parts of India along with countries like Nepal, Pakistan and Mauritius.
  • Jainism- The occasion is also revered by the Jain community where Jain priests give ceremonial threads to the devotees.
  • Sikhism- This festival devoted to the brother-sister love is observed by the Sikhs as “Rakhardi” or Rakhari.

 

 

 

 

 

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Origin of Raksha Bandhan Festival

The festival of Raksha Bandhan is known to have originated centuries before and there are several stories related to the celebration of this special festival. Some of the various accounts related to the Hindu mythology are described below:

  • Indra Dev and Sachi- According to the ancient legend of Bhavishya Purana, once there was a fierce battle between Gods and demons. Lord Indra- the principle deity of sky, rains and thunderbolts who was fighting the battle on the side of Gods was having a tough resistance from the powerful demon King, Bali. The war continued for a long time and did not came on a decisive end. Seeing this, Indra’s wife Sachi went to the Lord Vishnu who gave her a holy bracelet made up of cotton thread. Sachi tied the holy thread around the wrist of her husband, Lord Indra who ultimately defeated the demons and recovered the Amaravati. The earlier account of the festival described these holy threads to be amulets which were used by women for prayers and were tied to their husband when they were leaving for a war. Unlike, the present times, those holy threads were not limited to brother-sister relationships.

 

 

 

 

  • King Bali and Goddess Lakshmi- As per an account of Bhagavata Purana and Vishnu Purana, when Lord Vishnu won the three worlds from the demon King Bali, he asked by the demon king to stay beside him in the palace. The Lord accepted the requested and started living with the demon king. However, Goddess Lakshmi, wife of Lord Vishnu wanted to return to his native place of Vaikuntha. So, she tied the rakhi around the wrist of demon king, Bali and made him a brother. On asking about the return gift, Goddess Lakshmi asked Bali to free her husband from the vow and let him return to Vaikuntha. Bali agreed to the request and Lord Vishnu returned to his place with his wife, Goddess Lakshmi.

 

  • Santoshi Maa- It is said that the two sons of Lord Ganesha namely, Shubh and Labh were frustrated that they had no sister. They asked for a sister from their father who finally obliged to their sister on the intervention of saint Narada. This is how Lord Ganesha created Santoshi Maa through the divine flames and the two sons of Lord Ganesha got their sister for the occasion of Raksha Bandhan.

 

  • Krishna and Draupadi- Based on an account of Mahabharat, Draupadi, wife of Pandavas tied a rakhi to Lord Krishna while Kunti tied the rakhi to grandson Abhimanyu before the epic war.

 

 

 

 

 

 

  • Yama and the Yamuna- Another legend says that the death God, Yama did not visit his sister Yamuna for a period of 12 years who ultimately became very sad. On the advice of Ganga, Yama went to meet his sister Yamuna who has very happy and performed hospitality of her brother, Yama. This made the Yama delighted who asked Yamuna for a gift. She expressed her desire to see her brother again and again. Hearing this, Yama made his sister, Yamuna immortal so that he could see her again and again. This mythological account forms the basis of festival called “Bhai Dooj” which is also based on the brother-sister relationship.

 

Reason for the celebration of this festival

The festival of Raksha Bandhan is observed as a symbol of duty between brothers and sisters. The occasion is meant to celebrate any type of brother-sister relationship between men and women who may not be biologically related.

 

On this day, a sister ties a rakhi around the wrist of her brother in order to pray for his prosperity, health and well-being. The brother in return offers a gifts and promises to protect his sister from any harm and under every circumstance. The festival is also celebrated between brother-sister belonging to distant family members, relatives or cousins.

 

The festival happy rakhi is celebrated in happy rakhi different forms happy rakhi in different areas and is also known by happy rakhi different names. As per traditions, on this day the sister prepares the Puja Thali with a Diya, Rice, Roli and Rakhis. happy rakhi She worships the Gods, ties Rakhi to happy rakhi her brother and happy rakhi prays for happy rakhi his well-being. In return the happy rakhi brother accepts the happy rakhi love happy rakhi with a promise to protect her sister and happy rakhi gives her a gift. happy rakhi Traditionally, they then share and eat sweets happy rakhi like happy rakhi Kaju Katli, happy rakhi Jalebi, and Burfi. happy rakhi This festival strengthens the bond of love between the sisters and brothers. happy rakhi

 

 

 

 

 

 

 

 

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The rakhi design festival rakhi design of Raksha Bandhan is celebrated rakhi design on full moon day(Purnima) of rakhi design Shravan Masa. rakhi design As per the scriptures, Raksha bandhan should not be rakhi design celebrated in the Bhadra (inauspicious)time rakhi design of Shravani rakhi design and Phalguni Nakshatra. According to a belief, rakhi design  King in rakhi design Shravan Nakshatra and tying of thread(Rakhi) in Phalguni rakhi design Nakshatra, is harmful for the public. Hence, rakhi design while tying Rakhi, it is important to remember the auspiciousness to time rakhi design .

 

This year Rakshabandhan rakhi design will be celebrated on 15th August . Poornima Tithi will start on 14 August from 13:46 and will continue till, 15 August at 05: 59. 14th rakhi design will also have Bhadra. According to the Shashtras it will be good if you complete the festivities by 15th August. If somehow if you do it in the Bhadra kaal then make sure you do it in the Bhadra Puch , not in the Bhadra mukh. Time for Raksha Bandhan Anusthan 15th August and time 05:59am to 17:59pm afternoon muhurat timing- 13:44 to 16:22.

 

Preparation for tying of Rakhi(thread)

This day, sisters, after having bath etc. in the morning, prepare variety of dishes. After this, plate used for worshiping is decorated. Together with Rakhi, saffron, turmeric, rice, lamps, insence sticks, sweet and some money is kept in the plate. A suitable place is chosen for brother, to be seated.

 

 

 

 

 

 

First of all, the family God is worshiped. Brother is seated at the selected location. After this, auspicious mark on(Tilak) forehead of brother is made with saffron, turmeric and rice. Akshat(rice used in worship), scattered on head. Aarti is performed. Then, Rakhi is tied on the right wrist of brother. Money is moved around his head (as an act of removing evil eye) and, distributed among the poor.

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On the day of Rakhsha Bandhan, sisters have food, only after tying Rakhi to their brother. Like the other festivals of India, on this festival also, gifts and dishes have their particular importance. On this festival, meal is taken after lunch. At this time, rakhi bandhan girls come from their ‘in-laws house’ to their parents home, rakhi bandhan covering long distances, in order to tie Rakhi and meet their brother. This day, the priest and Acharya(spiritual teacher or guru) reach their host(Yajman) home to tie Rakhi, and, in return accept money, clothes.

 

 

 

 

 

 

Mantra of Rakhsha Bandhan

While tying Rakhi, rakhi bandhan sister should rakhi bandhan chant the following rakhi bandhan mantra for the rakhi bandhan longevity of her brother.

While tying of rakhi bandhanthread, rakhi bandhan chanting rakhi bandhan the rakhi bandhan above given mantra is considered auspicious. It says that, rakhi bandhan the protection thread which was used to tie the mighty demon, rakhi bandhan Bali, rakhi bandhan i am tying you the same rakhi bandhan protection thread, this thread will keep you safe.

 

Points of Consideration on Raksha Bandhan

The person, who wants to celebrate this festival, should take bath early in the morning and wear new clothes. After this, family god should be worship, then, Rakhi is also worship. Remember your ancestors and take the blessing of elders.

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A rakhi sawant colored thread rakhi sawant can be taken as a Rakhi. rakhi sawant This thread also rakhi sawant be of silk. Gold, saffron, rakhi sawant sandalwood, rakhi sawantAkshat and grass is kept on the thread, rakhi sawant rakhi sawant and, rakhi sawant worshiped. rakhi sawant While worshiping, the personrakhi sawant  should fully rakhi sawant concentrate on rakhi sawant Puja, rakhi sawant for whatever rakhi sawant time, he is rakhi sawant sitting in it.

 

 

 

 

 

 

 

After worshiping Rakhi(thread), rakhi sawant brother is applied Tika(auspicious mark on forehead)of saffron, Roli and Akshat should be used. Rakhi is tied on the right hand.

 

Reciepes of Raksha Bandhan

No festival of India is complete without delicious dishes. For every festival some special dishes are prepared. Like, on Raksha Bandhan, Ghewar, Shakarpare, Namakpare etc. are made. Ghewar is used as the main sweet of Shravan Maas.

 

This sweet is eaten, throughout the month, in northern India. Additionally, a dish called Ghugni is prepared, which is eaten with curd and Puri. Halwa, Kheer and Puri are also, famous food of this festival.

Raksha Bandhan Festival in Hindi

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Raksha Bandhan Festival in Hindi, नमस्कार दोस्तों, मैं आपके रक्षाबंधन को विशेष बनाने के लिए इस राखी बनाने का तरीका (Rakhi Banane Ki Vidhi) के साथ वापस आ गया हूं। राखी भाई और बहन के प्यार और समृद्धि का त्योहार है। इस राखी को अपने साथ घर पर राखी बनाकर और अधिक विशेष और यादगार बनाएं। हाँ इस लेख में मैं घर पर हाथ से बनी राखी बनाने के लिए कुछ बहुत अच्छे सुझाव साझा करने जा रहा हूं। तो बस पूरे लेख के माध्यम से जाओ और आपको यह जानकर बहुत खुशी होगी कि राखी बनाना बहुत मुश्किल नहीं है। आप बच्चों के लिए राखी बनाने की प्रतियोगिताओं के लिए इन हस्त निर्मित राखी डिजाइनों का उपयोग कर सकते हैं। घर पर राखी बनाने के लिए जरूरी चीजें: – अगर आप कलरफुल राखियो की तुलना में पेपर राखी बना रही हैं।

 

 

 

 

Raksha Bandhan Festival in Hindi

 

 

 

 

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रक्षाबंधन या राखी का त्यौहार जिसे आम तौर पर कहा जाता है। यह भारतीय त्योहार भाइयों और बहनों के लिए एक दिन है और पूरे भारत में अधिक खुशी के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार भाइयों और बहनों के बीच के बंधन को मनाता है और मजबूत करता है। इस दिन, बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी या एक सुशोभित धागा बाँधती हैं और उनकी सलामती के लिए प्रार्थना करती हैं। भाई भी अपनी बहनों की देखभाल करने और उन्हें उपहार के साथ खराब करने का वादा करते हैं।

इस बार हमने सोचा कि हमें अपने भाइयों के लिए राखी बनानी चाहिए न कि उन्हें बाजार से खरीदना चाहिए। हां, चारों तरफ पहले से ही रंग-बिरंगी राखियों के साथ दुकानें सज रही हैं। मैंने इंटरनेट से कुछ सुंदर राखी बनाने के विचारों को सूचीबद्ध किया है और यहाँ मैं आप सभी के साथ अपनी राखी बनाने के प्रयासों में आपकी मदद करने के लिए साझा कर रहा हूँ। ये सरल विचार हैं जो आप अपने छोटे बच्चों के साथ आसानी से कर सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

घर पर कैसे बनाएं राखी: – घर पर राखी बनाना बहुत मुश्किल नहीं है, लेकिन इसके आसान इन आसान चरणों का पालन करें और घर पर हाथ से बनी राखी बनाएं। कुछ धागे और रेशम धागा लें और उन्हें राखी के रिबन बनाने के लिए एक साथ रोल करें। इसे सुंदर बनाने के लिए कुछ पत्थर और अन्य सजावटी सामान जोड़ें।The Best Robot in Market in Hindi Information बाजार में सर्वश्रेष्ठ रोबोट

मुझे उम्मीद है कि ये हैंडमेड राखी डिज़ाइन आपके लिए घर पर सुंदर राखी बनाने में मददगार होंगी। मुझे इस पेज पर आपके द्वारा डिजाइन किए गए हाथ से बनी राखी के डिजाइन मिलने वाले हैं।

रक्षा बंधन के लिए समय से बाहर जाना और खरीदारी नहीं करना है? आपके पास एक दिन होता है। मुझ पर विश्वास करो, आप घर पर राखी बना सकते हैं।What is Jackfrut ,Jackfruit Benefits ,Uses and Side Effects in Hindi कटहल के 12 फायदे, उपयोग और नुकसान

रंगीन फोम शीट से अलग-अलग आकार में पसंद किए गए एक गोल आकार या किसी भी डिज़ाइन को काटें।
उन्हें एक दूसरे के ऊपर एक पर गोंद करें।
अपने डिजाइन बनाने के लिए चमकीले रंगीन स्टिकर का उपयोग करें।
आप किसी भी डिजाइन कर सकते हैं।
रंगीन रिबन के शीर्ष पर अपने रंगीन फोम डिजाइन को गोंद करें।
आपकी हैंडमेड राखी तैयार है।

 

 

 

 

 

भाई-बहन का खास त्यौहार रक्षाबंधन भारत देश में धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई को राखी बांध कर उसकी लंबी उम्र की कामना करती है। वहीं भाई भी अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देते हैं। इस बार रक्षाबंधन 29 अगस्त को है। बाजारों में तरह-तरह की ढेरों राखिय़ा सज गई है। कोई बहन अपनें भाई के लिए लाल रंग की राखी लें रही तो कोई कार्टून वाली राखी ले रही है। इस भाग-दौड भरी जिंदगी में अगर आपके पास इतना भी समय नही कि आप बाजार जाकर राखी ला पाए साथ ही इतनी ज्यादा मंहगाई है कि एक छोटी सी राखी भी 100 रुपए से नीचें नही मिलती। आज हम अपनी खबर में घर में ही राखी बनानें के शानदार टिप्स बता रहें जिससे कि आप घर में ही अपनें भाई के लिए प्यार से कुछ ही मिनट और बिना ज्यादा पैसे लगाए सुन्दर सी राखी बना सकती है। इस वीडियों में राखी बनाना स्टेप बाई स्टेप बताया गया है।

Raksha Bandhan Festival in Hindi

हिंदू धर्म में रक्षाबंधन का त्योहार सावन के पूर्णिमा को मनाया जाता है. रक्षाबंधन भाई और बहन के प्रेम का प्रतीक है. पूरे विश्व में हिंदू धर्म के अनुयायी इस त्योहार को खुशी और प्रेम से मनाते है. बहन अपने भाई की कलाई में रक्षासूत्र बाँधती और उसकी लंबी उमर की कामना करती हैं. भाई भी अपनी बहन की उम्रभर रक्षा करने का वचन देते है.

रक्षा बंधन 2019 में कब है?

Raksha Bandhan 2019 in Hindi

भाई-बहन के अटूट प्यार का त्योहार रक्षाबंधन, हर साल की तरह इस साल यानी 2019 में अगस्त महीने की 15 तारीख को मनाया जाएगा जो बृहस्पतिवार का दिन है.
इस साल रक्षा बंधन, स्वतंत्रता दिवस के दिन मनाया जाएगा. साल 2018 में रक्षा बंधन अगस्त महीने की 26 तारीख रविवार के दिन मनाया गया था. हिन्दी दैनिक परिवार की तरफ से आप सभी को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनायें.

रक्षाबंधन कब से मनाया जाता है?

Raksha Bandhan Kab Se Manaya Jata Hai

राखी का त्योहार कब से मनाया जाता है इस बारे अलग अलग मत और कथायें प्रचलित हैं. सबसे प्रचलित मान्यता है कि की राखी का त्योहार देवी देवताओं के समय से ही मनाया जा रहा है. माना जाता है की जब देवों और दानवों के बीच युद्ध हुआ और युद्ध में जब देवता हारने लगे, तब तभी देवतागण भगवान इंद्र के पास गये और उनसे अपने प्राणो की रक्षा करने की प्रार्थना करने लगे. देवताओं को भयभीत देखकर इंद्राणी ने उनके हाथों में रक्षासूत्र बांध दिया.  इससे देवताओं का आत्मविश्वास बढ़ा और उन्होंने दानवों पर विजय प्राप्त की.  तब से ही राखी बांधने की प्रथा शुरू हुई.

 

 

 

 

Importance of Raksha Bandhan in Hindi

रक्षाबंधन का त्योहार हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में एक है.  इस दिन बहनें सुबह-सुबह तैयार होकर राखी की थाली तैयार करती हैं. भाइयों की दाहिनी कलाई में राखी बांधती हैं, उनका टीका करती हैं, आरती उतारती है और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. भाई भी अपनी बहन का रक्षा का वचन देता है और साथ ही कुुछ उपहार भी देते है. इस दिन घरों में पकवान बनाये जाते हैं, जिसमें मुख्‍यरूप से घेवर व सेवई होती हैं. रक्षाबंधन का त्योहार इतना पावन और पवित्र है की कोई भी बहन और कोई भी भाई इस त्योहार को मिस नही करना चाहता लेकिन कभी कभी नौकरी या किसी दूसरी वजह से रक्षाबंधन में जो बहनें अपने भाइयों से दूर होती हैं तो वो पोस्ट ऑफीस या कोरिएर के जरिए राखी भिजवाती हैं. ताकि उनके भाइयों की कलाई रखी के दिन सूनी ना रह.

 

 

 

 

रक्षा बंधन से जुड़ी कहानियां- Story of Rakhi Festival

जब शिशुपाल और श्रीकृष्ण के बीच में युद्ध चल रहा था तो यद्ध के समय श्रीकृष्ण की तर्जनी में चोट लग गई, तो द्रौपदी ने लहू रोकने के लिए अपनी साड़ी फाड़कर श्रीकृष्ण की उंगली पर बांध दी थी. कृष्ण ने चीरहरण के समय द्रौपदी की लाज बचाकर यह कर्ज चुकाया था. तभी से लोग भाई बहन के इस प्यार को राखी के त्योहार के रूप में मानने लगे.

एक अन्य प्रचलित कहानी के अनुसार सिकंदर की पत्नी ने अपने पति के शत्रु पुरु को राखी बाँधी थी. पुरु एक हिंदू शासक था जो अपने प्राक्रम के लिए जाना जाता था. सिकंदर की पत्नी ने पुरु  की कलाई में राखी बाँध कर अपन भाई बनाया था और युद्ध के समय सिकंदर को न मारने का वचन लिया था. पुरु ने भी अपनी बहन को दिए वचन का सम्मान करते हुए सिकंदर को जीवन दान दिया था.

हमारी पोस्ट रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है? और रक्षा बंधन का महत्व आपको कैसी लगी कॉमेंट कर ज़रूर बतायें.

 

 

 

 

 

 

Raksha Bandhan Festival in Hindi Raksha Bandhan Festival in Hindi

Naturally Whiten Your Teeth at Home Hindi

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Teeth in Hindi

अगर आप यह जानना चाहते हैं कि दांतों का पीलापन कैसे हटाएं तो पहले आपको स्वस्थ दांतों के बारे में जानना होगा और दांतों को साफ करने के उपाय करने होंगें. Teeth in Hindi दांतों का पीलापन हटाने के उपाय तो हम आपको बताएंगे ही, पर पहले जान लेते हैं कि दांतों को साफ और स्वस्थ रखने के लिए क्या करें. Teeth in Hindi

जानिए दांतों को साफ और स्वस्थ रखने के लिए क्या करें.

खास बातें

  1. पीले दांत की समस्या अक्सर देखी जाती हैHow to Increase Hair Growth Natural tips in Hindi हाउ तो इनक्रीस हेयर ग्रोथ नेचुरल टिप्स
  2. जानें दांतों को साफ और स्वस्थ रखने के लिए क्या करेंHow to Apply Indian Passport Online Tips Step by Step in Hindi ऑनलाइन भारतीय पासपोर्ट कैसे आवेदन करें
  3. दांतों की सफाई के दौरान फ्लॉस या इंटरडेंटल ब्रश का इस्तेमाल करें.How to Increase eyebrows Natural Tips in Hindi इनक्रीस एएब्रोस नेचुरल टिप्स

 

 

 

पीले दांत की समस्या अक्सर देखी जाती है. सफेद और चमकते दांत किसे पसंद नहीं. यही वजह है कि लोग अक्सर पीले दांतों को सफेद करने के नुस्खे तलाशते रहते हैं. पीले दांत आपको कई बार शर्मिंदा कर सकते हैं. अक्सर आप लोगों या दोस्तों के बीच खुल कर मुस्कुरा बस इस वजह से नहीं पाते क्योंकि आप इस बात से शर्मिंदा होना नहीं चाहते. पीले दांत चेहरे की खूबसूरत को बिगाड़ सकते है. तो चलिए आपको बताते हैं पीले दांतों को सफेद बनाने के घरेलू नुस्खों के बारे में, जो दूर करेंगे दांतों के पीलेपन को. दांतों का पीलापन दूर करने के उपाय जानने से पहले यह जान लेना जरूरी है teeth gap filling कि आप दांतों को साफ कैसे करें. teeth gap filling अगर आप यह जानना चाहते हैं कि दांतों का पीलापन कैसे हटाएं तो पहले आपको स्वस्थ दांतों के बारे में जानना होगा और दांतों को साफ करने के उपाय करने होंगें. teeth gap filling दांतों का पीलापन हटाने के उपाय तो हम teeth gap filling आपको बताएंगे ही, पर पहले जान लेते हैं कि दांतों को साफ और स्वस्थ रखने के लिए क्या करें.

दांत साफ करने के लिए घरेलू नुस्खे 

 

 

 

– दांतों की सफाई के लिए elephant teeth फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें, elephant teeth यह दांतों पर इनेमल की परत बरकरार रख कैविटी को हटाता है. Health Benefits of Ginger in Hindi सेहत के लिए अदरक के फायदेteeth
– शीतल पेय, पैक फलों के जूस, अधिक चीनी युक्त भोजन और अम्लीय जूस का सीमित मात्रा में ही सेवन करें. कैंडी और चॉकलेट ज्यादा मात्रा में नहीं खाएं.The Best Robot in Market in Hindi Information बाजार में सर्वश्रेष्ठ रोबोट

– दंत चिकित्सक की सलाह से हर छह महीने या साल में elephant teeth एक बार दांतों की सफाई (स्केलिंग) जरूर कराएं. इससे मसूड़े स्वस्थ और मजबूत रहेंगे. elephant teeth दांतों में अगर कैविटी बन रहा है तो तुरंत पता चल जाएगा और अन्य प्रकार की बीमारियों से भी दांत सुरक्षित रहेंगे.Best Facial Hair Removal For Women Tips in Hindi बेस्ट फेशियल हेयर रिमूवल फॉर वूमेन
– दांतों का प्रत्यारोपण कराने वालों को नियमित रूप से हर साल सफाई कराने के लिए दंत चिकित्सक के पास जाना चाहिए. What is Jackfrut ,Jackfruit Benefits ,Uses and Side Effects in Hindi कटहल के 12 फायदे, उपयोग और नुकसान
– कृत्रिम दांतों (डेंचर्ज) को साफ करने के लिए टूथपेस्ट का इस्तेमाल नहीं करें. नल के बहते पानी के नीचे सौम्य साबुन से इसे साफ करें. नियमित रूप से डेंचर्स की सफाई करें.

 

 

 

 

 

दांतों का पीलापन दूर करने के घरेलू उपाय

1. नमक और तेल से दांत सफेद करने का तरीका : yellow teeth अपने दांतों को हफ्ते में एक बार नमक और तेल से साफ करें. yellow teeth आधा छोटे चम्मच में दो बूंद सरसों के तेल की बूंदे डालें और इससे दांतों की हल्की मालिश करें. yellow teeth इससे धीरे-धीरे पीलापन खत्म हो जाएगा. 

2. कैसे बेकिंग सोडा से दांत चमकायें : हफ्ते में एक या दो बार ब्रश पर कोलगेट के साथ चुटकिभर बेकिंग सोडा डाल लें. इस तरीके से दांतों से पीली परत साफ होती जाएगी. 

 

 

 

 

 

3. नींम से दूर करें दांतों का पीलापन : नीम हमेशा से ही दांतों को साफ करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टी की वजह से ये दांतों को सभी रोगों से दूर भी रखता है. पीलापन हटाने के लिए नीम की दातून से दांत साफ करें.

4. नींबू से दांत कैसे साफ करें : yellow teeth खाना खाने के बाद teeth in hindi नींबू के छिलके से दांतों को रगड़ें. इस तरीके को भी आप हफ्ते में दो से तीन बार कर सकते हैं. teeth in hindi ध्यान रखें कि दातों के ऊपर छिलका रगड़े जबड़ों के बीच में नहीं, teeth in hindi ऐसा करने से दांत खट्टे हो जाएंगे और आपको खाना खाने में दिक्कत होगी.

Foreign Education Plan in Hindi

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एक अभिभावक के रूप में आप हमेशा अपने बच्चे को बेस्ट देना चाहते हैं. इसमें अगर उसे पढ़ाई के लिए विदेश भेजना भी शामिल है तो इसकी तैयारी जितनी जल्दी शुरू कर सकें, उतना ही बेहतर होगा. अगर आपका बच्चा अभी छोटा है, तो आप उसकी पढ़ाई के पैसे आराम से जोड़ सकते हैं. लेकिन अगर आपका बच्चा एक-दो साल में ही विदेश जाने वाला है तो आपको यह ध्यान रखने की जरूरत है कि उसे किन-किन चीजों की जरूरत पड़ सकती है. foreign languages education यहां हम आपको बता रहे हैं कि आप बच्चे को विदेश भेजने से पहले किन बातों का ध्यान रखें कब प्लानिंग शुरू करें

 

 

 

 

 


विदेश में पढ़ाई करने के लिए जाने में कई बातें हैं. foreign languages education हर कदम के बारे में पहले से योजना बनाकर चलना बेहतर कदम हो सकता है. जल्द योजना बनाने से हर कदम की बेहतर तरीके से तैयारी हो पायेगी.आम तौर पर बच्चे 11 वीं या 12 वीं क्लास में इस बारे में सोचना शुरू करते हैं. 

इसके बाद उन्हें लगता है कि अब तो काफी देर हो चुकी है. foreign languages education अगर आपका बच्चा आपसे यह 9वीं क्लास में बता दे कि उसे बेहतर पढ़ाई के लिए विदेश जाना है, foreign languages education तो आपको काफी आसानी हो सकती है. 

 

 

 

 

 

काउंसिलिंग सेशनUber cab kaise book kare उबर कैब कैस बुक करे

किसी मेंटर की तलाश करें.अगर कोई वहां पढ़ने वाला या पढ़ चुका व्यक्ति मिल जाये तो उसे आपको सही स्थिति की जानकारी मिल सकती है. काउंसिलिंग सेशन में भी एप्टीच्यूड, कोर्स, कॉलेज, एप्लिकेशन प्रोसेस, बेस्ट ऑप्शंस, वीजा संबंधी औपचारिकताएं, डिपार्चर से पहले के वर्कशॉप और फाइनल डिपार्चर आदि के बारे में जानकारी मिल सकती है. इन सबमें हालांकि 8 -10 महीने का समय लगता है, इससे बच्चे को तैयारी में काफी मदद मिलती है. यह ध्यान रखें कि कुछ काउंसिलर बच्चे को किसी खास कोर्स की तरफ खींचने की कोशिश करते हैं, वे किसी खास यूनिवर्सिटी के लिए भी जोर देते हैं, क्योंकि इसमें उनकी रूचि होती है. उनसे बात करने से पहले सारी तैयारी रखें. अपना सवाल भी रखें और हर समय काउंसिलर की बात ही न सुनें.

 

 

 

 

आपकी प्राथमिकता अलग हो सकती हैं. कोर्स चुनना, किस देश में जाना है और आखिर में किस यूनिवर्सिटी में दाखिल लिया जाय, यह फैसला लंबी अवधि में बच्चे के लिए फायदेमंद हो सकता है. कुछ केस में हो सकता है कि बेस्ट यूनिवर्सिटी में ही कोर्स करना चाहे, इसमें वही डेस्टिनेशन कंट्री बन जाती है. यूनिवर्सिटी कनेक्शन की फाउंडर, डाइरेक्टर एवं मेंटर चारुशीला ने कहा, ‘एक तरफ जहां ग्लोबलाइजेशन का ट्रेंड बढ़ रहा है, छात्रों को क्या पढ़ना है के बाद किस देश में पढ़ना है, का विकल्प चुनना चाहिए. इसके लिए उस देश में काम करने संबंधी वीजा के नियम, रिसर्च की संभावनाएं, इंटरनेशनल स्टूडेंट्स सैटिस्फेक्शन सूचकांक, रहने का खर्च आदि पर विचार करना चाहिए.’

 

 

 

 

 

कोर्स का चुनावHow to Book Flight Ticket Online Easy Steps Website & Paytm App कैसे बुक करें फ्लाइट टिकट ऑनलाइन आसान स्टेप्स

यूनिवर्सिटी में लगातार नए कोर्स लांच किये जाते हैं, हालांकि यह हर जगह उपलब्ध नहीं होते. स्पेसिएलाइजेड कोर्स के लिए पहले ही संपर्क करें, जो आपका बच्चा करना चाहता है. आप शुरुआत में ही कोर्स सेलेक्ट कर अपना समय बचा सकते हैं.

देश का चुनावHow to Start Aloe Vera Farming & Kitni Hogi Kamai in Hindi एलो वेरा की खेती कैसे शुरू करें

एक बार कोर्स चुनने के बाद आपको वह देश चुनना चाहिए जहां आप पढ़ाई करना चाहते हैं. हर देश में किसी कोर्स के लिए आवेदन काने के नियम अलग हो सकते हैं. कुछ देशों में एक से अधिक कॉलेज के लिए भी एक ही आवेदन काफी होता है, जबकि कई देशों में आपको हर कॉलेज में अलग से आवेदन करना होता है.

 

 

 

 

 

 

इस बीच आपको सामाजिक और सांस्कृतिक चुनौतियों से भी जूझना पड़ता है. मसलन आपने पढ़ाई के लिए किसी देश को चुना और आपके परिवार के लोग चाहते हैं कि आप वहां ना जाएं.यह भी ध्यान रखें हर देश में आपको पढ़ाई के बाद काम करने के लिए वीजा नहीं मिलता. 

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आप अपने बजट और यूनिवर्सिटी के रेपुटेशन के हिसाब से इसका चयन कर सकते हैं. आप वहां के फैकल्टी और प्लेसमेंट रिकॉर्ड को भी देख सकते हैं. पांच-दस कॉलेजों की एक लिस्ट तैयार करें और सावधानी से किसी एक कॉलेज को चुनें. 

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आखरी समय में आपको फंड की समस्या नहीं होनी चाहिए. खासतौर पर जब आपका बच्चा पढ़ाई के लिए विदेश जाने को बिलकुल तैयार हो. इसके लिए आप ब्रेक-अप तैयार करें और खर्च का अनुमान लगाते समय सही खर्च जोड़ें. अमेरिका में पढ़ाई के लिए भेजने में सालाना 25 -50 लाख रूपये का खर्च आ सकता है. दूसरे कई देशों में हालांकि यह सस्ता है. 

 

इंटरनेशनल स्टडीज के मामले में काउंसिलिंग सेशन का खर्च प्रति सेशन 5000 रूपये आ सकता है. अगर ऑल इनक्लूसिव पैकेज की बात करें तो यह 75000 -100000 लाख रूपये के बीच आता है.

चारुशीला ने कहा, ‘यूनिवर्सिटी कनेक्शन की वजह से हम बेसिक काउंसिलिंग सुविधा 4000 रूपये में उपलब्ध कराते हैं. हम छात्रों के साथ उन्हें हर तरीके से तैयार करने के लिए 9 वीं क्लास से ही ट्रेंड करते हैं. इंटरनेशनल या कॉलेज एजुकेशन के हिसाब से कम्युनिकेशन,रिसर्च और क्रिटिकल थिंकिंग जैसे बेसिक स्किल्स इसी समय से सिखाये जाते हैं. ऑल इनक्लूसिव हैंड होल्डिंग का खर्च उस देश पर निर्भर करता है, जहां बच्चा पढ़ाई के लिए जाना चाहता है.’ 

 

 

 

 

 

औसत रूप से हर कॉलेज के लिए एप्लिकेशन फीस करीब 75 डॉलर होती है और आपको एक बार में 5 -10 कॉलेज में आवेदन करना पड़ सकता है. इसके अलावा रहने, खाने और आने-जाने का खर्च शामिल है. 

स्कॉलरशिपWhat is Ielts Paper & How Can I Improve My Score क्या है इलेट्स पेपर and मैं अपना स्कोर कैसे सुधार सकता हूं

अगर कोई बच्चा स्कॉलरशिप लेना चाहता है और इसके जरिये पढ़ाई करने में रूचि ले रहा हो तो इससे ट्यूशन फीस कम रखने में काफी मदद मिलती है. कुछ स्कॉलरशिप में ट्यूशन फीस का कुछ हिस्सा कवर होता है, जबकि कई में पूरी फीस शामिल होती है. जितना हिस्सा स्कॉलरशिप से मिल जाये, उसके बाद बची रकम अभिभावक या बैंक लोन से पूरी की जा सकती है.

 

 

 

 

 

मौद्रिक उतार-चढ़ाव

इंटरनेशल एजुकेशन के मामले में ज्यादातर चीजें डॉलर में पूरी होती हैं. जब रुपया डॉलर की तुलना में कमजोर होता है तो विदेश में पढ़ाई महंगी हो जाती है.

साल 2013 में जब डॉलर 62 रूपये पर था और अब जब यह 68 रूपये पर है, फीस और बाकी चीजें महंगी हो गयी हैं. यह अंतर करीब 10 फीसदी का हो गया है. अगर यहां से रुपया और कमजोर होता है तो चार साल के एक कोर्स में आपको फीस और रहने-खाने के खर्च के रूप में ज्यादा रकम की जरूरत होगी.

 

 

 

 

 

इस लिहाज से सालाना खर्च और फीस के बारे में डॉलर के रेट के हिसाब से गणना करें. इस तरह के उतार चढ़ाव से बचने के लिए आप किसी विदेश के किसी बैंक में बच्चे के नाम से एकाउंट खोलकर पैसे जमा कर दें और हेजिंग के रूप में इसका प्रयोग करें.

 

 

 

 

 

निष्कर्ष

इंटरनेशनल स्टडीज के masters in foreign language education online लिए masters in foreign language education online प्लान करने से masters in foreign language education online पहले करियर masters in foreign language education अपॉर्च्युनिटी के बारे में अच्छे से रिसर्च करें. foreign language education grants देश में और विदेश में इस कोर्स को पूरा करने के बाद क्या संभावनाएं बनती हैं, इसका ध्यान रखें. अंडर foreign language education grants ग्रेजुएट और foreign language education grants पोस्ट ग्रेजुएट foreign affairs education कोर्स में जॉब foreign affairs education की संभावना अलग-अलग होती हैं. foreign affairs education देश के राजनीतिक माहौल का भी इस पर काफी foreign affairs education असर पड़ता है. foreign language education grants अगर ठीक से प्लान किया जाय तो इंटरनेशनल एजुकेशन महंगा होने के साथ बेहतरीन रिजल्ट देने वाला भी साबित होता है.

The Best Robot in Market in Hindi Information बाजार में सर्वश्रेष्ठ रोबोट

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About Robot in Hindi:

शब्द “Robot” अच्छी तरह से परिभाषित नहीं है, कम से कम वर्तमान में नहीं है। विज्ञान, इंजीनियरिंग और शौक़ीन समुदायों में वास्तव में एक Robot क्या है, और क्या नहीं है, इस पर बहुत बहस है।

 

यदि आप Robot को कुछ हद तक मानव जैसे दिखने वाले डिवाइस की तरह सोचते है, जो कमांड को फालो करता है, तो आप एक प्रकार के डिवाइस के बारे में सोच रहे हैं, जिससे अधिकांश लोग सहमत होंगे कि यह एक Robot है। ऐसा Robot अभी तक आम नहीं है और नहीं व्यावहारिक है, लेकिन यह विज्ञान कथा, ,साहित्य और फिल्मों में एक ग्रेट कैरेक्‍टर होता है।

 

बहुत से लोग जिस तरह से सोचते हैं, उससे अधिक Robot बहुत आम हैं, और आप हर दिन उनसे इंटरैक्‍ट होते है। यदि आपने बैंक में पासबुक प्रिंटिंग मशीन में अपना पासबुक प्रिंट किया है, एक एटीएम से नकदी निकाल ली है, या चाय या कॉफी पीने के लिए एक वेंडिंग मशीन का बटन दबाया है, तो आपने एक Robot के साथ इंटरैक्‍ट किया है।

Definition of a Robot in Hindi:

 

तो, एक Robot की परिभाषा क्या है?

जब आप शब्द “Robot” सुनते हैं, तो पहली इमेज जो शायद दिमाग में आती है, वह एक सिल्वर कलर का मानव जैसा दिखने वाले रोबोट की है। लेकिन Robot के कई सारे रूप हो हैं, जैसे आटोमेटेड ड्रोन, और तकनीकी रूप से भी सेल्फ-ड्राइविंग कारें। एक Robot इन दिनों बहुत सारी चीजें हो सकता है और यह सिर्फ उनके प्रसार की शुरुआत है।

 

इतने सारे विभिन्न प्रकार के Robot के साथ, आप कैसे परिभाषित करते हैं कि Robot क्या है? यह एक फिजिकल चीज़ है, इंजीनियर इस पर सहमत हो सकते हैं, कम से कम। लेकिन Robot को परिभाषित करने के लिए तीन अलग-अलग रोबोटिस्ट से पूछें और आपको तीन अलग-अलग उत्तर मिलेंगे। यह एक तुच्छ शब्दार्थिक पहेली नहीं है: यह सोचना कि Robot वास्तव में इस बात के लिए निहितार्थ है कि मानवता तेजी से फैल रही रोबो-क्रांति के साथ कैसे व्यवहार करती है।

Robot Hindi

आप दो ड्रोन के बारे में सोचे, एक ड्रोन को आपको चलाना है, और दूसरा आटोमेटेड है जो  टेक ऑफ, बाधाओं में नेविगेट करना, लैंडिग के काम अपने आप करता हैं। क्या ये दोनों Robot हैं? नहीं।

 

Repeater Kam Kaise Karta Hai Kyu Use Krte Hai काम कैस कर्ता है क्यु उपयोग क्रते है

यूसी बर्कले के रोबोटिक एना ड्रेगन कहते हैं, “मैं कहूंगा कि एक Robot शारीरिक रूप से समाविष्‍ट किया गया Artificially Intelligent एजेंट है जो भौतिक दुनिया पर प्रभाव डालने वाले कार्य कर सकते हैं”

 

How To Apply Online Jobs and How To Create Resume And Upload ऑनलाइन आवेदन कैसे करें , रिज्यूमे कैसे बनाएंउस परिभाषा के अनुसार, एक Robot को निर्णय लेने होते हैं जो बदले में इसे उपयोगी बनाते हैं अर्थात्, खुद को पेड़ों पर चलाने जैसी चीजों से बचना। तो आपका वाहन जिसे आपको खुद को चलाना पड़ता हैं वह Robot नहीं है। एक आटोनोमस ड्रोन, हालांकि, एक सोचने वाला एजेंट है जिसे सेंस हैं और वह इंटरैक्‍ट करता है। यह एक Robot है।

 

इंटेलिजेंस, तब, एक मुख्य घटक है जो एक Robot को Robot बनाता है। MIT मीडिया लैब के एक रोबोटिस्ट केट डार्लिंग इस बात से सहमत हैं। “एक Robot की मेरी परिभाषा, यह देखते हुए कि कोई बहुत अच्छी सार्वभौमिक परिभाषा नहीं है, संभवतः एक भौतिक मशीन होगी जो आमतौर पर एक कंप्यूटर द्वारा प्रोग्राम करने योग्य होती है जो स्वायत्त या स्वचालित रूप से अपने आप कार्यों को निष्पादित कर सकती है”, वह कहती हैं “बहुत सारे लोग इस भावना का पालन करते हैं, सोचें, प्रतिमान कार्य करें।”

 

Sacred Games Full episodes Watch Freeएक रिमोट कंट्रोलर पर चलने वाला ड्रोन कार्य कर सकता है, लेकिन केवल इसलिए कि आप इसे कमांड देते हैं। यह अपने पर्यावरण को महसूस नहीं कर सकता है या इसकी अगली कार्रवाई के बारे में नहीं सोच सकता। एक स्वायत्त ड्रोन हालाँकि, तीनों कर सकते हैं। यह एक कृत्रिम बुद्धि का भौतिक अवतार है।

 

Robot Hindi

हालांकि, एक मशीन को रोबोट के रूप में अर्हता प्राप्त करने के लिए कितना बुद्धिमान होना पड़ता है? सिस्टम के बहुत सारे लोग बाहरी दुनिया से जानकारी लेते हैं, इसे प्रोसेस करते हैं, और फिर एक एक्‍शन की आउटपूट प्राप्त करते हैं – उदाहरण के लिए ऑटोपायलट सॉफ्टवेयर को लेते हैं जो कमर्शियल विमानों को उड़ाते हैं।

 

नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी के एक रोबोटिक विशेषज्ञ हनुमंत सिंह कहते हैं कि एक रोबोट “एक प्रणाली है जो ‘जटिल’ व्यवहार को प्रदर्शित करता है और इसमें संवेदन और सक्रियता शामिल है।”

 

वे अपने छात्रों को यह परिभाषा देते है, फिर उनसे यह विचार करने के लिए कहता है कि क्या बोइंग 747 बिल फिट इसमें बैठता है। “यह आटोमेडेट है, यह जटिल है, इसमें संवेदन है, इसमें सक्रियता है,” वे कहते हैं। “छात्रों का तर्क है कि यह एक Robot नहीं है क्योंकि मनुष्य इसे बहुत समय तक ऑपरेट करते हैं, भले ही इसमें ऑटोपायलट हो।”

 

यदि कोई मशीन वास्तव में ऑटोनोमस है, तो यह एक अच्छा मौका है कि यह एक Robot है – लेकिन ऑटोनोमस इंटेलिजेंस की डिग्री विभिन्न हैं। एक आउटपूट प्राप्‍त करने के लिए एक ही इनपूट के साथ प्रतिक्रिया देने के लिए मशीन को प्रोग्राम करना काफी आसान है

 

लेकिन जैसे-जैसे मशीन लर्निंग एल्गोरिदम बढ़ते जाता है, Robot अपने वातावरण का उन तरीकों से जवाब देंगे जो मानव ने उन्हें स्पष्ट रूप से नहीं सिखाया था। और उस तरह की बुद्धिमत्ता जो रोबोटों को हमारे आस-पास, बुजुर्गों की मदद करने और हमें कंपनी में रखने में मदद करेगी। “मैं कहूँगा, हाँ, एक Robot शारीरिक रूप से आर्टिफीसियल इंटेलीजेंट को समाविष्‍ट किया हुआ एक एजेंट है,” ड्रेगन कहते हैं, “लेकिन मेरे लिए एक आर्टिफीसियल इंटेलीजेंट एजेंट एक ऐसा एजेंट है जो किसी व्यक्ति की उपयोगिता को अधिकतम करने के लिए कार्य करता है।” मतलब, नए विचार कर सकते वाले Robot यूजर्स की जरूरतों के लिए अधिक संवेदनशील हैं।

Robot Hindi

यह बारीकियों महत्वपूर्ण है, क्योंकि “Robot” एक शक्तिशाली शब्द है। पहले इसकी कल्पना कुछ ऐसी थी, जो लोगों के लिए असुविधाजनक था (हत्यारे रोबोट, नौकरी-चोरी करने वाले रोबोट, आदि)।

 

शब्द Robot बहुत ध्यान और आकर्षण और कभी-कभी डर पैदा करता है। आप लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। मेरा मतलब है कि किसी मशीन को डिशवॉशर की तुलना Robot कहना बहुत आकर्षक हैं।

 

उस मामले के लिए, “Robot” शब्द निश्चित रूप से “शारीरिक रूप से मूर्त रूप से बुद्धिमान एजेंट।” की तुलना में आकर्षक लगता है। लेकिन एक Robot एक ऐसी मशीन है जो अपनी दुनिया के बारे में संवेदना हैं और वह काम करता है। और जल्द ही, हमारी दुनिया उनसे भर जाएगी।

 

Definition of a Robot in Hindi:

रोबोट की परिभाषा:

“यदि तो भी बहुत ही कम इंसान से दिशा प्राप्त करने वाली एक मशीन, जो अपने वातावरण का जवाब देने में सक्षम है, स्वचालित रूप से जटिल या दोहराव वाले कार्यों को पूरा करने के लिए।”

 

Types of Robot in Hindi:

रोबोट हमारे चारों ओर हैं

रोबोट की इस कार्यशील परिभाषा का उपयोग करते हुए, सामान्य उपयोग में रोबोट पर एक नज़र डालें:

 

1) Industrial Robot:

1959 में जनरल मोटर्स के लिए जॉर्ज देवोल द्वारा डिजाइन किया गया रोबोट, रोबोट के साथ शुरुआत करने के लिए रोबोटों को उद्योग में उपयोग करने के लिए रखा गया था। पहला औद्योगिक रोबोट माना जाता है, अल्टिमेट एक रोबोटिक आर्म था जिसका इस्तेमाल ऑटोमोबाइल निर्माण में गर्म डाइ-कास्‍ट के पार्ट पर काम करने के लिए किया जाता था, जो एक ऐसा कार्य था जो मानव के लिए खतरनाक था।

2) Medical Robot:

चिकित्सा में रोबोट सर्जरी करने, स्वास्थ्यलाभ में सहायता करने, या आटोमेटिकली अस्पताल के कमरे और सर्जिकल सुइट्स कीटाणुरहित करने सहित कई प्रकार के कार्य करते हैं।

 

3) Consumer Robot:

 

शायद सबसे ज्यादा पहचाना जाने वाला घरेलू रोबोट रूंबा वैक्यूम क्लीनर है, जो आपके घर के आसपास के फर्श को अपने आप साफ कर देता है। एक ही पंक्ति में कई रोबोट लॉन मावर्स हैं जो आपकी घास को आपके लिए उलझाए रखते हैं।

 

4) Military Robots:

रोबोट्स ने मिलिट्री मिशन में बम को फैलाने से लेकर स्टील्थ मिशन को अंजाम तक पहुंचाने में अपना आवेदन पाया। इन रोबोटों को एक रिमोट लोकेशन से कंट्रोल किया जा सकता है और मानव कारणों से बचा जा सकता है।

 

5) Manufacturing Robots:

अपनी कार्यक्षमता में सुधार के लिए कई उद्योगों ने अपने ऑपरेशन पर रोबोटिक्स को लागू करना शुरू कर दिया है। यह बिना रुके और त्रुटियों के बिना काम करने वाले रोबोट की क्षमता के कारण बहुत किया जाता है।

 

6) Agricultural Robots:

औद्योगिक क्रांति शुरू होने के बाद से ही मनुष्य ने अपने अस्तित्व की जरूरतों के लिए कृषि पर अधिक निर्भर रहना शुरू कर दिया। लेकिन उत्पादन की दक्षता में सुधार करने के लिए, हाल के वर्षों में बड़ी संख्या में रोबोटों को लागू किया जा रहा है और उनका प्रभाव बहुत बड़ा है।

 

रोबोट जिन्हें आप नहीं जानते थे वे रोबोट थे: इस लिस्‍ट में वे रोबोट हैं जो आपके संपर्क में हर दिन आते हैं, लेकिन आप शायद उनको रोबोट के रूप में नहीं सोचते: स्वचालित कार वॉश, स्वचालित दरवाजे खोलने वाले, लिफ्ट और कुछ रसोई उपकरण।

 

उनके कंट्रोलिंग मैकेनिजम के आधार पर विभिन्न प्रकार के रोबोट

निम्नलिखित तीन प्रमुख श्रेणियां हैं जिनमें यह रोबोट आते हैं-

 

1) Manual:

ये रोबोट के ऐसे प्रकार हैं जिन्हें मैन्युअल रूप से ऑपरेट करने की आवश्यकता है। मैनुअल रोबोट अपने दम पर काम नहीं कर सकते हैं और वे यूजर के कमांड पर काम करते हैं। क्रेन इस श्रेणी के लिए एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

 

2) Semi-autonomous:

ये रोबोट के प्रकार हैं जो यूजर से कुछ इनपुट लेते हैं और कार्यों को स्वयं करते हैं। ये मैन्युअल रोबोट के समान नहीं हैं, क्योंकि रोबोट को काम करने के लिए स्‍टेप-बाइ-स्‍टेप निर्देशों की आवश्यकता नहीं है। मोबाइल या जेस्चर या ब्लूटूथ कंट्रोल रोबोट सेमी-आटोनोमस रोबोट के लिए एक बहुत अच्छा उदाहरण है।

 

3) Autonomous:

ये रोबोट के प्रकार हैं जो शून्य मानव इंटरैक्‍शन के साथ अपने सभी कार्यों को पूरी तरह से अपने दम पर कर सकते हैं। इस प्रकार के रोबोटों को सेंसर से जोड़ा जाता हैं जो माइक्रो-कंट्रोलर की मदद से रोबोट की सक्रियता / गति का पता लगा सकते हैं और मार्गदर्शन कर सकते हैं। अग्निशमन रोबोट या एज डिटेक्शन रोबोट इस रोबोट श्रेणी के लिए एक बहुत अच्छा उदाहरण है।

 

हाल के दिनों में, आधुनिक उद्योगों में रोबोटिक्स एक अनिवार्य घटक बन रहा है। जैसे-जैसे उद्योग अपने ऑपरेशन पर नियोजित रोबोटों की संख्या में वृद्धि करते हैं, वैसे-वैसे अधिक रोजगार से संबंधित रोबोटिक्स लगातार बढ़ रहे हैं। चूंकि उद्योगों में रोबोट को रोजगार देने से उत्पादकता और संचालन की दक्षता बढ़ जाती है, बहुत सारे उद्योग कुशल इंजीनियरों की तलाश में हैं जो उनके लिए रोबोटिक्स को इंटिग्रेट कर सकते हैं।

 

इसलिए, यदि आप एक इच्छुक छात्र हैं, जो रोबोटिक्स में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं, तो आज ही अपना कौशल विकसित करना शुरू कर दें। चूंकि रोबोटिक्स एक नवीनतम तकनीक है, इसलिए काम करने वाले वास्तविक रोबोट के निर्माण की तुलना में रोबोटिक्स को प्रभावी ढंग से सीखने का कोई अन्य तरीका नहीं है।

Parts of a Robot in Hindi:

एक रोबोट के भाग

रोबोट के बुनियादी बिल्डिंग ब्लॉक मशीनों के समान हैं। चूंकि मशीन में विभिन्न प्रकार के जोड़ों के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े हुए पुर्जे या कंपोनेंट होते हैं, जो कुछ मोटर या किसी अन्य ड्राइविंग मैकेनिजम द्वारा ऑपरेट होते हैं और निर्दिष्ट ऑपरेशन को एक्‍सीक्‍युट करने के लिए एक-दूसरे के साथ सिंक्रनाइज़ेशन में चलते हैं।

 

उसी तरह रोबोट की मूल संरचना मशीन के समान होती है, लेकिन मशीन में कुछ एडवांस या परिवर्धन होते हैं जो इसे रोबोट बनाते हैं।

रोबोट में साधारण ड्राइवर मोटर्स को सर्वो मोटर्स द्वारा रिप्‍लेस किया जाता है, जो प्रतिक्रिया प्रदान करने के लिए ट्रांसड्यूसर से बने सेंसर के साथ अधिक सटीक और फिट होते हैं। मशीनों की तुलना में रोबोट में एक्चुएटर मोटर्स की संख्या अधिक है, जिनमें आमतौर पर सिंगल ड्राइविंग मोटर होती है। इसके अलावा कंट्रोलर हैं, जो रोबोट में विभिन्न सेंसर और एक्चुएटर्स के ऑपरेशन को कंट्रोल करते हैं, इंस्‍ट्रक्‍शन सेट के साथ प्रदान किए जाते हैं और वे एक्ट्यूएटर्स के अनुसार कमांड देते हैं और सेंसर से प्रतिक्रिया प्राप्त करते हैं। मशीनों के ऊपर रोबोट में ये कुछ उन्नति हैं।

 

धातु और प्लास्टिक सहित विभिन्न सामग्रियों से रोबोट बनाया जा सकता है। रोबोट के कुछ महत्वपूर्ण घटक इस प्रकार हैं:

1) Control System

सबसे बुनियादी स्तर पर, मनुष्य और अन्य जानवर प्रतिक्रिया नामक एक सिद्धांत के माध्यम से जीवित रहते हैं। इंसान समझ पाता है कि उसके आस-पास क्या चल रहा है और उसके अनुसार क्या प्रतिक्रिया होती है। फीडबैक का उपयोग यह नियंत्रित करने के लिए करता है कि एक मशीन कैसे काम करती है कम से कम 1745, जब अंग्रेजी लंबर मिल मालिक एडमंड ली ने अपने पवन-चालित मिल के कार्य को बेहतर बनाने के लिए सिद्धांत का उपयोग किया। हर बार जब हवा ने दिशा बदली, तो उसके श्रमिकों को क्षतिपूर्ति के लिए पवनचक्की को स्थानांतरित करना पड़ा। ली ने दो छोटे पवन चक्कियों को बड़े से जोड़ा। इन छोटी पवन चक्कियों ने एक धुरी को संचालित किया जो हवा का सामना करने के लिए स्वचालित रूप से बड़ा हो गया।

 

रोबोट का कंट्रोल सिस्‍टम प्रतिक्रिया का उपयोग वैसे ही करता है जैसे कि मानव मस्तिष्क करता है। हालांकि, न्यूरॉन्स के संग्रह के बजाय, एक रोबोट के मस्तिष्क में एक सिलिकॉन चिप होती है जिसे Central Processing Unit या CPU कहा जाता है, यह आपके कंप्यूटर को चलाने वाली चिप के समान है।

 

हमारा दिमाग तय करता है कि हमारी पांच इंद्रियों से मिले फीडबैक के आधार पर दुनिया को क्या करना है और कैसे प्रतिक्रिया देनी है। एक रोबोट का सीपीयू सेंसर नामक उपकरणों द्वारा एकत्र किए गए डेटा के आधार पर वही काम करता है।

2) Sensors

रोबोट सेंसर से प्रतिक्रिया प्राप्त करते हैं जो मानव इंद्रियों की नकल करते हैं, जैसे वीडियो कैमरा या लाइट-डिपेडेंट सेंसर जो आंखों जैसे कार्य करते हैं और माइक्रोफोन जो कान के रूप में कार्य करते हैं। कुछ रोबोटों के पास स्पर्श, स्वाद और गंध भी होता है। रोबोट का CPU इन सेंसरों से सिग्‍नल की व्याख्या करता है और उसके अनुसार अपने कार्यों को समायोजित करता है।

 

3) Manipulator:

मानव हाथ की तरह, रोबोट में कई जॉइंट और लिंक होते हैं, जिन्हें वाले manipulator कहा जाता है।

 

4) Actuators

एक रोबोट माना जाने के लिए, एक उपकरण में एक बॉडी होनी चाहिए जो इसके सेंसरों से प्रतिक्रिया लेने के लिए प्रतिक्रिया में मूव हो सकता है। रोबोट बॉडी में धातु, प्लास्टिक और इसी तरह की सामग्री होती है। इन बॉडी के अंदर छोटी मोटरें होती हैं जिन्हें Actuators कहा जाता है। Actuators रोबोट के बॉडी के कुछ हिस्सों को मूव करने के लिए मानव मांसपेशियों की कार्रवाई की नकल करते हैं। सबसे सरल रोबोट एक विशेष कार्य के लिए एक उपकरण के साथ एक हाथ से मिलकर बनता है। अधिक एडवांस रोबोट पहियों या तख्तों पर घूम सकते हैं। ह्यूमनॉइड रोबोट के हाथ और पैर हैं जो मानव मूवमेंट की नकल करते हैं।

5) Power Supply

कार्य करने के लिए रोबोट में पॉवर होनी चाहिए। मनुष्य को भोजन से ही अपनी ऊर्जा मिलती है। हमारे खाने के बाद, भोजन पचाया जाता है और हमारी कोशिकाओं द्वारा ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है। अधिकांश रोबोट बिजली से अपनी ऊर्जा प्राप्त करते हैं। कार के कारखानों में काम करने वाले लोगों की तरह स्थिर रोबोट हथियार किसी भी अन्य उपकरण की तरह प्लग किए जा सकते हैं। रोबोट जो घूमते हैं, वे आमतौर पर बैटरी द्वारा ऑपरेट होते हैं।

Robot History in Hindi:

रोबोट का इतिहास

“रोबोट” की परिभाषा शुरू से ही भ्रामक रही है। यह शब्द पहली बार 1921 में, केरेल कैपेक के नाटक R.U.R, या रोसुम के यूनिवर्सल रोबोट्स में दिखाई दिया था। “जबरन श्रम” के लिए चेक से “रोबोट” आता है, हालांकि ये रोबोट फॉर्म की तुलना में आत्मा में अधिक थे। वे मनुष्यों की तरह दिखते थे, और धातु से बने होने के बजाय, वे रासायनिक से बने होते थे। रोबोट अपने मानव समकक्षों की तुलना में कहीं अधिक कुशल थे, और साथ ही उनका उपयोग हत्या करने के लिए दर्शाया जाता था।

 

“रोबोट” की वास्तविक दुनिया की परिभाषा उन काल्पनिक चित्रणों के समान ही फिसलन है। 10 रोबोट एक्‍सपर्ट से पूछें और आपको 10 उत्तर मिलेंगे। लेकिन वे कुछ सामान्य दिशानिर्देशों पर सहमत होते हैं: रोबोट एक बुद्धिमान, शारीरिक रूप से सेंसेबल मशीन है। एक रोबोट आटोमेटिकली कार्य कर सकता है। और एक रोबोट अपने पर्यावरण को समझ सकता है और उसमें हेरफेर कर सकता है।

 

एक साधारण ड्रोन के बारे में सोचें, जिसे आप अपने आसपास रखते हैं। वह कोई रोबोट नहीं है। लेकिन एक ड्रोन को खुद ही टेक ऑफ और लैंड करने की पॉवर दे और उसमें सेंस ऑब्‍जेट लगा दे, तो तुरंत ही यह रोबोट बन जाएगा। यह इंटेलिजेंस हैं और यह संवेदन और आटोनॉमी की कुंजी है।

 

लेकिन यह 1960 तक नहीं था कि एक कंपनी ने कुछ बनाया जो इन दिशानिर्देशों को पूरा कर सकता था। जब सिलिकॉन वैली में एसआरआई इंटरनेशनल ने Shakey को विकसित किया, तो यह पहला मोबाइल और परसेप्टिव रोबोट था। पहियों पर बनी इस टॉवर का नामकरण किया गया था- awkward धीमा और चिकोटी। एक कैमरा और टक्कर सेंसर से लैस, Shakey एक जटिल वातावरण में नेविगेट कर सकता है। यह एक विशेष रूप से आश्वस्त दिखने वाली मशीन नहीं थी, लेकिन यह रोबोट क्रांति की शुरुआत थी।

जिस समय Shakey कांप रहा था, उस समय रोबोट हथियार निर्माण को बदलने लगे थे। उनमें से पहला Unimate था, जिसने ऑटो बॉडीज को वेल्डेड किया। आज, इसके वंशज कार कारखानों का शासन करते हैं, जो किसी भी मानव की तुलना में अधिक सटीकता और गति के साथ थकाऊ, खतरनाक कार्य कर रहे हैं। भले ही वे एक जगह में फंस गए हैं, फिर भी वे रोबोट की हमारी परिभाषा को बहुत फिट करते हैं – वे बुद्धिमान मशीनें हैं जो अपने पर्यावरण को समझती हैं और उनमें हेरफेर करती हैं।

 

रोबोट, हालांकि, बड़े पैमाने पर कारखानों और प्रयोगशालाओं तक ही सीमित थे, जहां उनका उपयोग केवल वस्तुओं को उठाने वाली मशीन के रूप में किया जाता था। फिर, 1980 के दशक के मध्य में होंडा ने एक ह्यूमनॉइड रोबोटिक्स प्रोग्राम शुरू किया। इसने P3 को विकसित किया, जो बहुत अच्छे से चल सकता था और हाथों को हिला भी सकता था। यह काम Asimo में समाप्त हो जाएगा, जो प्रसिद्ध बीप था, जिसने एक बार एक अच्छी तरह से फुटबॉल की गेंद को किक के साथ राष्ट्रपति ओबामा को बाहर करने की कोशिश की थी। (ठीक है, शायद यह उससे अधिक निर्दोष था।)

आज, एडवांस रोबोट हर जगह दिखाई देने लगे हैं। उसके लिए आप तीन तकनीकों का विशेष रूप से धन्यवाद कर सकते हैं: सेंसर, एक्ट्यूएटर, और एआई।

 

तो, सेंसर। फलाफेल वितरित करने के लिए फुटपाथों पर रोल करने वाली मशीनें केवल 2004 डारपा ग्रैंड चैलेंज में बड़े हिस्से में हमारी दुनिया को धन्यवाद दे सकती हैं, जिसमें रोबोटिक की टीमों ने एक साथ सेल्फ-ड्राइविंग कारों को रेगिस्तान में दौड़ने के लिए तैयार किया। उनका रहस्य? लिडार, जो लेज़रों को दुनिया के 3-डी मैप का निर्माण करने के लिए प्रोत्साहित करता है। सेल्‍फ-ड्राइविंग कारों को विकसित करने के लिए निजी क्षेत्र की दौड़ ने नाटकीय रूप से लिडार की कीमत को नीचे कर दिया है, इस पॉइंट पर कि इंजीनियर सस्ते पर अवधारणात्मक रोबोट बना सकते हैं।

लिडार को अक्सर मशीन विजन- 2-डी या 3-डी कैमरों के साथ जोड़ा जाता है जो रोबोट को उसकी दुनिया की और भी बेहतर तस्वीर बनाने की अनुमति देते हैं। आप जानते हैं कि फेसबुक कैसे आपके मग को स्वचालित रूप से पहचानता है और आपको चित्रों में टैग करता है? रोबोट के साथ भी वही सिद्धांत हैं। फैंसी एल्गोरिदम उन्हें कुछ निश्चित स्थानों या वस्तुओं को पिकअप करने की अनुमति देता है।

 

सेंसर वे हैं जो हमें रोबोट से नीचे रखते हैं। वे क्यों एक रोबोट खच्चर की तरह आप पर नज़र रख सकते हैं, आप के बाद और अपने सामान के आसपास; मशीन दृष्टि भी रोबोट को चेरी के पेड़ों को स्कैन करने की अनुमति देती है, जहां यह निर्धारित करने के लिए कि यहाँ उन्हें हिलाने के लिए सबसे अच्छी कौनसी हैं , कृषि में बड़े पैमाने पर श्रम अंतराल को भरने में मदद करता है।

 

इनमें से प्रत्येक रोबोट में अगला गुप्त घटक है: actuator, जो कॉम्बो इलेक्ट्रिक मोटर और गियरबॉक्स के लिए एक फैंसी शब्द है जो आपको रोबोट के संयुक्त में मिलेगा। यह एक एक्ट्यूएटर है जो यह निर्धारित करता है कि रोबोट कितना मजबूत है और यह कितना सुचारू रूप से चलता है या नहीं। एक्ट्यूएटर्स के बिना, रोबोट गुड़िया की तरह खराब हो जाएंगे। Roombas जैसे अपेक्षाकृत सरल रोबोट भी एक्ट्यूएटर्स के लिए अपने अस्तित्व का श्रेय देते हैं। सेल्‍फ-ड्राइविंग कार, भी, इन चीजों से भरी हुई हैं।

 

एक्ट्यूएटर्स कार असेंबली लाइन पर बड़े पैमाने पर रोबोट हथियारों को पॉवर देने के लिए उपयोग किया जाते हैं, लेकिन एक नया क्षेत्र, जिसे सॉफ्ट रोबोटिक्स के रूप में जाना जाता है, एक्टुएटर्स बनाने के लिए समर्पित है जो पूरे नए स्तर पर काम करते हैं।

America Very Small 3D Robots Repair Injuries Inside The Human Body चींटी से भी छोटे आकार के हैं ये 3डी रोबोट, शरीर के अंदर जाकर करेंगे इलाज

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वाशिंगटन, प्रेट्र। रोबोटिक्स की दुनिया में रोजाना हो रहे नए-नए प्रयोग हमारी दुनिया को और सरल बनाते जा रहे हैं। आने वाले दिनों में रोबोट हमारी जिंदगी का प्रमुख हिस्सा बनने वाले हैं। वैज्ञानिक अब चिकित्सा क्षेत्र में रोबोट की अहमियत को देखते हुए अलग-अलग आकार के रोबोट बना रहे हैं। अब वैज्ञानिकों ने विश्व की सबसे छोटी चींटी के आकार के 3डी रोबोट विकसित किए हैं, जोकि अल्ट्रासाउंड स्रोत या छोटे स्पीकरों से उत्पन्न हुए कंपन से चल सकता है।

 

अमेरिका की जार्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने बताया कि इन सुपर बोट्स का झुंड का उपयोग पर्यावरणीय परिवर्तन लाने और भविष्य में मानव शरीर में सर्जरी के दौरान सामग्री ले जाने और चोटों को ठीक करने में किया जा सकता है। माइक्रोमैकेनिक्स और माइक्रोइंजीनियरिंग जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार ये रोबोट अलग-अलग प्रकार की कंपन आवृत्तियों पर प्रतिक्रिया करते हैं। इसके माध्यम से शोधकर्ता कंपन को एडजस्ट करके प्रत्येक रोबोट को कंट्रोल कर सकते हैं। इन नए रोबोट की लंबाई लगभग दो मिलीमीटर है और ये एक सेकेंड में अपनी लंबाई का लगभग चार गुना भाग कवर कर सकते हैं।

जार्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के असिस्टेंट प्रोफेसर आजाद अंसारी ने बताया कि हम इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स, जीव विज्ञान और भौतिकी को एक साथ लाकर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह बहुत ही समृद्ध क्षेत्र है जहां पर बहुत सी अवधारणओं को हकीकत में बदला जा सकता है। कई तरह की खोजें की जा सकती हैं।

 

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रोबोट में पेजोइलेक्टिक एक्युटर लगा होता है। यह एक्युटर कंपन उत्पन्न करता है। जिससे यह रोबोट संचालित होता है। इस रोबोट को चलाने के लिए किसी बैटरी की जरूरत नहीं पड़ती है क्योंकि अत्यधिक छोटा आकार होने की वजह से बैटरी लगाना संभव भी नहीं है।

 

प्रत्येक रोबोट है अलगHow to Start Aloe Vera Farming & Kitni Hogi Kamai in Hindi एलो वेरा की खेती कैसे शुरू करें

 

वैज्ञानिकों ने बताया कि प्रत्येक रोबोट को अलग बनाया गया है। इन रोबोट को पैरों के आकर, शरीर के व्यास, डिजाइन के माध्यम से अलग किया है। अपने विशिष्ट आकार के वजह से विभिन्न कंपन आवृत्तियों पर ये अलग-अलग प्रतिक्रियाएं करते हैं। इससे शोधकर्ता प्रत्येक रोबोट पर अपना कंट्रोल रख सकते हैं। इनमें से कुछ रोबोट के छह पैर हैं तो कुछ के चार ही पैर हैं। अपने पैरों की संख्या के आधार पर भी ये रोबोट गति करते हैं

Benefits and Side Effects OF Jackfruit Tree Hindi

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Jackfruit

कटहल को दुनिया के चुनिंदा सबसे बड़े और भारी फलों में गिना जाता है। यह फल पकने पर बहुत ही मीठा और स्वादिष्ठ लगता है। Jackfruit खासकर, भारत में इस फल से सब्जी, आचार और कई तरह के जायकेदार व्यंजन बनाए जाते हैं। यह फल सिर्फ पेट भरने तक सीमित नहीं है। आपको जानकर हैरानी होगी कि कटहल वजन घटाने से Jackfruit लेकर कैंसर जैसी घातक बीमारियों से बचाव कर सकता है। आइए जानते हैं कि इस खास फल के औषधीय गुण आपके शरीर के लिए किस प्रकार लाभदायक हो सकते हैं। Jackfruit उससे पहले इस फल के विषय में कुछ और खास बातों के बारे में जान लेते हैं। Jackfruit

विषय सूची

क्या है कटहल – What is Jackfrut in Hindi

कटहल एक उष्णकटिबंधीय फल है, जो मुख्य रूप से दक्षिण-पश्चिम भारत से संबंध रखता है। इस फल का वैज्ञानिक नाम आर्टोकार्पस हेटेरोफिल्लस है। कटहल आकार में छोटे और काफी बड़े दोनों प्रकार के हो सकते हैं। इस फल की बाहरी त्वचा नुकीली होती है। इसे शाकाहारियों का मांस कहा जाता है, क्योंकि इसकी सब्जी बनने के बाद बिल्कुल मांस जैसी दिखती है। पकने पर यह फल अंदर से पीला हो जाता है, जिसे लोग बहुत चाव से खाते हैं। आगे जानिए कटहल के शारीरिक फायदों के बारे में।



आइए, अब जान लेते हैं शरीर के लिए कटहल के फायदे।

कटहल के फायदे – Benefits of Jackfruit in Hindi

1. हृदय स्वास्थ्य

1. हृदय स्वास्थ्यPinit

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हृदय स्वास्थ्य के लिए कटहल का सेवन किया जा सकता है। वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि कटहल में मौजूद विटामिन-सी सूजन को रोक सकता है, जो हृदय रोग जैसी घातक बीमारियों का कारण बन सकता है (1) (2), (3)। इसके अलावा, इस फल में मौजूद पोटैशियम रक्तचाप को नियंत्रित कर दिल के दौरे को रोक सकता है। कटहल में विटामिन-बी होमोसिस्टीन के स्तर को कम कर सकता है। होमोसिस्टीन वो तत्व है, जो हृदय के जोखिम को बढ़ा सकता है (3)। साथ ही इस फल में मौजूद आयरन हृदय को मजबूत रखता है।

कटहल फाइबर का अच्छा स्रोत है (2), जो पाचन स्वास्थ्य में मुख्य भूमिका निभाता है। फाइबर आंतों की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने का काम करता है। फाइबर डाइजेस्टिक ट्रैक में सुधार कर पाचन क्रिया को बढ़ावा देता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ पेट संबंधी समस्याओं जैसे कब्ज, डायरिया व गैस आदि को ठीक करते हैं (4)।

3. वजन घटाने में लाभदायक What is Ielts Paper & How Can I Improve My Score क्या है इलेट्स पेपर and मैं अपना स्कोर कैसे सुधार सकता हूं

मोटापा दुनिया भर में प्रमुख स्वास्थ्य खतरे के रूप में उभरा है। शरीर में अत्यधिक फैट का जमाव मोटापे को परिभाषित करता है। मोटापा कई मामलों में हानिकारक हो सकता है, क्योंकि यह हृदय संबंधी बीमारियों, मधुमेह व कैंसर आदि का कारण बन सकता है। कटहल विटामिन-सी से समृद्ध होता है, इसलिए यह मोटापे को कम करने में मदद कर सकता है (2) (5)।



कटहल में मौजूद एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मोटापे को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। कटहल रेसवेरेट्रॉल नामक एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है, जो वजन, बीएमआई और फैट मास को कम करने में मदद कर सकता है (6), (7)।

4. हड्डी स्वास्थ्य

हड्डियों की मजबूती के लिए कटहल के गुण बेहद अहम हैं। कटहल में कैल्शियम पाया जाता है, जो हड्डियों की मजबूती और विकास के लिए जरूर तत्व है। शरीर कैल्शियम नहीं बनाता है, इसलिए इसकी पूर्ति कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों द्वारा की जाती है। स्वस्थ हड्डियों के लिए आप कटहल को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं (2), (8)।

5. कैंसर

5. कैंसर
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कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचने के लिए भी कटहल का सेवन किया जा सकता है। कटहल लिग्नांस, आइसोफ्लेवोंस और सैपोनिन जैसे फाइटोन्यूट्रिएंट्स से समृद्ध होता है, जो कैंसर से लड़ने का काम करते हैं (9)।

कटहल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण मुक्त कणों (Free Radical) को बेअसर करते हैं और कैंसर को भी रोकते हैं। कटहल विटामिन-सी का भी अच्छा स्रोत है और विटामिन-सी कैंसर को रोकने में एक अहम भूमिका निभा सकता है (5)। एक अध्ययन में गर्भाशय के कैंसर से लड़ने में कटहल के महत्व को देखा गया है। इसके अलावा, कटहल में मौजूद डायटरी फाइबर पेट और इसोफेजियल कैंसर को रोक सकता है (10)।

6. रोग प्रतिरोधक क्षमता

शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए कटहल के फायदे बहुत हैं। कटहल में विटामिन-सी होता है, जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने का काम करता है। विटामिन-सी कारगर एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य कर इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखता है और शरीर को रोगों से दूर रखने में मदद करता है (11), (12)।

7. आंखों कि लिए

7. आंखों कि लिएPinit

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कटहल विटामिन-ए और सी से भरपूर होता है और ये दोनों ही पोषक तत्व आंखों के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि विटामिन-सी की पर्याप्त मात्रा लेने से उम्र से संबंधित नेत्र रोग के जोखिम को कम किया जा सकता है (13)।

एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार विटामिन-सी मोतियाबिंद के खतरे को भी कम कर सकता है। स्वस्थ आंखों के लिए आप अपने आहार में कहटल को शामिल कर सकते हैं (2), (14)।

8. एनीमिया

एनीमिया जैसी बीमारी के लिए भी कटहल के फायदे देख जा सकते हैं। एनीमिया एक चिकित्सकीय स्थिति है, जो रक्त में लाल कोशिकाओं की कमी के कारण होती है। एनीमिया के रोकथाम के लिए कटहल का सेवन किया जा सकता है, क्योंकि यह आयरन का अच्छा स्रोत है और आयरन लाल रक्त कोशिकाओं के विकास में मदद करता है। एनीमिया होने का सबसे मुख्य कारण शरीर में आयरन की कमी होना ही है (15)।

इसके अलावा, कटहल में विटामिन-बी6 की भी अधिकता होती है। यह पोषक तत्व भी लाल रक्त कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा देने का काम करता है (2)।

9. रक्तचाप

शरीर में रक्त संचालन के लिए भी कटहल के फायदे देखे गए हैं। कटहल पोटैशियम और सोडियम से समृद्ध होता है, जिस कारण यह रक्तचाप के लिए फायदेमंद हो सकता है।  यह रक्त वाहिकाओं को आराम पहुंचाने और उचित रक्तचाप बनाए रखने में मदद करता है।

 

 

 

 

 

एक रिपोर्ट के अनुसार पोटैशियम को उच्च रक्तचाप की रोकथाम और उपचार के लिए शामिल किया जाना चाहिए। खासकर उन लोगों को इसका सेवन जरूर करना चाहिए, जो सोडियम के सेवन को कम करने में असमर्थ हैं (2), (16)।

10. मधुमेह

10. मधुमेहPinit

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मधुमेह की रोकथाम के लिए भी कटहल के गुण देख सकते हैं। कटहल विटामिन-बी से समृद्ध होता है, जो मधुमेह रोगियों के लिए इंसुलिन में सुधार कर सकता है। एक अध्ययन के अनुसार कच्चा कटहल प्रीडायबिटीज के लक्षणों को उलटने का काम कर सकता है। मधुमेह के लिए कटहल के औषधीय गुणों का उल्लेख भारतीय चिकित्सा पद्धति में भी किया गया है (17)।

 

 

 

 

 

 

11. थायराइड 

थायराइड की स्थिति में कटहल jackfruit chips अहम भूमिका निभा सकता है। jackfruit chips कटहल कॉपर का एक अच्छा स्रोत है, jackfruit chips जो थायराइड मेटाबॉलिज्म को बनाने में मदद करता है (18)। jackfruit chips इसके अलावा, कॉपर थायराइड विकारों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।




एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार हाइपोथायरायडिज्म के मरीजों के jackfruit chips लिए विटामिन-सी महत्वपूर्ण तत्व हो सकता है। jackfruit chips हाइपोथायरायडिज्म ऐसी चिकित्सकीय स्थिति है, jackfruit chips जिसमें थायरायड ग्रंथि पर्याप्त jackfruit chips थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं करती है (19)।

12. त्वचा स्वास्थ्य के लिए

त्वचा के लिए भी कटहल के फायदे बहुत हैं। jackfruit chips कटहल विटामिन-सी से समृद्ध होता है, जो त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों से jackfruit chips लड़ने का काम करता है। वहीं, विटामिन-बी त्वचा कोशिकाओं के पुनर्निर्माण में मदद करता है।

 

 

 

 

 

विटामिन-सी के jackfruit seeds एंटीऑक्सीडेंट गुण jackfruit seeds और कोलेजन के गठन की jackfruit seeds क्षमता इसे त्वचा के लिए खास पोषक jackfruit seeds तत्व बनाती है। jackfruit seeds कुछ अध्ययनों के jackfruit seeds अनुसार, jackfruit seeds विटामिन-सी सूर्य की हानिकारक पैराबैंगनी किरणों से त्वचा को बचाने का काम jackfruit seeds करता है (20)।

कटहल त्वचा को हाइड्रेट कर शुष्कता को कम करने का काम jackfruit seeds भी कर सकता है। कटहल फाइबर का भी अच्छा स्रोत है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। त्वचा के स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए आप अपने आहार में कटहल को स्थान दे सकते हैं (2)।

कटहल के फायदे जानने के बाद आगे जानिए कटहल में कौन-कौन से पोषक तत्व मौजूद होते हैं।

कटहल के पौष्टिक तत्व – Jackfruit Nutritional Value in Hindi

 

 

 

 


पोषक तत्व मात्रा ( प्रति 100 ग्राम)
पानी (ग्राम) 73.46
ऊर्जा (kcal) 95
प्रोटीन  (ग्राम) 1.72
कुल फैट  (ग्राम) 0.64
कार्बोहाइड्रेट (ग्राम) 23.25
फाइबर, कुल डायटरी (ग्राम) 1.5
शुगर (ग्राम) 19.08
मिनरल्स
कैल्शियम (मिलीग्राम) 24
आयरन  (मिलीग्राम) 0.23
मैग्नीशियम (मिलीग्राम) 29
फास्फोरस (मिलीग्राम) 21
पोटैशियम (मिलीग्राम) 448
सोडियम (मिलीग्राम) 2
जिंक  (मिलीग्राम) 0.13
विटामिन्स
विटामिन सी, कुल एस्कॉर्बिक एसिड (मिलीग्राम) 13.7
थायमिन (मिलीग्राम) 0.105
राइबोफ्लेविन (मिलीग्राम) 0.055
नियासिन (मिलीग्राम) 0.920
विटामिन बी-6 (मिलीग्राम) 0.329
फोलेट, डीएफई  (µg) 24
विटामिन बी-12 (µg) 0.00
विटामिन ए, आरएई (µg) 5
विटामिन ए, (IU) 110
विटामिन ई (अल्फा-टोकोफ़ेरॉल) (मिलीग्राम) 0.34
लिपिड
फैटी एसिड, कुल सैचुरेटेड (ग्राम) 0.195
फैटी एसिड, कुल मोनोअनसैचुरेटेड (ग्राम) 0.155
फैटी एसिड, कुल पॉलीअनसैचुरेटेड (ग्राम) 0.94
फैटी एसिड, कुल ट्रांस (ग्राम) 0.000
कोलेस्ट्रॉल (मिलीग्राम) 0

कटहल का उपयोग – How to Use Jackfruit in Hindi

कटहल एक खास फल है, जिसका सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है। नीचे जानिए, कटहल कैसे खाते हैं?

    • कटहल पक जाने पर अंदर से पीला हो जाता है, जिसे आप आराम से ऐसे ही खा सकते हैं।
    • आप कच्चे कटहल की सब्जी बना सकते हैं। कच्चे कटहल को काटने से पहले अपने दोनों हाथों पर सरसों का तेल लगा लें, क्योंकि कच्चे फल का दूध आपके हाथों पर लग सकता है, जो बहुत मुश्किल से हटता है। इसके अलावा, आप कच्चे कटहल को काटने के लिए हैंड ग्लब्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। फल को काटने के लिए धारदार चाकू का इस्तेमाल करें और सावधानीपूर्वक काटें।
    • आप कटहल का अचार भी बना सकते हैं, जिस प्रकार आप आम, गाजर व मूली आदि का बनाते हैं।

 

 

 

 



  • इसके अलावा, jackfruit benefits आप कटहल के jackfruit benefits गूदे के चिप्स भी बना सकते हैं।jackfruit benefits दक्षिण भारत में कई जगह jackfruit benefits जैकफ्रूट्स चिप्स बहुत प्रचलित हैं। jackfruit benefits

कटहल के नुकसान – Side Effects of Jackfruit in Hindi 

इसमें कोई jackfruit benefits दो राय नहीं jackfruit benefits  कि कटहल jackfruit benefits एक गुणकारी फल है, jackfruit tree लेकिन इसकी अत्यधिक मात्रा शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती है। jackfruit tree नीचे जानिए कटहल के कुछ दुष्प्रभाव –

  • मधुमेह की आशंका हो सकती है।

 

 

 

 

  • एलर्जी (21)
  • डायरिया (22)

दोस्तों, अब तो आप कटहल के औषधीय गुणों के बारे jackfruit tree में जान गए होंगे। अगर आप लेख में बताई गई किसी भी बीमारी या समस्या से पीड़ित हैं, jackfruit treeतो कटहल को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। jackfruit tree हो सकता है jackfruit tree कि इसके नियमित सेवन के दौरान इसके कुछ दुष्प्रभाव सामने आएं, ऐसीj jackfruit tree  स्थिति में आप इसका सेवन बंद करें और jackfruit tree तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह लेख आपको jackfruit tree कैसा लगा, इस बारे में नीचे दिए jackfruit tree गए कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताएं।

Home Remedies for Skin Open Pores Tips in Hindi

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Open Pores

हर किसी के चेहरे पर कुछ छोटे-छोटे छिद्र होते हैं, जिन्हें चेहरे के रोम छिद्र कहा जाता है। किसी-किसी की त्वचा पर ये छिद्र बड़े हो जाते हैं, Open Pores जो भद्दे नजर आते हैं। इन्हीं के चलते चेहरा मुरझाया हुआ और बेजान-सा लगने लगता है। चेहरे के रोम छिद्र बड़े होने की समस्या ज्यादातर उन्हें होती है, जिनकी त्वचा तैलीय हो, क्योंकि तैलीय त्वचा से सीबम (तेल) निकलता है। Open Pores बड़े छिद्र की वजह से ब्लैकहेड्स व मुंहासे जैसी समस्या भी होने लगती है और चेहरे पर बुढ़ापा झलकने लगता है। यही कारण है कि इस समस्या से राहत पाने के लिए तरह-तरह की क्रीम का इस्तेमाल करते हैं।Open Pores

विषय सूची

  • खुले रोम छिद्र क्या हैं? – What is Open Skin Pores in Hindi?
  • खुले रोम छिद्रों से छुटकारा पाने के 20 घरेलू उपाय – Home Remedies for Open Skin Pores in Hindi

 

 

 

 

 

 

अगर हम कहें कि आपको चेहरे के बड़े रोमछिद्रों से राहत पाने के लिए किसी महंगे इलाज या दवाओं की जरूरत नहीं है, तो आपको हैरान होने की जरूरत नहीं है? जी हां, इस समस्या का इलाज आपके घर में ही छुपा है। नीचे हम आपको चेहरे के बड़े रोमछिद्रों जैसी समस्या से राहत पाने के घरेलू उपचार बता रहे हैं।

खुले रोम छिद्र क्या हैं? – What is Open Skin Pores in Hindi?

चेहरे पर ढेरों रोम छिद्र हैं, जिनके जरिए त्वचा सांस लेती है। वहीं, जब ये ज्यादा बड़े हो जाते हैं, तो साफ-साफ नजर आने लगते हैं। ये ज्यादातर तैलीय और मिलीजुली त्वचा पर देखने को मिलते हैं, क्योंकि ऐसी त्वचा पर ज्यादा मात्रा में सीबम (तेल) उत्पन्न होता है। इसलिए, अगर आप चाहते हैं कि खुले और बड़े रोमछिद्र की वजह से मुंहासे और ब्लैकहेड्स की समस्या न हो, उसके लिए नीचे बताए गए घरेलू उपाय अपना सकते हैं :

खुले रोम छिद्रों से छुटकारा पाने के 20 घरेलू उपाय – Home Remedies for Open Skin Pores in Hindi

1. एलोवेराHealth Benefits of Ginger in Hindi सेहत के लिए अदरक के फायदे


 

 

 

 

 

Aloe vera for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :Repeater Kam Kaise Karta Hai Kyu Use Krte Hai काम कैस कर्ता है क्यु उपयोग क्रते है

एलोवेरा जेल

क्या करें?Derma Roller Therapy Acne Scars Glowing Skin & Hair loss Use derma roller in Hindi चिकित्सा मुँहासे निशान काले धब्बे चमक त्वचा के बालों का झड़ना रोकने के उपयोग

  • रोमछिद्र पर एलोवेरा जेल लगाकर कुछ मिनट तक मालिश करें। कोशिश करें कि आप ताजे एलोवेरा का ही इस्तेमाल करें।
  • 10 मिनट तक इसे अपने चेहरे पर लगा रहने दें। फिर बाद में ठंडे पानी से चेहरा धो लें।

ऐसा कब-कब करें?

रोमछिद्रों को छोटा करने के लिए आप रोजाना अपने चेहरे पर एलोवेरा जेल लगाएं।

यह कैसे काम करता है?

एलोवेरा त्वचा को नमी देकर छिद्र को छोटा करने में मदद करता है। यह जेल त्वचा को साफ करता है और अतिरिक्त तेल और धूल-मिट्टी हटाते हुए त्वचा को पोषण देता है (1)।

2. अंडे का सफेद भाग

Egg whites for Skin Pores in Hindi
Pinit

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सामग्री :

  • एक अंडे का सफेद भाग
  • दो चम्मच ओटमील
  • दो चम्मच नींबू का रस

क्या करें?

  • अंडे के सफेद भाग में ओटमील और नींबू का रस मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • इस पेस्ट को चेहरे पर लगाकर 30 मिनट तक छोड़ दें।
  • फिर इसे ठंडे पानी से धो लें।

ऐसा कब-कब करें?

खूबसूरत त्वचा के लिए इस पेस्ट को सप्ताह में दो बार अपने चेहरे पर लगाएं।

यह कैसे काम करता है?

अंडे का सफेद भाग त्वचा को टोन कर रोम छिद्रों को छोटा करने में मदद करता है। इसलिए, अंडे का मास्क खुले रोमछिद्रों को बंद करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह विषैले मुंहासों को कम करने में मदद करता है।

 

 

 

 

 

3. सेब का सिरका

Apple Vinegar for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :


  • एक चम्मच सेब का सिरका
  • एक चम्मच पानी
  • थोड़ी-सी रूई

क्या करें?

  • सेब के सिरके में पानी मिलाएं।
  • इसमें रूई भिगोकर उसे अपने चेहरे पर लगाएं।
  • सूखने तक इसे चेहरे पर लगा रहने दें।

ऐसा कब-कब करें?

बेहतर परिणाम के लिए अपने चेहरे पर रोजाना सेब का सिरका लगाएं।

यह कैसे काम करता है?

सेब का सिरका त्वचा को साफ करने और छिद्रों को छोटा करने का काम करता है। यह त्वचा में कसावट भी लाता है (2)। यह चेहरे से सूजन भी कम करता है (3)।

4. पपीता

Papaya for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • पके हुए पपीते के कुछ टुकड़े

क्या करें?

  • पपीते को अच्छी तरह पीसकर अपने चेहरे पर लगाएं।
  • इसे अपने चेहरे पर 20 मिनट तक लगा छोड़ दें, फिर पानी से धो लें।

ऐसा कब-कब करें?

इस प्रक्रिया को एक दिन छोड़कर दोहराएं।

यह कैसे काम करता है?

पपीता त्वचा को टोन करने और इसमें कसावट लाने का काम करता है। यह त्वचा से अशुद्धियों को दूर कर बड़े रोमछिद्रों को कम करता है (4)।

5. बेकिंग सोडा

Baking soda for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • दो चम्मच बेकिंग सोडा
  • दो चम्मच पानी

क्या करें?

  • बेकिंग सोडा में गुनगुना पानी मिलाकर पेस्ट मिला लें।
  • इस पेस्ट को अपने रोमछिद्रों पर लगाकर 30 मिनट तक सर्कुलर मोशन में मालिश करें।
  • फिर इसे ठंडे पानी से धो लें।

ऐसा कब-कब करें?

इस प्रक्रिया को तीन-चार दिन में एक बार दोहराएं।

यह कैसे काम करता है?

बेकिंग सोडे में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मुंहासे जैसी समस्या दूर करने में मदद करते हैं। वहीं, त्वचा से मृत कोशिकाओं और अन्य अशुद्धियों को हटाते हैं। इसके अलावा, बेकिंग सोडा त्वचा के एसिड कंटेंट को नियमित कर पीएच स्तर का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है (5,6)।

 

 

 

 

 

 

6. बेसन

Gram Flour for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • एक चम्मच बेकिंग सोडा
  • एक चम्मच हल्दी पाउडर
  • एक चम्मच योगर्ट
  • जैतून के तेल की कुछ बूंदें

क्या करें?

  • ऊपर बताई गई सभी सामग्रियों के मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और 20 से 25 मिनट तक सूखने के लिए छोड़ दें।
  • इसके बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें।
  • चेहरा सूखने के बाद मॉइस्चराइजर लगा लें।

ऐसा कब-कब करें?

इस पैक को सप्ताह में दो बार अपने चेहरे पर लगाएं।

यह कैसे करता है?

 

 

 

 

 

 

 

बेसन को बहुत लोग फेसपैक के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। यह न सिर्फ आपकी त्वचा को एक्सफोलिएट करता है, बल्कि मृत कोशिकाएं हटाकर बड़े छिद्र को छोटा करके त्वचा में कसावट लाता है।

7. केला

Banana for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • एक केले का छिल्का

क्या करें?

 

 

 

 

 

  • केले के छिल्के को अपने चेहरे पर अच्छी तरह रगड़ें।
  • फिर 10 से 15 मिनट बाद चेहरा धो लें।

ऐसा कब-कब करें?

आप इस प्रक्रिया को हर दूसरे दिन दोहराएं।

कैसे काम करता है?

केले के छिल्के में एंटीऑक्सीडेंट, ल्यूटिन और खनिज पोटैशियम होता है, जो त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद करता है। इसका नियमित सेवन करने से त्वचा मुलायम और चमकदार बनती है (7,8)।

8. खीरा

Cucumber for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • चार से पांच खीरे के टुकड़े
  • दो चम्मच नींबू का रस

क्या करें?

  • खीरे को कद्दूकस करके इसमें नींबू का रस मिला लें।
  • इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाकर 15 मिनट के लिए छोड़ दें।
  • फिर ठंडे पानी से मुंह धो लें।
  • बेहतर परिणाम के लिए खीरे को घिसने से पहले कुछ देर के लिए फ्रिज में रखकर ठंडा कर लें।

 

 

 

 

 

 

ऐसा कब-कब करें?

खीरे के इस पैक को आप सप्ताह में दो से तीन बार लगाएं।

यह कैसे काम करता है?

यह मास्क न केवल खुले रोम छिद्र को ठीक करने में मदद करता है, बल्कि यह त्वचा का टेक्सचर भी सुधारता है। इसके अलावा, खीरा समय से पहले बूढ़ी होती त्वचा को ठीक करने में मदद करता है (12)।

9. आर्गन ऑयल

Argon oil for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • आर्गन ऑयल की कुछ बूंदें

क्या करें?

  • हल्का गर्म किया हुआ तेल उंगलियों की मदद से अपने चेहरे पर लगाएं।
  • कुछ देर तक तेल से चेहरे की मालिश करें।
  • फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।

 

 

 

 

 

 

ऐसा कब-कब करें?

इस प्रक्रिया को रोजाना सोने से पहले दोहराएं।

यह कैसे काम करता है?

त्वचा विशेषज्ञों के अनुसार यह तेल त्वचा को पोषण देकर खुले छिद्र से राहत दिलाने में मदद करता है। इसमें भरपूर मात्रा में फैटी एसिड और विटामिन-ई होता है, जो त्वचा को हाइड्रेट रखने में मदद करता है (9)।

10. जोजोबा ऑयल

Jojoba Oil for Skin Pores in HindiPinit




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सामग्री :

  • तीन से चार बूंद जोजोबा ऑयल

क्या करें?

 

 

 

 

 

  • कुछ मिनट के लिए जोजोबा ऑयल से अपने चेहरे की मालिश करें।
  • इसे रात भर अपने चेहरे पर लगा रहने दें।

ऐसा कब-कब करें?

बेहतर परिणाम के लिए सप्ताह में दो-तीन बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।

यह कैसे काम करता है?

जोजोबा ऑयल की प्रकृति चेहरे पर निकलने वाले तेल की तरह ही होती है। यह चेहरे के रोम छिद्रों को साफ कर इन्हें छोटा करने में मदद करता है (10)।

11. नींबू

Lemon for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • एक चम्मच नींबू का रस
  • एक चम्मच पानी
  • रूई

क्या करें?

  • नींबू के रस में पानी मिला लें।
  • फिर इस मिश्रण को रूई की मदद से अपने चेहरे पर लगाएं।
  • इसे अपने चेहरे पर 10 से 15 मिनट तक लगा रहने दें और फिर पानी से मुंह धो लें।

ऐसा कब-कब करें?

आप इसे रोजाना अपने चेहरे पर लगाएं।

यह कैसे काम करता है?

नींबू के रस में एस्ट्रिंजेंट होता है, जो त्वचा में कसावट लाकर रोमछिद्रों को साफ करता है। इसे ब्लैकहेड्स दूर करने के लिए काफी कारगर माना जाता है। इसमें मौजूद सिट्रिक एसिड त्वचा से गंदगी साफ कर रोमछिद्रों को छोटा करता है (11)।

 

 

 

 

 

 

सावधानी : अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो नींबू के रस में ज्यादा पानी मिलाएं।

12. मुल्तानी मिट्टी

Multani Mitti for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • 2 चम्मच मुल्तानी मिट्टी
  • एक से दो चम्मच गुलाब जल या दूध

क्या करें?

  • मुल्तानी मिट्टी में गुलाबजल मिलाकर एक महीन पेस्ट बना लें। ध्यान रहे कि उसमें गांठें न बनें।
  • इस पेस्ट की पतली परत अपने चेहरे पर लगाएं और सूखने के लिए 15 मिनट तक छोड़ दें।
  • सूखने के बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें।

ऐसा कब-कब करें?

इस प्रक्रिया को सप्ताह में दो बार दोहराएं।

यह कैसे काम करता है?

मुल्तानी मिट्टी रोम छिद्रों को साफ करने में मदद करती है और अतिरिक्त तेल को हटाती है। यह किसी भी चीज से अतिरिक्त तेल सोख लेती है। यह एक बेहतरीन क्लींजर है, जो त्वचा से सारी अशुद्धियों को दूर देती है। इसके अलावा, इसे लगाने से त्वचा पर ग्लो भी आता है (12)।

 

 

 

 

 

 

13. योगर्ट

Yogurt for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • दो चम्मच योगर्ट

क्या करें?

  • बड़े रोम छिद्र वाली जगह पर योगर्ट लगाकर 20 मिनट के लिए छोड़ दें।
  • फिर 20 मिनट बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।

ऐसा कब-कब करें?

आप सप्ताह में दो बार अपने चेहरे पर योगर्ट लगाएं।

यह कैसे काम open pores on face करता है?

योगर्ट open pores on faceबड़े open pores on faceछिद्रों में कसावट लाता है open pores on face और open pores on face त्वचा संबंधी विकारों open pores on face को भी कम करता है। open pores on face इसमें open pores on faceमौजूद लैक्टिक एसिड open pores on face छिद्रों को छोटा करने में मदद करता है। open pores on face लैक्टिक एसिड मृत कोशिकाओं और चेहरे open pores on face से अशुद्धियों को भी हटाता है (13)।

14. जैतून का तेल

Olive oil for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • वर्जिन ओलिव ऑयल की कुछ बूंदें

क्या करें?

  • अपने चेहरे पर जैतून के तेल से सर्कुलर मोशन में कुछ मिनट तक मालिश करें।
  • फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।

 

 

 

 

 

 

 

ऐसा कब-कब करें?

बेहतर परिणाम के लिए आप रोजाना अपने चेहरे पर जैतून का तेल लगा सकते हैं।

यह कैसे काम करता है?

जैतून के तेल में मौजूद फेनोलिक यौगिकों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं। यह त्वचा के रूखेपन, खुजली व बड़े रोमछिद्र जैसी त्वचा संबंधी समस्या को दूर रखने में मदद करता है (14)।

15. शुगर स्क्रब

Sugar scrub for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • एक चम्मच ब्राउन स्क्रब open pores cream
  • एक चम्मच शहद open pores cream
  • एक चम्मच नींबू का रस open pores cream

क्या open pores cream करें?

  • ब्राउन शुगर, नींबू का रस open pores cream और शहद मिलाकर पेस्ट open pores creamबना लें।
  • अपने चेहरे को सामान्य पानी से open pores cream धो लें।
  • इससे पहले कि शुगर घुलने लगे, open pores cream आप इस इस मिश्रण से अपने चेहरे पर तीन से पांच मिनट तक स्क्रब करें। open pores cream
  • फिर गुनगुने पानी open pores cream से चेहरा धो लें। open pores cream




ऐसा कब-कब करें?

आप इस स्क्रब को सप्ताह में दो बार लगाएं।

यह कैसे काम करता है?

शुगर त्वचा को एक्सफोलिएट करने का काम करती है। यह त्वचा की मृत कोशिकाएं हटाकर चेहरे के रोम छिद्र में मौजूद अशुद्धता को दूर करती है और रोमछिद्रों को छोटा करती है (15)।

16. हल्दी

Turmeric for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • एक चम्मच हल्दी पाउडर
  • एक चम्मच गुलाब जल या दूध

क्या करें?

  • हल्दी में गुलाब जल या दूध मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और दस मिनट तक लगा रहने दें।
  • फिर पानी से चेहरा धो लें।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

यह कैसे काम करता है?

इस पेस्ट को आप एक दिन छोड़कर एक दिन लगा सकते हैं।

यह कैसे काम करता है?

हल्दी रोमछिद्रों में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करने का काम करती है। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटीइंफ्लेमेटरी गुण चेहरे की सूजन को कम करता है और बड़े रोमछिद्रों को छोटा करने में मदद करती है (16)।

सावधानी : हल्दी से आपके कपड़ों पर निशान पड़ सकते हैं। इसलिए, इसे लगाते समय पहने हुए कपड़ों को पुराने तौलिये से ढक लें।

17. टी-ट्री ऑयल

T-Tree Oil for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • तीन से चार बूंद टी-ट्री ऑयल
  • एक कप पानी
  • स्प्रे की छोटी बोतल

क्या करें?

  • स्प्रे की बोतल में पानी और टी-ट्री ऑयल डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
  • इसे ठंडा होने के लिए फ्रिज में रख दें।
  • यह मिश्रण ठंडा होने के बाद अपने चहरे पर स्प्रे करें।
  • इसे चेहरे पर लगा रहने दें, ताकि त्वचा में यह समा जाए।

ऐसा कब-कब करें?

इस स्प्रे को आप चेहरे के टोनर के रूप में रोज सुबह और रात को चेहरा साफ करने के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं।

 

 

 

 

 

 

 

यह कैसे काम करता है?

टी-ट्री ऑयल में मौजूद एस्ट्रिंजेंट गुण रोमछिद्रों को छोटा करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इस तेल में एंटीमाइक्रोबियल तत्व भी होते हैं (17)।

18. टमाटर

Tomatoes for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • एक छोटा टमाटर how to close open pores
  • एक चम्मच शहद (रूखी त्वचा के लिए) how to close open pores

क्या करें?

  • टमाटर का गूदा निकालकर इसमें शहद मिला लें। how to close open pores
  • इसे अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं। how to close open pores
  • इसे 10 से 12 मिनट तक सूखने दें और फिर चेहरा धो लें। how to close open pores

ऐसा कब-कब करें? how to close open pores

इस पैक को रोजाना अपने चेहरे पर लगाएं। how to close open pores

यह कैसे काम करता है? how to close open pores

टमाटर में मौजूद प्राकृतिक एसिड त्वचा से तेल हटाकर how to close open pores इसे संतुलित करता है और बड़े रोमछिद्रों how to close open pores को छोटा करता है (18)।

 

 

 

 

 

 

 

 

19. क्ले मास्क

Clay Mask for Skin Pores in HindiPinit

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सामग्री :

  • दो चम्मच कॉस्मेटिक क्ले (बेंटोनाइट या काउलिन)
  • एक से दो चम्मच गुलाब जल या दूध

क्या करें?

  • क्ले पाउडर में गुलाबजल मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाकर 15 मिनट के लिए छोड़ दें।
  • फिर ठंडे पानी से चेहरा धो लें।

ऐसा कब-कब करें?

इस प्रक्रिया को सप्ताह में दो बार दोहराएं।

यह कैसे काम करता है?

बेंटोनाइट या काउलिन कॉस्मेटिक क्ले पाउडर त्वचा की सभी अशुद्धियों को खींचकर इसमें कसावट लाता है और रोमछिद्रों को छोटा बनाते हैं (19)।



सावधानी : क्ले मास्क को चेहरे पर लगाने से पहले एक बार हाथ की त्वचा पर लगाकर (पैच टेस्ट) टेस्ट कर लें।

20. शहद

Honey for Skin Pores in HindiPinit

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  • दो चम्मच कच्चा शहद

क्या करें?

  • शहद को अपने चेहरे पर अच्छी तरह लगा लें। open pores on face
  • इसे अपने चेहरे पर 15 open pores on face मिनट तक लगा छोड़ दें, फिर गुनगुने पानी से मुंह धो लें।
  • इसके बाद एक बार फिर ठंडे पानी से मुंह धोएं।

ऐसा कब-कब करें?

आप रोजाना या फिर हर दूसरे दिन अपने चेहरे पर शहद लगाएं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

यह कैसे काम करता है?

शहद में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ और जवां बनाए रखने में मदद करते हैं। इसमें प्राकृतिक एस्ट्रिंजेंट होते हैं, जो बड़े छिद्रों में कसावट लाते हैं, खासतौर पर उन्हें जो नाक के पास दिखाई देते हैं (24)।

खुले रोमछिद्र न सिर्फ देखने में बदसूरत लगते हैं, open pores treatment बल्कि इनमें जल्दी बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, open pores treatmentजिनके कारण open pores treatment मुंहासों जैसी समस्या होने लगती है। open pores treatment ऊपर बताए गए घरेलू उपचार इन छिद्रों को कम करने में वाकई में आपकी मदद करेंगे। open pores treatmentइसी के साथ इनसे आपकी त्वचा भी साफ-सुथरी रहेगी।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :open pores treatment 

मेरे रोमछिद्र बड़े क्यों हैं? इसका क्या open pores treatment कारण है?

चेहरे पर रोमछिद्र बड़े होने का कारण open pores treatment त्वचा पर मौजूद अतिरिक्त तेल, धूल-मिट्टी और गंदगी हो सकती है। open pores treatment यह समस्या ज्यादातर उन लोगों में देखी गई है, open pores treatment जिनकी त्वचा पर ज्यादा तेल होता है, क्योंकि ऐसी त्वचा ज्यादा मात्रा में सीबम उत्पन्न करती है। इसके अलावा, यह समस्या हार्मोनल बदलाव, सूर्य की हानिकारक किरणों के असर और स्किन एजिंग की वजह से भी हो सकती है।

रोमछिद्रों के लिए बेहतर खानपान क्या है?

एक अच्छा पाचन तंत्र आपकी त्वचा की कोशिकाओं को स्वस्थ बनाने में मदद करता है। इसलिए, नीचे हम आपको बेहतर त्वचा के लिए स्वस्थ खानपान के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके लिए आप अपने खानपान में नीचे बताई गई चीजें शामिल करें :

  • आप हरी सब्जियों का ताजा जूस पिएं। इससे आपका शरीर डिटॉक्सिफाई होगा और त्वचा जवां बनेगी।
  • आप कोलेजेन (जो उम्र के साथ कम होने लगता है) का निर्माण करने वाली चीजें खाएं। इसके लिए आप मूली, खीरा, टमाटर, शिमला मिर्च और पत्तेदार सब्जियां खाएं।
  • एक बेहतर त्वचा के लिए विटामिन-सी काफी जरूरी है। इसलिए अपने खानपान में खट्टे फल और जूस को शामिल करें।
  • आप अल्फाफा सीड, सीवीड, मशरूम, तुरई व पालक आदि चीजें अपने खाने में शामिल करें। इनमें प्रचुर मात्रा में जिंक होता है, जो त्वचा की सूजन और मुंहासों को निकलने से रोकता है।
कुछ खास टिप्स
    • आप अपने चेहरे को साफ रखें। सुबह-शाम ऑयल फ्री क्लींजर से मुंह साफ करें।
    • त्वचा पर मृत कोशिकाएं न जमें, इसके लिए आप नियमित रूप से त्वचा को एक्सफोलिएट करें।
    • अपनी त्वचा पर आप नियमित रूप से टोनर लगाएं। यह त्वचा को साफ रखेगा और रोमछिद्रों को छोटा करेगा।




  • त्वचा पर मॉइस्चराइजर open pores लगाकर इसे हमेशा हाइड्रेट रखें। open poresइसके अलावा, बाहर जाने से पहले सनस्क्रीन open pores treatment जरूर लगाएं open pores ।
  • क्ले मास्क जैसे घरेलू उपचार त्वचा से अतिरिक्त तेल को सोखते हैं। open pores इसलिए, यह मास्क त्वचा पर सप्ताह में open pores एक या दो बार जरूर लगाएं।

चेहरे की त्वचा पर बड़े रोमछिद्र देखकर आप परेशान न हों। यह एक अस्थायी समस्या है, जिसे सही देखभाल से ठीक किया जा सकता है।open pores ऊपर बताए गए घरेलू नुस्खे आप नियमित रूप से अपनाएं। आप कुछ ही समय में open pores treatment फर्क देख पाएंगे। open pores इन नुस्खों से आपकी open pores त्वचा बेदाग और चमकदार भी बनेगी। open poresफिर देर किस बात की? इन तरीकों को अपनाएं और एक खूबसूरत त्वचा पाएं।

Best Facial Hair Removal Cream For Women Tips in Hindi

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Hair removal cream

हर लड़की के लिए खूबसूरती बेहद मायने रखती है, Hair removal cream लेकिन चेहरे पर अनचाहे बाल, इस खूबसूरती पर दाग जैसे होते हैं। इन बालों को हटाने के लिए कोई थ्रेडिंग का सहारा लेता है, तो कोई ब्लीच, क्रीम या अन्य उपाय अपनाता है। हालांकि, इससे बाल तो साफ हो जाते हैं, लेकिन कई बार ये तरीके दर्दनाक भी होते हैं। Hair removal cream ऐसे में लड़कियों के मन में बार-बार यह सवाल आता है कि चेहरे के बाल कैसे हटाएं? ऐसे ही तमाम सवालों का जवाब है स्टाइलक्रेज का यह आर्टिकल। इस लेख के जरिए हम चेहरे पर अनचाहे बाल हटाने के उपाय के विभिन्न व कारगर उपाय बताएंगे।

महिलाओं के चेहरे पर घने बाल होने के कारण – Causes of Thick Facial Hair in Women in Hindi

  1. हार्मोनल बदलाव – कई बार मासिक धर्म शुरू होने या खत्म होने के दौरान महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं। इसके अलावा, जब पहली बार किसी लड़की को मासिक धर्म शुरू होते हैं और मेनोपॉज के समय भी हार्मोनल बदलाव होते से चेहरे पर बाले आने की समस्या हो सकती है (1) (2)।
  2. एंड्रोजन का बढ़ना – एंड्रोजन एक तरह का पुरुष हार्मोन होता है, जो कुछ मात्रा में महिलाओं में भी मौजूद होता है। जब एंड्रोजन हार्मोन की मात्रा महिला के शरीर में बढ़ जाती है (3), तो उनके चेहरे व शरीर के अन्य अंगों पर अनचाहे बाल होने लगते हैं। यह हार्मोन मेनोपॉज के वक़्त ज़्यादा बढ़ने की आशंका हो सकती है।
  3. आनुवांशिकता – शरीर पर अनचाहे बाल होने की समस्या आनुवांशिक भी है। कभी-कभी परिवार में अगर किसी को शरीर पर अनचाहे बालों की समस्या रही हो, तो हो सकता है कि परिवार के दूसरे सदस्य या अन्य पीढ़ी के किसी सदस्य को यह समस्या हो सकती है (4)।

 

 

 

 

  1. मेकअप या क्रीम के कारण – कई बार लोग अपनी खूबसूरती को निखारने के लिए मेकअप का सहारा लेते हैं। तरह-तरह की क्रीम भी लगाने लगते हैं। ऐसे में ज़्यादा केमिकल वाली क्रीम या मेकअप उत्पाद खूबसूरती तो बढ़ा देते हैं, लेकिन आगे चलकर इसके साइड इफेक्ट भी होने लगते हैं और उन्हीं में से एक अनचाहे बाल आना।
  2. दवाइयां – कभी-कभी दवाओं के साइड इफेक्ट्स से भी अनचाहे बाल आने की समस्या हो सकती है। कुछ दवाएं ऐसी होती हैं, जो शरीर में एंड्रोजन की मात्रा को बढ़ा देती हैं, जिस कारण शरीर पर अनचाहे बाल आने लगते हैं। इसलिए, जब भी दवाइयां लें, डॉक्टर से पूछकर लें और किसी दवा को खाने के बाद अगर आपको अपने शरीर में कुछ परिवर्तन या असहजता महसूस हो, तो बिना देर करते हुए डॉक्टर से बात करें।

इन सबके अलावा पॉलीसिस्टिक ओवरियन सिंड्रोम व तनाव जैसी परेशानियों के कारण भी महिलाओं के चेहरे पर अनचाहे बाल होने की समस्या हो सकती है।

 

 

 

 

 

चेहरे के बालों को हटाने के घरेलू नुस्खे – Home Remedies To Remove Facial Hair in Hindi

1. पपीता और हल्दी

Chehre Ke Baalo Ko Hatane Ke liye Papaya Aur turmericPinit

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सामग्रीSacred Games Full episodes Watch Free

  • दो चम्मच कच्चे पपीते का पेस्ट
  • आधा चम्मच हल्दी पाउडर

बनाने और लगाने की विधिMango Papad Making Business in India आम पापड़ बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें

  • कच्चे पपीते को छीलकर उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर दें।
  • अब इन टुकड़ों को अच्छे से पीसकर पेस्ट बना लें।
  • इस पपीते के पेस्ट में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिला लें।
  • अब इस मिश्रण को अपने चेहरे पर जहां-जहां बाल हैं, वहां लगाएं।
  • इसके बाद 15 से 20 मिनट तक मालिश करें।
  • फिर इसे पानी से धो लें।
  • आप हफ्ते में एक या दो बार इस मिश्रण को लगा सकते हैं।

कैसे फायदेमंद है ?

कच्चे पपीते में पपाइन होता है, जो बालों के रोम छिद्रों को फैलाता है, जिसके कारण बाल गिरने लगते हैं (5)। साथ ही यह मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने का काम करता है।

किस तरह की त्वचा के लिए है ?

यह हर तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है।

2. दलिया और केला

 

 

 

 

 

 

सामग्री

  • दो चम्मच दलिया
  • एक पका हुआ केला

बनाने और लगाने की विधि

  • दलिया और मसले हुए केले को मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें।
  • अब इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं।
  • फिर इससे 15 से 20 मिनट के लिए मालिश करें।
  • जहां-जहां बाल हैं, वहां इससे मालिश करने के बाद ठंडे पानी से धो लें।
  • आप इस मिश्रण को हफ्ते में एक बार लगा सकते हैं। यह पेस्ट आपकी चेहरे पर चमक भी ला सकता है।




कैसे फायदेमंद है ?

दलिये में एवेंथ्रामैमाइड होता है (6), जो एक तरह का एंटीऑक्सीडेंट होता है। यह त्वचा में जलन व खुजली की समस्या को कम करता है। इसलिए, इस दलिये के पैक को स्क्रब की तरह उपयोग करने से न सिर्फ आपके चेहरे के अनचाहे बाल निकलेंगे, बल्कि आपकी त्वचा मुलायम और हाइड्रेटेड भी होगी। यहां तक कि दलिया आपकी त्वचा को मॉइश्चर भी देगा।

 

 

 

 

 

किस तरह की त्वचा के लिए है ?

यह हर तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है।

3. चीनी, नींबू और शहद

Chehre Ke Baalo Ko Hatane Ke liye Sugar, lemon aur honey
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सामग्री

  • दो चम्मच चीनी
  • दो चम्मच नींबू का रस
  • एक चम्मच शहद
  • एक या दो चम्मच मक्की का आटा या मैदा
  • पानी जरूरत के अनुसार
  • वैक्सिंग स्ट्रिप या कपड़ा

 

 

 

 

 

 

बनाने और लगाने की विधि

  • नींबू का रस, चीनी और शहद मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें।
  • अब इस मिश्रण को दो से तीन मिनट के लिए गर्म करें। गर्म होने से यह मिश्रण वैक्स की तरह चिपचिपा हो जाएगा।
  • मिश्रण को पतला करने के लिए आप इसमें पानी मिला सकते हैं।
  • अब मिश्रण को ठंडा होने दें।
  • फिर जहां-जहां अनचाहे बाल हैं, वहां आप मक्की का आटा या मैदा लगाएं।
  • अब इस पेस्ट को वहां लगाएं।
  • फिर वैक्सिंग स्ट्रिप या कपड़े की मदद से बाल निकालें।
  • आप इस मिश्रण को हफ्ते में दो से तीन बार लगा सकते हैं।

कैसे फायदेमंद है?

चेहरे के अनचाहे बाल साफ करने के लिए यह मिश्रण वैक्सिंग की तरह काम करता है। बस फर्क इतना है कि इसमें सभी प्राकृतिक और घरेलू सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया है।

किस तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है?

यह खासकर रूखी त्वचा के लिए फायदेमंद है। शहद में मॉइश्चराइजिंग गुण है (7), जो त्वचा में नमी बरकरार रखता है।

सावधानी

मिश्रण को ज्यादा गर्म न करें और संवेदनशील त्वचा वाले लोग इसे इस्तेमाल न करें। अगर आपको वैक्सिंग स्ट्रिप का इस्तेमाल करना या वैक्सिंग करना नहीं आता, तो किसी जानकार से ही इसका इस्तेमाल करवाएं या अच्छी तरह सीखने के बाद वैक्सिंग करें।

4. अंडे का सफेद हिस्सा और मक्की का आटा

सामग्री

  • एक अंडा
  • एक चम्मच मक्की का आटा
  • एक चम्मच चीनी

बनाने और लगाने की विधि

  • पहले अंडे को तोड़कर उसका सफेद हिस्सा अलग कर लें।
  • चीनी और मक्की के आटे को अंडे के सफेद हिस्से में मिलाएं।
  • फिर इसे तब तक मिक्स करें, जब तक कि यह अच्छे से पेस्ट न बन जाए।
  • अब इस पेस्ट को उन जगहों पर लगाएं, जहां आपके अनचाहे बाल हैं।
  • फिर इसे 20-25 मिनट तक सूखने दें।
  • जब यह सूख जाए, तो चेहरे को धो लें।
  • आप इसे हफ्ते में एक या दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

कैसे फायदेमंद है ?

अंडे का सफेद हिस्सा अनचाहे बालों को हटाने के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। यह चिपचिपा होता है और अनचाहे बालों पर परत की तरह लग जाता है। जब यह सूखता है, तो इससे आसानी से बाल निकल सकते हैं। वहीं चीनी और मक्की का आटा न सिर्फ इसे ज्यादा चिपचिपा बनाता है, बल्कि अच्छे से पेस्ट की तरह तैयार कर देता है।

किस तरह की त्वचा के लिए है ?

यह संवेदनशील त्वचा के लिए नहीं है और न ही उन लोगों के लिए, जिन्हें कील-मुंहासे जल्दी आते हैं।

सावधानी

जिनकी त्वचा पर कील-मुंहासे जल्दी आते हैं, वो अगर यह पेस्ट लगाएंगे, तो हो सकता है कि उन्हें चेहरे पर पिंपल हो जाएं। वहींं, जिनकी त्वचा संवेदनशील है, उन्हें अंडे से एलर्जी जैसी परेशानी हो सकती है। इसके अलावा, जो लोग इसका प्रयोग करेंगे वो भी थोड़ी सावधानी बरतें। इसे निकालते वक़्त आपको थोड़ा दर्द हो सकता है, इसलिए इसे सावधानी से निकालें। अगर आप पहली बार ऐसा कुछ ट्राई कर रहे हैं, तो इसे पहले अपने हाथ पर उपयोग करके चेक कर लें।


5. तुलसी और प्याज

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सामग्री

  • दो प्याज
  • मुट्ठीभर तुलसी के पत्ते

 

 

 

 

 

बनाने और लगाने की विधि

  • प्याज से पतली पारदर्शी परत को निकालें, जबकि तुलसी के पत्तों को कुचल लें।
  • अब दोनों को मिलाकर मिक्सी में पेस्ट बना लें।
  • फिर इस पेस्ट को अपने अनचाहे बालों पर लगाएं।
  • इसे 15 से 20 मिनट के लिए लगा रहने दें।
  • उसके बाद पानी से धो लें।
  • आप एक महीने तक हर हफ्ते एक से दो बार इसे लगा सकते हैं।

कैसे फायदेमंद है ?

यह चेहरे के बाल हटाने का एक अच्छा तरीका है और यह कई वर्षों से उपयोग में लाया जा रहा है। प्याज त्वचा, बाल और स्वास्थ्य के लिए काफी फायदे है। वहीं, तुलसी भी स्वास्थ्य और त्वचा के लिए गुणकारी है। जब ये दोनों मिल जाते हैं, तो फायदा दोगुना हो सकता है।

किसी तरह की त्वचा के लिए है ?

यह हर तरह की त्वचा वाले लोग लगा सकते हैं।

6. चीनी और नींबू का रस

सामग्री

  • दो चम्मच चीनी
  • दो चम्मच ताजा नींबू का रस
  • आठ से नौ चम्मच पानी (आप अपने हिसाब से भी पानी ले सकते हैं, ताकि पेस्ट बन जाए)

बनाने और लगाने की विधि

  • नींबू का रस, चीनी और पानी को मिला लें।
  • अब इस मिश्रण को गर्म करें।
  • फिर इसे थोड़ा ठंडा होने दें और अपने अनचाहे बालों पर लगाएं।
  • उसके बाद लगभग 15 से 20 मिनट के लिए सूखने दें।
  • फिर इसे ठंडे पानी से हल्का-हल्का रगड़कर धो लें।
  • आप इसे हफ्ते में तीन बार लगा सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

कैसे फायदेमंद है ?

गर्म चीनी बालों से चिपकती है, त्वचा से नहीं। इसलिए, जब यह सूखती है, तो इससे बाल निकलने लगते हैं। वहीं, नींबू त्वचा की रंगत को निखारता है और बालों पर ब्लीच की तरह काम करता है।

किस तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है?

वैसे तो यह पेस्ट हर तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है, लेकिन रूखी त्वचा के लोग इसे 20 मिनट से ज्यादा त्वचा पर न लगा रहने दें।

7. लैवेंडर ऑइल और टी ट्री ऑइल




Chehre Ke Baalo Ko Hatane Ke liye Lavender Oil Aur Tea Tree OilPinit

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सामग्री

एक चम्मच लैवेंडर ऑयल
चार से पांच बूंद टी ट्री ऑइल

बनाने और लगाने की विधि

लैवेंडर ऑइल और टी ट्री ऑइल को मिलाकर एक मिश्रण तैयार कर लें।
अब इस मिश्रण को उन जगहों पर लगाएं, जहां अनचाहे बाल हैं।
इस मिश्रण को आप रोज दो से तीन बार लगा सकते हैं।

कैसे फायदेमंद है ?

कुछ महिलाओं को पुरुषों की तरह शरीर के कुछ अंगों जैसे – ठुड्डी, चेहरे व छाती आदि पर अनचाहे बाल होने लगते हैं। ये बाल काले और मोटे होते हैं। लैवेंडर ऑइल और टी ट्री ऑइल में एंटीएंड्रोजेनिक (antiandrogenic) गुण होते हैं, जिसके इस्तेमाल से ये बाल कम हो सकते हैं (8) (9)।

किस तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है ?

यह उनके लिए नहीं है, जिनको जल्द पिंपल आने की समस्या होती है।

सावधानी : जिनको जल्द पिंपल आने की परेशानी होती है, उनको टी ट्री ऑइल के इस्तेमाल से त्वचा में रूखापन, जलन व खुजली जैसी समस्या हो सकती है।

8. तुअर दाल और आलू

सामग्री

  • थोड़ी-सी तुअर दाल
  • एक आलू
  • एक चम्मच ताज़ा नींबू का रस
  • एक चम्मच शहद

 

 

 

 

 

 

 

बनाने और लगाने की विधि

  • दाल को रातभर के लिए पानी में भीगोकर रख दें।
  • आलू को छीलकर उसको कद्दूकस कर लें।
  • अब इसमें से रस निकाल लें।
  • फिर दाल के पानी को छानकर दाल को अच्छे से पीसकर पेस्ट बना लें।
  • अब इस पेस्ट में आलू का रस, नींबू का रस और शहद मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • फिर इस मिश्रण को उन जगहों पर लगाएं, जहां अनचाहे बाल हैं।
  • इस पेस्ट को 20 से 30 मिनट के लिए लगा रहने दें या तब तक लगा रहने दें, जब तक यह सूख न जाए।
  • जब यह सूख जाए, तो अपनी अंगुलियों से इसे हल्के-हल्के से रगड़ें, ताकि ये निकलने लगे और फिर पानी से धो दें।
  • आप इसका इस्तेमाल हफ्ते में एक या दो बार लगा सकते हैं।

कैसे फायदेमंद है?

त्वचा के लिए आलू काफी फायदे है। दाल और आलू के मिश्रण का उपयोग करने से न सिर्फ अनचाहे बालों की समस्या दूर होगी, बल्कि त्वचा पर निखार भी आएगा।




किस तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है ?

वैसे तो यह हर तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है, लेकिन रूखी त्वचा पर इसे लगाने से त्वचा और रूखी हो सकती है। इसलिए, इस पैक को उपयोग करने के बाद चेहरे पर मॉइश्चराइजर जरूर लगाएं।

सावधानी : कुछ लोगों को कच्चे आलू से एलर्जी हो सकती है। उन्हें त्वचा पर खुजली, जलन या अन्य कोई परेशानी हो सकती है, इसलिए इस मिश्रण को लगाने से पहले पैच टेस्ट कर लें।

9. जौ और दूध

Chehre Ke Baalo Ko Hatane Ke liye Barley Aur milkPinit

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सामग्री

  • एक चम्मच जौ का पाउडर
  • एक चम्मच दूध
  • एक चम्मच नींबू का रस

बनाने और लगाने की विधि

  • जौ का पाउडर, दूध और नींबू का रस मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें।
  • अब इस पेस्ट को अपने अनचाहे बालों पर लगाकर 30 मिनट के लिए छोड़ दें।
  • फिर इसे हल्के से रगड़-रगड़कर निकाल दें और चेहरे को धो लें।
  • आप हफ्ते में इसे दो से तीन बार भी लगा सकते हैं। यह मिश्रण स्क्रब की तरह काम करता है और नियमित इस्तेमाल से त्वचा पर निखार भी आएगा।

 

 

 

 

 

 

 

कैसे फायदेमंद है ?

जौ और दूध का यह मिश्रण त्वचा और बालों से चिपक जाएगा और जब इसे रगड़ना शुरू किया जाएगा, तो यह आसानी से बालों को निकालने लगेगा।

किस तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है ?

जिनकी त्वचा संवेनदशील है, वो इसे ज्यादा जोर से न रगड़ें।

सावधानी

अगर आपको दमा की परेशानी है, तो जौ के पाउडर से दूरी बनाए रखें, क्योंकि कभी-कभी इससे दमा की परेशानी हो सकती है या जिन्हें है, उनकी समस्या बढ़ सकती है।

10. फिटकिरी और गुलाब जल

सामग्री

  • आधा चम्मच फिटकिरी पाउडर
  • दो से तीन चम्मच गुलाब जल
  • तिल का तेल या जैतून के तेल की कुछ बूंदें

बनाने और लगाने की विधि

  • फिटकिरी के पाउडर में गुलाब जल मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • अब रूई को इस मिश्रण में भिगो लें।
  • फिर इस पेस्ट को वहां लगाएं, जहां-जहां अनचाहे बाल हैं।
  • इसे थोड़े देर के लिए सूखने दें और फिर एक बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
  • आप इसे चार से छह बार दोहराएं। अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो दो से तीन बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
  • इसके बाद पानी से चेहरे को धो लें।
  • फिर त्वचा को मॉइश्चराइज करने के लिए तिल के तेल या जैतून के तेल को लगाएं।
  • आप इसे हफ्ते में एक बार या हर तीन दिन में एक बार उपयोग करें। फिटकिरी पाउडर आपको बाज़ार में आसानी से मिल जाएगा। अगर नहीं मिला, तो आप फिटकिरी के टुकड़ों को पीसकर इस्तेमाल कर सकते हैं।

कैसे फायदेमंद है ?



बालों को बढ़ने से रोकने के लिए फिटकिरी का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह वैक्सिंग के बाद भी उपयोग किया जा सकता है, क्योंकि यह जलन जैसी समस्या को कम कर सकता है।

किस तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है ?

यह हर तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकता है।

सावधानी

हो सकता है कि इसके इस्तेमाल से आपकी त्वचा पर चुभने या जलन जैसा महसूस हो, इसलिए इसका पैच टेस्ट कर लें।

11. पपीता और एलोवेरा

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सामग्री

  • एक चम्मच पपीता का पेस्ट
  • दो से तीन चम्मच एलोवेरा जेल
  • एक चम्मच सरसों का तेल
  • आधा चम्मच बेसन
  • आधा चम्मच हल्दी
  • दो बूंद कोई भी एसेंशियल ऑइल
  • एक साफ और सूखा कपड़ा
  • एक चम्मच जैतून का तेल (आप मॉइश्चराइजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं)

बनाने और लगाने की विधि

  • पपीते का पेस्ट, एलोवेरा जेल, बेसन, हल्दी पाउडर, सरसों का तेल और एसेंशियल ऑइल मिलाकर एक पेस्ट बना लें।
  • अब इस पेस्ट को वहां लगाएं, जहां के बाल आपको हटाने हैं।
  • लगाने के बाद पेस्ट को 10 से 15 मिनट के लिए सूखने दें।
  • फिर एक कपड़ा लेकर उसे बालों के विपरीत दिशा में रगड़ें, ताकि सूखा पेस्ट निकलने लगे।
  • आप इस पेस्ट को हफ्ते में दो से तीन बार उपयोग कर सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

कैसे फायदेमंद है ?

पपीते में पपाइन होता है (10), जिसकी मदद से बाल आसानी से टूट सकते हैं। इसलिए, यह मिश्रण अनचाहे बालों को आसानी से निकाल सकता है।

किस तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है ?

हर तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है।

सावधानी : इस पेस्ट को निकालने के लिए साबुन का इस्तेमाल न करें।

12. हल्दी और दूध

सामग्री

  • एक या दो चम्मच हल्दी
  • दूध (जरूरतानुसार)

बनाने और लगाने की विधि

  • हल्दी को दूध में भिगोएं (अगर आपके पास दूध नहीं है, तो आप पानी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं)।
  • अब इसके मिश्रण से पेस्ट बना लें।
  • फिर इस पेस्ट को अनचाहे बालों पर लगाएं।
  • उसके बाद इसे सूखने दें और फिर गर्म पानी से धो लें।
  • अगर आपके बाल मोटे हैं, तो इस पेस्ट में आप बेसन, दलिया या चावल का आटा भी मिला सकते हैं।
  • आप इस मिश्रण को हर कुछ दिनों बाद लगा सकते हैं।

कैसे फायदेमंद है ?

हल्दी वाला दूध पीने के फायदे तो लगभग हर किसी को पता हैं, veet hair removal cream लेकिन हल्दी-दूध त्वचा के लिए veet hair removal cream भी लाभकारी हो सकता है veet hair removal cream यह शायद ही किसी को पता होगा। हल्दी को एक्जिमा, veet hair removal cream एलर्जी, किसी घाव या अन्य veet hair removal creamत्वचा संबंधी परेशानियों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है (11)। साथ ही इसमें एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद हैं (12)। veet hair removal cream इस कारण जब त्वचा से बाल निकलेंगे, veet hair removal cream  तो इससे त्वचा को veet hair removal cream कोई नुकसान नहीं होगा।

किस त्वचा के लिए फायदेमंद है ?

यह रूखी त्वचा के लिए फायदेमंद है। veet hair removal cream जिसकी त्वचा तैलीय है, वो लोग दूध के बदले गुलाबजल का इस्तेमाल कर सकते हैं। veet hair removal cream सामान्य त्वचा वाले लोग इसमें से veet hair removal cream कोई भी विकल्प चुन सकते हैं।

सावधानी : ज़रूरत से ज़्यादा किसी भी चीज़ का उपयोग नुकसानदेह हो सकता है, वैसे ही हल्दी का भी जरूरत से ज्यादा उपयोग नुकसान पहुंचा सकता है। veet hair removal cream इसलिए, अगर आप इस मिश्रण को हर कुछ दिन पर लगा रहे हैं, veet hair removal cream तो ध्यान रहे कि आप चुटकीभर हल्दी लें ज्यादा न लें। इसके अलावा, हल्दी लगाने से बाद साबुन का इस्तेमाल न करें, क्योंकि ऐसा करने से आपकी त्वचा काली पड़ सकती है। हालांकि, इसका कोई प्रमाण नहीं है, लेकिन बेहतर है कि आप सावधानी बरतें।

चेहरे के बालों को हटाने की कुछ और प्रक्रिया – Other Processes for Face Hair Removal in Hindi

चेहरे पर अनचाहे बाल हटाने के उपाय के लिए कुछ अन्य प्रक्रियाएं भी हैं, जिससे आप इन अनचाहे बालों से छुटकारा पा सकते हैं।

1. थ्रेडिंग

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आजकल लगभग हर महिला ब्यूटी पार्लर जाती है। कभी हेयरकट, कभी वैक्सिंग तो कभी थ्रेडिंग कराने के लिए जाती है। वैक्सिंग की तरह ही थ्रेडिंग भी चेहरे के बाल हटाने का तरीका है। यह अनचाहे बालों को निकालने का एक अच्छा विकल्प है। कई महिलाएं आईब्रो बनवाते वक्त ही अपरलिप्स थ्रेडिंग करवा लेती हैं। यह थोड़ा दर्दनाक होता है, लेकिन इससे चेहरे के अनचाहे बाल कुछ वक्त तक नहीं आते हैं। यह चेहरे की काया को काफी खूबसूरत बना देता है और इसका असर चेहरे पर तुरंत दिखता है।

 

 

 

 

 

2. ब्लीचिंग

चेहरे के बाल हटाने के उपाय में hair removal cream for men ब्लीचिंग एक बहुत ही सामान्य उपाय है। hair removal cream for men इसमें बाल निकलते नहीं, बल्कि छुप जाते हैं। hair removal cream for men यह आपके बालों के रंग को hair removal cream for men आपके त्वचा के रंग जैसा कर देता है, hair removal cream for men  जिस कारण यह आपकी त्वचा के रंग से पूरी तरह मिल जाता है। hair removal cream for men ब्लीच करने से पहले उसका पैच टेस्ट ज़रूर करें, hair removal cream for men क्योंकि ब्लीच हर किसी को सूट नहीं करता है। hair removal cream for men अगर आपको ब्लीच का पैच टेस्ट करते वक़्त जलन, hair removal cream for men खुजली या त्वचा लाल होने की शिकायत हो, hair removal cream for menतो ब्लीच का इस्तेमाल न करें। hair removal cream for men हो सके तो किसी जानकार से hair removal cream for men पूछकर और सलाह-परामर्श करने के बाद hair removal cream for men ही उपयोग करें।

3. लेजर




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आजकल त्वचा संबंधी परेशानियों के लिए नई-नई तकनीक आ चुकी हैं और लेजर तकनीक उन्हीं में से एक है। लेजर से बालों को कुछ वक्त के लिए हटाया जा सकता है। इसमें लेजर की किरणों को बालों की जड़ों पर केंद्रित कर हटाया जाता है। यह तकनीक थोड़ी महंगी हो सकती है और इसे किसी अच्छे त्वचा विशेषज्ञ द्वारा ही कराना सही होगा।

4. डेपीलेटरी (Depilatory) का इस्तेमाल करें

डेपीलेटरी एक तरह का केमिकल होता है, facial hair removal जो बालों को facial hair removal हटाने में मदद करता है। कई ऐसी क्रीम होती हैं, facial hair removal जिनमें इसका उपयोग होता है। facial hair removal यह बालों को आसानी से हटाने में मदद करता है। facial hair removal हालांकि, इसका असर ज्यादा दिनों तक नहीं रहता, facial hair removal लेकिन अगर आपको कहीं जाने से पहले अपने अनचाहे बालों को हटाना है, facial hair removal तो यह मददगार हो सकता है। facial hair removal इसे उपयोग करने के बाद त्वचा को साफ कपड़े से पोछ लें, लेकिन इसका इस्तेमाल करने से facial hair removal पहले एक बार पैच टेस्ट ज़रूर करें, facial hair removal क्योंकि इससे पता चल जाएगा कि कहीं आपको कोई एलर्जी तो नहीं है।facial hair removal  हालांकि, facial hair removalचेहरे पर इसका प्रयोग किसी विशेषज्ञ से पूछने के बाद ही करें।

 

 

 

 

 

5. प्लकिंग

चेहरे के बाल हटाने के उपाय के लिए प्लकर का प्रयोग किया जा सकता है। प्लकर की मदद से आप घर में ही अपने चेहरे के अनचाहे बालों को निकाल सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि आपको इसका इस्तेमाल करना अच्छे से आता हो। प्लकिंग के लिए आपको ब्यूटी पार्लर जाने की जरूरत नहीं होती, इससे आप अपने ठोड़ी, अपरलिप्स और यहां तक कि आईब्रो के बाल भी हटा सकते हैं। खुद से करने पर आपको थोड़ा दर्द हो सकता है, इसलिए इसका उपयोग उनसे करवाएं, जो इसका इस्तेमाल करना अच्छे से जानते हों।

6. वैक्सिंग

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यह महिलाओं के लिए आजकल बहुत ही आम और आसान प्रक्रिया है। वैक्सिंग से शरीर के किसी भी हिस्से के बालों को आसानी से निकाला जा सकता है। वैक्सिंग के कुछ हफ़्तों बाद तक बाल नहीं आते हैं, क्योंकि इसमें बालों को जड़ों से निकाला जाता है। वैक्सिंग थोड़ा दर्दनाक होता है, लेकिन इसके बाद त्वचा मुलायम और नर्म हो जाती है। वैक्सिंग के बाद त्वचा का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है, जैसे – वैक्सिंग के बाद तुरंत धूप में न निकलें, मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें, ज्यादा गर्म पानी का उपयोग न करें और रेजर का भी उपयोग न करें। इन बातों का ध्यान रखने से वैक्सिंग का असर कई दिनों तक रहेगा।

नोट : इन सभी प्रक्रियाओं को किसी अच्छे विशेषज्ञ की देखरेख में ही करें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि प्रोडक्ट्स अच्छी क्वालिटी के हों और सैलून में साफ-सफाई का ध्यान रखा गया हो।

 

 

 

 

 

चेहरे के बाल हटाने के टिप्स – Facial Hair Removal Tips in Hindi

चेहरे से अनचाहे बाल हटाने के उपाय के साथ-साथ permanent hair removal हम कुछ और टिप्स भी आपको दे रहे हैं, permanent hair removal जिसका ध्यान रखना जरूरी है।

  1. अगर आपने अभी-अभी किशोरावस्था में कदम रखा है permanent hair removal और आपको अपने चेहरे व शरीर पर कुछ बाल नजर आ रहे हैं, permanent hair removal तो तुरंत उसे न निकालें। कुछ समय इंतजार करें, क्योंकि हो सकता है permanent hair removal यह किशोरावस्था में होने वाले हार्मोन परिवर्तन के कारण हो रहा हो। permanent hair removal आगे चलकर ये धीरे-धीरे कम हो सकते हैं।
  1. आप अनचाहे बालों को छुपाने के लिए ज़रूरत से ज़्यादा मेकअप न करें, permanent hair removal क्योंकि इससे न सिर्फ आपके बाल बढ़ेंगे, बल्कि जब आप मेकअप करेंगी, तो उन बालों की जगह पर permanent hair removal सफेद परत जम सकती है, permanent hair removal जो आपके चेहरे की खूबसूरती को खराब कर सकती है।
  1. पुदीने की चाय का सेवन करें। permanent hair removal इसके लगातार सेवन से त्वचा के अनचाहे बाल कम हो सकते हैं।
  1. शहद और नींबू रगड़ने से भी अनचाहे permanent hair removal बालों से छुटकारा मिल सकता है।
  1. नियमित permanent hair removal तौर पर पानी में नमक घोलकर, permanent hair removal उसमें रूई डुबोकर उससे मालिश करने से भी अनचाहे permanent hair removal बालों से छुटकारा मिल सकता है।

एहतियात – Precautions for Facial Hair Removal in Hindi

Precautions for Facial Hair Removal in HindiPinit

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चेहरे के बाल हटाने का तरीका इतना आसान भी नहीं है hair removal cream कि कोई भी इसे कर ले। चेहरे पर अनचाहे बाल हटाने के उपाय करते वक़्त कुछ सावधानियां बरतनी भी जरूरी हैं।

  1. अगर आप पहली बार खुद से चेहरे या शरीर के किसी भी अंग के बाल हटाने के उपाय कर रहे हैं, hair removal cream तो किसी जानकार को अपने साथ रखें।




  1. वैक्सिंग करना या घरेलू उपायों द्वारा शरीर के hair removal cream बालों को निकालने के कुछ विशेष तरीके होते हैं, hair removal cream उन्हें पहले किसी विशेषज्ञ या किसी जानकार से सीख लें।
  1. गुप्तांग पर इन घरेलू उपायों का hair removal cream इस्तेमाल न करें।
  1. बालों को निकालने के बाद त्वचा को ठंडक देने के hair removal cream लिए मॉइश्चराइजर लगाएं, कोशिश करें कि मॉइश्चराइजर नैचुरल हो।
  1. अनचाहे बालों को निकालते वक्त जल्दबाजी न करें। hair removal cream अगर आपने गलत तरीके से बालों को हटाया, hair removal cream तो आपको घाव या संक्रमण हो सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

चेहरे के बाल कैसे हटाए, इस सवाल का जवाब तो आपको मिल ही गया है। hair removal cream तो अब देर किस बात की, hair removal cream चेहरे पर अनचाहे बाल हटाने के hair removal cream उपाय को आज़माने के साथ-साथ अपने खान-पान और जीवनशैली का भी ध्यान रखें। hair removal cream हमेशा याद रखें कि जैसी आपकी जीवनशैली होगी उसी का असर आपके शरीर और hair removal cream  त्वचा पर दिखेगा। इसलिए, hair removal cream अच्छा खाएं और खुश व तंदरुस्त रहें।

अदरक के फायदे in Hindi (Ginger Benefits)

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अदरक के फायदे in Hindi (Ginger Benefits), अदरक खाद्य पदार्थ होने के साथ-साथ आयुर्वेदिक औषधि भी है। अगर भोजन में स्वाद का तड़का लगाना हो, तो अदरक का इस्तेमाल किया जाता है। Ginger tea वहीं, बात की जाए औषधि के रूप में अदरक के सेवन की, तो यह कई बीमारियां का इलाज करने में सक्षम है। यही कारण है कि आयुर्वेद में अदरक विशेष महत्व रखता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम अदरक खाने के विभिन्न फायदों के बारे में बताएंगे।

 

 

 

 

 

Ginger (Adrak) Benefits

 

अदरक के फायदे – Benefits of Ginger in Hindiइसमें कोई दो राय नहीं है कि अदरक खाने के फायदे अनेक हैं। एक ओर जहां अदरक स्वास्थ्य के लिए गुणकारी है, वहीं यह बालों और त्वचा पर भी चमत्कारी असर दिखाता है। नीचे हम सेहत, त्वचा और बालों के लिए अदरक के फायदे बताएंगे।आइए, पहले जानते हैं कि सेहत के लिए अदरक खाने के फायदे क्या हैं सेहत के लिए अदरक के फायदे – Health Benefits of Ginger in Hindi

1. श्वसन संबंधी समस्या :Mobile Premier League (MPL) App to Make Money Online Playing Game पैसे कमाएँ ऑनलाइन खेल

जिन्हें सांस संबंधी समस्या होती है, उनके लिए अदरक असरकारक साबित हो सकता है। इसमें एंटीहिस्टामाइन गुण होते हैं, जो एलर्जी को ठीक करने में मदद करते हैं। सर्दी-जुकाम जैसी समस्या के लिए अदरक का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है (1)। अगर आपको गले में खराश जैसी समस्या होती है, तो आप अदरक के रस में शहद मिलाकर खा सकते हैं। इसके अलावा, अगर आपकी नाक बंद हो या गला खराब हो, तो अदरक की चाय राहत पहुंचा सकती है।

2. पाचन :Small Easy Steps to Make Money Playing Online games ऑनलाइन गेम खेलने के पैसे कमाने के छोटे आसान उपाय

अदरक पाचन शक्ति को मजबूत करने में मदद करता है। अदरक के सेवन से पित्त की थैली से पित्त निकालने में मदद मिल सकती है (2)। इसके अलावा, यह गैस के कारण पेट में होने वाली ऐंठन व दस्त जैसी समस्या से राहत दिलाने में भी मदद करता है।

3. कैंसर :Mobile Premier League (MPL) App to Make Money Online Playing Game पैसे कमाएँ ऑनलाइन खेल

कई शोधों में यह बात भी साबित हुई है कि अदरक कैंसर से बचाने में मदद करता है। शोध में पाया गया है कि अदरक के अंदर कैंसर रोधी गुण मौजूद हैं, जो महिलाओं को स्तन कैंसर और गर्भाशय कैंसर से बचाते हैं (3)।

4. जी-मिचलाना :

अदरक के औषधीय गुण कैंसर के लिए भी काम आते हैं। जिन्हें कैंसर की बीमारी होती है, उन्हें कीमोथैरेपी दी जाती है। कीमोथैरेपी के बाद रोगी को जी-मिचलाने की समस्या होती है। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इससे कीमोथैरेपी के बाद जी-मिचलाने की समस्या से राहत दिलाने में मदद मिलती है। ऐसे में कीमोथैरेपी से तुरंत पहले अगर अदरक का रस दिया जाए, तो जी-मिचलाने और उल्टी आने की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है (4)। इसके अलावा, सामान्य रूप से जी-मिचलाने पर भी अदरक राहत दे सकता है।

 

 

 

 

 

5. दर्द निवारक :

अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो दर्द निवारक का काम करते हैं। जिन्हें अर्थराइटिस व घुटनों में दर्द जैसी समस्या होती है, उनके लिए अदरक फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा, अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होता है, जो सूजन दूर करने में मदद करता है (5)।

6. मासिक धर्म का दर्द :

अदरक के औषधीय गुण मासिक धर्म में भी फायदा पहुंचाते हैं। एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि अदरक मासिक धर्म से राहत दिलाने में मदद करता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो एक प्राकृतिक दर्द निवाकर का काम करते हैं। ऐसे में, मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए अदरक का इस्तेमाल किया जा सकता है (6)।

7. माइग्रेन

Migraine ke liye Adrak

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अदरक का उपयोग आप माइग्रेन में भी कर सकते हैं। रिसर्च में यह बात सामने आई है कि अदरक प्रोस्टाग्लैंडिन को रक्त वाहिकाओं में सूजन पैदा करने से रोकता है। इस वजह से माइग्रेन की समस्या से राहत मिलती है। अगर आपको माइग्रेन का दर्द होता है, तो अदरक वाली चाय पी सकते हैं (7)। इसके अलावा, आप माइग्रेन का दर्द होने पर अदरक का पेस्ट अपने माथे पर लगा सकते हैं।

 

 

 

 

 

8. कोलेस्ट्रॉल और दिल के स्वास्थ्य के लिए :

अदरक को दिल के स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर माना जाता है। इसके नियमित सेवन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है और आंतरिक ब्लड क्लॉटिंग भी ठीक होती है। इसके अलावा, यह स्ट्रॉक से भी बचाता है (8)।

9. डायबिटीज :

अदरक रक्त शर्करा को भी कम करने का काम करता है, जिससे डायबिटीज से बचाव संभव होता है। वहीं, अगर किसी को डायबिटीज है, तो अदरक के सेवन से इंसुलिन और अन्य दवा का असर बढ़ सकता है। ऐसे में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए सुबह-सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में एक चम्मच अदरक का रस मिलाकर पीने से आपको फायदा हो सकता है (9)।

10. वजन कम करे :

अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो अदरक आपकी मदद कर सकता है। अदरक को फैट बर्नर माना जाता है, जो न सिर्फ आपका वजन कम करता है, बल्कि अतिरिक्त फैट को भी कम करता है।

11. इम्यूनिटी बढ़ाए :

अगर आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, तो आप अदरक का सेवन कर सकते हैं। यह आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। कमजोर इम्यूनिटी के कारण व्यक्ति को बीमारियां जल्दी घेर लेती हैं। जैसे ही इम्यूनिटी कमजोर पड़ने लगती है, सर्दी-जुकाम सबसे पहले जकड़ लेते हैं। अदरक में एंटीवायरल गुण होते हैं, तो यह ऐसी बीमारियों से बचाने में मदद करता है (10)।

12. मासिक धर्म का चक्र :

अगर कोई महिला मासिक धर्म की अनियमितता से जूझती है, तो वह अदरक का सेवन कर सकती है। अनियमित मासिक धर्म होने पर ताजा अदरक लें और छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। फिर इसमें थोड़ा-सा पानी मिलाएं और पांच मिनट के लिए गर्म करें। अब इस मिश्रण को पी लें। अगर आपको मासिक धर्म नहीं आ रहे हैं, तो इससे आने में मदद मिलेगी। आप स्वाद के लिए इस मिश्रण में चीनी भी मिला सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

13. उच्च रक्तचाप

high blood pressure ke liye Adrak

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अगर आपको उच्च रक्तचाप की समस्या है ginger chicken तो, अदरक आपको ginger chicken  फायदा पहुंचा सकता है। ginger chicken इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण उच्च रक्तचाप को कम ginger chicken करने में मदद करते हैं। ginger chicken इसके लिए आप अदरक की चाय पी सकते हैं।

14. अर्थराइटिस

Arthritis ke liye Adrak

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अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, ginger chicken जो अर्थराइटिस यानी गठिया की ginger chicken समस्या से राहत दिलाने में मदद करते हैं। अर्थराइटिस के दर्द में अदरक का इस्तेमाल काफी समय से किया जा रहा है (11)।आइए, अब जानते हैं, त्वचा के लिए अदरक ginger chicken किस तरह से फायदेमंद है।

त्वचा के लिए अदरक के फायदे – Skin Benefits of Ginger in Hindi

अगर आपको त्वचा संबंधी परेशानी है, तो आपके ginger chicken लिए अदरक काम की चीज हो सकती है। इसलिए, नीचे हम बताने जा रहे हैं कि किस तरह से अदरक त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकता है :

15. एंटी एजिंग :

अदरक में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, ginger chicken  जो एजिंग की समस्या को कम करने में मदद करते हैं। ginger chicken ये शरीर से टॉक्सिन को दूर कर त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद करते हैं।

कैसे इस्तेमाल करें?

आप अदरक या अदरक के पाउडर में बराबर मात्रा में ginger chicken शहद और नींबू का रस मिलाएं। फिर इसे ginger chicken अपने चेहरे पर लगाएं और ginger chicken  सूखने के बाद धो लें। आप इस प्रक्रिया को सप्ताह में दो बार दोहराएं।

 

 

 

 

 

 

16. जले हुए निशान के लिए :

अदरक त्वचा पर जले हुए निशान को कम करने में मदद कर सकता है। अगर आपकी त्वचा किसी कारणवश थोड़ी-सी जल जाती है, तो आप अदरक का इस्तेमाल कर सकते हैं।

कैसे इस्तेमाल करें?

आप त्वचा पर जले हुए निशान पर ताजे अदरक का टुकड़ा रगड़ें। इस प्रक्रिया को छह से 12 सप्ताह तक रोजाना दिन में दो से तीन बार दोहराएं।

17. मुंहासे और दाग धब्बे :

अदरक में एंटीसेप्टिक और क्लींजिंग गुण होते हैं, जो त्वचा को साफ रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो चेहरे पर मुंहासे होने से रोकने में मदद करते हैं (12)।

कैसे इस्तेमाल करें?

आप अदरक को घिस लें। फिर इसमें एक चम्मच नींबू का रस और दो चम्मच शहद मिलाएं। कुछ देर के लिए इस मिश्रण को फ्रिज में रखकर ठंडा करें। ठंडा होने के बाद इसे चेहरे पर लगाएं और सूखने के बाद धो लें।

18. स्किन टोनर :

अदरक को अपने एंटीऑक्सीडेंट और टोनिंग गुणों के लिए जाना जाता है, जो त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करते हैं। इसे आप फेस मास्क के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

 

 

 

कैसे इस्तेमाल करें?

स्किन टोन करने के लिए आप दो अदरक को घिसें और इसमें दो चम्मच शहद व एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं। फिर इसे अपने चेहरे पर लगाएं और 30 मिनट बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें।

19. हाइपोपिगमेंटेड निशान :

हाइपोपिगमेंटेड निशान तब होते हैं, जब त्वचा अपना पिगमेंटेशन खो देती है। ये आमतौर पर वास्तविक त्वचा की तुलना में सफेद या बहुत हल्के रंग के होते हैं। अदरक में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो इन निशानों को कम करने में मदद करते हैं (13)।

कैसे इस्तेमाल करें?

आप रोजाना अदरक का टुकड़ा इन निशानों पर रगड़ें और कुछ देर के लिए छोड़ दें। फिर पानी से धो लें। आपको एक या दो सप्ताह में ही अंतर नजर आने लगेगा।आइए, अब जानते हैं कि बालों के लिए अदकर किस तरह से फायदेमंद है।

बालों के लिए अदरक के फायदे – Hair Benefits of Ginger in Hindi

घने और खूबसूरत बाल हर लड़की की चाहत होती है, लेकिन कुछ कारणों से बालों का झड़ना व रूसी आदि समस्या हो जाती है। ऐसे में अगर आप अदरक का इस्तेमाल करते हैं, तो यकीनन फायदा होगा। नीचे हम बताने जा रहे हैं कि बालों के लिए किस तरह अदरक फायदेमंद है :

 

 

 

 

 

20. बालों की ग्रोथ :

अदरक सिर में सर्कुलेशन बढ़ाने का भी काम करता है, जिससे रक्त का संचार ठीक से होता है। इस वजह से यह बालों के रोम को उत्तेजित करता है, जिससे बाल बढ़ते हैं। इसके अलावा, अदरक में मौजूद फैटी एसिड पतले बालों के लिए फायदेमंद होता है (14)।

कैसे इस्तेमाल करें?

आप एक छोटी कटोरी में एक बड़े चम्मच पिसे हुई अदरक और एक चम्मच जोजोबा तेल को डालकर मिक्स कर लें। फिर इस मिश्रण से सिर की मालिश करें और 30 मिनट के लिए बालों में लगा रहने दें। इसके बाद सामान्य तरीके से शैंपू कर लें।

21. डैंड्रफ

Dandruff ke liye Adrak

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डैंड्रफ यानी रूसी की समस्या होने पर अदरक काम आ सकता है। इसमें एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो रूसी दूर करने में मदद करते हैं (15)। ऐसे में रूसी से राहत पाने के लिए आप अदरक वाले तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

कैसे इस्तेमाल करें?

आप तीन चम्मच ओलिव ऑयल या तिल के तेल में अदरक और नींबू का रस मिलाएं। फिर इस तेल से सिर की मालिश करें और 15 से 30 मिनट बाद सिर धो लें। आप ऐसा सप्ताह में तीन बार करें।

22. बाल झड़ने का उपचार :

अदरक बाल झड़ने में असरदार साबित हो सकता हैं। ginger hotel इसमें ऐसे तत्व होते हैं, जो बालों को झड़ने से रोकते हैं ginger hotel और इन्हें मजबूत बनाने में मदद करते हैं।

कैसे इस्तेमाल करें?

आप जैतून के तेल में थोड़ा-सा अदरक का रस मिलाएं और ginger hotel इससे बालों की मालिश करें। यह प्रक्रिया सप्ताह में तीन बार दोहराएं।

23. रूखे बालों के लिए फायदेमंद :

अगर आपके बाल रूखे और बेजान रहते हैं, तो अदरक आपके बालों में चमक ला सकता है। अदरक में कई विटामिन्स, जिंक और फास्फोरस होते हैं, जो बालों को चमक प्रदान करते हैं।

कैसे इस्तेमाल करें?

रूखे बालों में चमक लाने के लिए आप जैतून या तिल के तेल में अदरक का रस मिलाएं और इससे बालों की मालिश करें।

 

 

 

 

 

 

24. दो मुंहे बाल

Split Ends ke liye Adrak

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प्रदूषण के संपर्क में ginger hotel आने और अत्यधिक गर्मी ginger hotel के कारण बालों के रोम क्षतिग्रस्त हो जाने पर बाल दो मुंहे हो जाते हैं।ginger hotel  अदरक में मौजूद फास्फोरस, जिंक और विटामिन्स बालों को फायदा ginger hotel पहुंचाते हैं।

कैसे इस्तेमाल करें?

इसका इस्तेमाल भी ओलिव ऑयल में ginger hotel मिलाकर किया जा सकता है। ginger hotel आप ओलिव ऑयल में अदरक का रस मिलाएं और इससे बालों की ginger hotel मालिश करें। बेहतर परिणाम के ginger hotel लिए इस प्रक्रिया को आप ginger hotel सप्ताह में तीन बार दोहरा सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

अदरक के पौष्टिक तत्व – Ginger Nutritional Value in Hindi

अभी तक आपने ginger in hindi बालों, त्वचा और सेहत के लिए ginger in hindi अदरक के फायदे जानें। आइए, अब ginger in hindi जानते हैं कि अदरक में ginger in hindi क्या-क्या पौष्टिक तत्व होते हैं, जो इसे इतना गुणकारी बनाते हैं :

तत्व पौष्टिक मूल्य आरडीए (%)
ऊर्जा 80 Kcal 4
कार्बोहाइड्रेट 17.77 ग्राम 13.5
प्रोटीन 1.82 ग्राम 3
कुल वसा 0.75 ग्राम 3
कोलेस्ट्रॉल 0 ग्राम 0
डाइटरी फाइबर 2.0 ग्राम 5
विटामिन्स
फोलेट 11 µg 3
नियासिन 0.750 एमजी 4.5
पैंटोथैनिक एसिड 0.203 एमजी 4
पायरीडॉक्सीन 0.160 एमजी 12
विटामिन-ए 0 IU 0
विटामिन-सी 5 एमजी 8
विटामिन-ई 0.26 एमजी 1.5
विटामिन-के 0.1 µg 0
इलेक्ट्रोलाइट्स
सोडियम 13 एमजी 1
पोटैशियम 415 एमजी 9

मिनरल्स
कैल्शियम 16 एमजी 1.6
कॉपर 0.226 एमजी 25
आयरन 0.60 एमजी 7.5
मैग्नीशियम 43 एमजी 11
मैंगनीज 0.229 एमजी 10
फास्फोरस 34 एमजी 5
जिंक 0.34 एमजी 3

अदरक का उपयोग – How to Use Ginger in Hindi

ज्यादातर लोग सब्जी में अदरक डालकर तड़का लगाते हैं। ginger garlic paste इसके अलावा और भी कई तरीके हैं, ginger garlic paste जिनके जरिए आप अदरक का सेवन कर सकते हैं।

  • अदरक का अचार बनाकर आप इसे अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। ginger garlic paste यह आपको स्वादिष्ट भी लगेगा और आपको अदरक के फायदे भी पता चलेंगे।
  • इसके अलावा, अदरक की चाय भी काफी प्रसिद्ध है। ginger garlic paste  आप अदरक वाली चाय बनाकर पी सकते हैं।
  • वहीं, अदरक के पाउडर का ginger garlic paste भी सेवन किया जा सकता है।
  • इसके अलावा, अदरक को लंबा और पतला काट कर ginger garlic paste इस पर नमक-मिर्च और अपनी पसंद का ginger garlic paste मसाला लगाकर धूप में सुखा लें। ginger garlic paste फिर इसे आप कभी भी खा सकते हैं। ginger garlic paste आपका पाचन अच्छा रहेगा।

अदरक के नुकसान – Side Effects of Ginger in Hindi

इसमें कोई दो राय नहीं है कि अदरक काफी गुणकारी होता है, ginger garlic paste लेकिन जरूरत से ज्यादा सेवन करने पर अदरक के नुकसान भी हो सकते हैं। नीचे हम इन्हीं के बारे में बता रहे हैं :डायबिटीज : अदरक को खाने से आपका इंसुलिन स्तर बढ़ सकता है। यह आपके शरीर में शर्करा की मात्रा घटा सकता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीज अदरक का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

 

 

 

 

 

मासक धर्म चक्र : कुछ महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान अतिरिक्त ginger tea रक्तस्राव होने की समस्या हो सकती है।हृदय : अदरक का ज्यादा मात्रा में ginger tea सेवन करने से आपके ह्रदय को हानि पहुंच सकती है। ginger tea इसलिए, इसका सेवन अधिक मात्रा में ginger tea  नहीं करना चाहिए।त्वचा : यूं तो अदरक आपकी त्वचा के लिए काफी फायदेमंद है, ginger teaलेकिन कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है। ginger tea ऐसे में उन्हें अदरक को स्किन पर लगाने से जलन हो सकती है।इस लेख में आपको हमने अदरक के फायदे से लेकर अदरक के ginger tea नुकसान की जानकारी दी है। चूंकि, अदरक के औषधीय गुण काफी हैं, ginger tea इसलिए इसका सेवन दवा के तौर पर किया जा सकता है। ginger tea हम उम्मीद करते हैं, ginger tea यह लेख आपके काम आएगा और अदरक खाने से ginger tea आपको जरूर फायदा होगा।

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