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Beer Business Start in India

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BEER KA BUSINESS KAISE START KARE IN HINDI  बीयर बनाने का अपना बिजनेस शुरू करें:Beer का बिजनेस सफल बिजनेसों में से एक है. आज कल 10 लोगों में से कम से कम 8 लोग ऐसे मिल जाते हैं जो बीयर पीते हैं. बीयर के अपने बहुत से फायदे भी होते हैं. 
बियर का बिजनेस वैसे तो बहुत ज्यादा आसान बात नहीं है लेकिन एक बार सही से चल जाए तो फिर आप पीछे मुड़कर नहीं देखने वाले, इतना तो मैं जानता हूं.
बीयर बिजनेस एक प्रोफेशनल बिजनेस है जिसके profit के बारे में तो आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते. तो चलिए सीधे टॉपिक पर आते हैं और बात करते हैं “Beer ka Business kaise start kre in Hindi“.

 

 

 

 

 

STEP1). EQUIPMENTS:

* Brew Pot (एक बड़ा कंटेनर जिसमें कई लीटर पानी आराम से आ सके)

Beer ka Business kaise start kre in Hindi

* Kitchen strainer (एक छलनी)

Beer ka Business kaise start kre in Hindi

Image result for beer ka business

 

 

 

 

 

* ThermometerSmall Easy Steps to Make Money Playing Online games ऑनलाइन गेम खेलने के पैसे कमाने के छोटे आसान उपाय
* Large FunnelMobile Premier League (MPL) App to Make Money Online Playing Game पैसे कमाएँ ऑनलाइन खेल
* Rolling pin (पीसने के लिए बेलन) Property Dealer kaise bane and Real Estate Business kaise kam karta hai प्रॉपर्टी डीलर कैसे बनें रियल एस्टेट कारोबार
* Large Container (एक बड़ा कंटेनर जिसमें 10 पानी आराम से आ सके, जिसे आप किण्वन प्रक्रिया में इस्तेमाल करेंगे) Property Dealer kaise bane and Real Estate Business kaise kam karta hai प्रॉपर्टी डीलर कैसे बनें रियल एस्टेट कारोबार
* उबालने के लिए बर्तन (कम से कम 10 लीटर) What is a GPA and Why Is It So Important GPA क्या है और यह इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
* बोतलHow To Become Sub Divisional Magistrate Officer (SDM) कैसे बनें एसडीएम अधिकारी

 

 

 

 

 

 

Step2). आवश्यक सामग्री/ घटक (Ingredients):

मैं यहां आपको 10 लीटर बीयर बनाने के लिए आवश्यक सामग्री बता रहा हूं. आप चाहें तो ज्यादा या फिर कम मात्रा में बीयर बनाने के लिए उसी के हिसाब से सामग्री डाल सकते हैं. यह सब सामान आपको लोकल मार्केट से आसानी से मिल जाएगा.
* 1.3 kg. light dried malt extract (जौ)

Beer ka Business kaise start kre in Hindi
* Crushed crystal malt
* Brewer pellet hops (एक प्रकार का पौधा जो शराब बनाने में काम आता है)
* 1 pkg. brewers yeast (शराब बनाने वाला खमीर)
* 3/8 cup sugar

STEP3). जौ को पीसे:

चाहें तो आप ऐसे कर सकते हैं कि एक हैवी फ्रीजर बैग (मोटी पॉलिथीन) लें और इसमें थोड़े थोड़े कर के जौ डाल दें और एक बेलन लेकर उसे अच्छी तरह से पीस लें. अगर आप बड़े पैमाने पर या अपने बिजनेस के लिए बियर बना रहे हैं तो आप मार्केट से जौ पीसने की छोटी मशीन भी ले सकते हैं जो खास बियर के लिए जौ पीसने हेतु बनाई जाती है.

 

 

 

 

 

 

Step4). Steeping (भिगोना):What is CAT & IIM and How To Fill MBA Application Form कैट क्या है आवेदन पत्र कैसे भरें

1 Gallon= 3.78 Liter

सबसे पहले 3 gallon वाली बोतल में 1/2 गैलन पानी भरे और बोतल पर 2.5 गैलन पर कोई निशान लगा लें (अपनी सुविधा के लिए निशान लगा लें).
अब 2.5 गैलन पानी और बोतल में डालें, फिर उसमें पिसे हुए जौ छान कर डाल दें. फिर उसे 150 से 155 डिग्री तापमान पर 1 घंटे तक गर्म करें. 1 घंटे बाद इसे बंद करके ढक दें और 30 मिनट तक ऐसे ही छोड़ दें.

Step5). उबालना:

अब इस मिश्रण को Boil कंटेनर में डालकर मिश्रण को अच्छे से मिला लें और फिर से उबालना शुरू करें, यहां आपको hop pellets के फल
मिश्रण में डालकर कम से कम 60 मिनट तक उबालना है. अब last 15 मिनट में इसे मिलना है और उबालना बंद कर दें और ऊपर से थोड़ा और hop pellets डाल दें. अब इसे ढक दें और 10 मिनट तक ऐसे ही छोड़ दें.

 

 

 

 

 

 

Step6). एयर लॉक (Airlock):

Beer ka Business kaise start kre in Hindiआपको मिश्रण एक बड़ी बोतल में डालकर उसके ढक्कन में छेद करके एयर लॉक फिट करना है जिससे हवा आर पार ना हो सके. इससे फर्मेंटेशन (fermentation) प्रोसेस में कार्बन डाइऑक्साइड बनना शुरू हो जाती है.

Step7). ठंडा करना:

अब आपको मिश्रण से भरे बर्तन को ठंडा करना है, चाहे तो आप इसे पानी में बर्फ डाल कर उसमें रख सकते हैं ठंडा करने के लिए.Step8). छानना:

Related image

अब आप मिश्रण को 3 गैलन वाली बोतल में छानकर डालना शुरू करें और 2.5 गैलन वाले निशान तक बोतल को हर ले जो निशान हमने step4 में लगाया था.

 

 

 

 

 

 

Step9). Yeast (खमीर) मिलाएं:

अब मिश्रण में खमीर मिलाएं. एक खमीर का पूरा पैकेट ना मिलाकर सिर्फ आधा पैकेट या उससे थोड़ा कम ही मिलाना है.

STEP10). FERMENTATION (किण्वन):

Beer ka Business kaise start kre in Hindi

अब अगले 7 से 10 दिन तक इसे पूरी तरह से बंद करके craft beer bar business plan किसी ठंडे और अंधेरी सी जगह पर रख दें, craft beer bar business plan जहां सूरज की रोशनी ना आ सके. तीन-चार दिन बाद आपको इसमें बुलबुले से उठते नजर craft beer bar business plan आएंगे और 7 से 10 दिन में यह पूरी तरह से तैयार हो जाएगा.

STEP11). PRIMING:

अब आपको इसमें fermentable sugar डालनी है. Corn sugar (1/4 कप + दो चम्मच) को एक कप पानी में 5 मिनट तक उबालें और मिश्रण में डालने से पहले ठंडा कर लें. अब आप बियर को बोतलों में भरने की तैयारी करें.

Step12). बोतलों में भरें:

आप मार्केट से खाली बोतलें और उसके ढक्कन खरीद सकते हैं. बोतलों को अच्छी तरह से साफ करें और बीयर भरकर ढक्कन बंद करें.

 

 

 

 

 

Step13). Aging:

जब बीयर बोतलों में भर जाए तो अभी इसको 3 से 6 हफ्ते और चाहिए होते हैं. beer business daily बोतलों को बंद करके ऐसे ही रख दें जिससे 3 से 6 हफ्ते में खमीर बची हुई beer business daily शुगर को ferment करता है और कार्बन-डाई-ऑक्साइड बनाता है, beer business daily जिससे बियर कार्बोनेट होकर अच्छी और टेस्टी बनती है.

Step14). ठंडा करके मार्केट में भेजें:

अब सभी बोतलों को ठंडा करने के लिए फ्रिज में रख दें beer business daily और जब बोतल chilled हो जाए तो इनकी पैकिंग शुरू करें और अब आप इन्हें मार्केट में भेजने के लिए या फिर खुद भी पीने के लिए तैयार हो जाएं.

Excise, License, Tax & Duty:

भारत में अलग अलग राज्यों के अपने अलग अलग नियम है family business beer company और यह सभी tax per month production पर और अल्कोहल की मात्रा पर निर्भर करते हैं. family business beer company 
सामान्यतः बीयर में 8% अल्कोहल से ज्यादा की अनुमति नहीं होती. family business beer company बीयर बिजनेस के लिए लाइसेंस राज्य सरकार देती है और पहले कुछ सालों में इसकी कीमत 10 Lakh रुपए प्रतिवर्ष थी लेकिन अब यह घटकर 25000/- per year हो गई है.
अगर आप खुद ही बीयर की दुकान खोलने की सोचते हैं तो आपको बीयर बार के लिए अलग से लाइसेंस के लिए अप्लाई करना होगा.

Beer ka Business kaise start kre in Hindi

 

 

 

 

 

Other Licenses:

1). Commercial Electricity line craft beer business
2). Commercial water line craft beer business
3). Land registration/ Lease sanction craft beer business
4). Company registration craft beer business
5). Waste water disposal certificate craft beer business
6). Quality control certificate of finished Beer. craft beer business

CAT क्या है & कैसे भरें Form

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अगर आपने अपनी UG की डिग्री पूरी कर ली है और आप  MBA करने की सोच रहे है,तो हमारा सुझाव यह है,कि आप किसी भी कॉलेज से MBA करने की बजाय CAT में एग्जाम दे।अगर किसी को IIM में नामंकन हो जाये, तो बहुत अच्छी बात है।ऐसा न भी हो ,और आपके CAT में स्कोर अच्छे है तो आप किसी भी TOP MBA COLLEGE में अप्लाई कर सकते है।जो आपको MBA के बाद अच्छा पैकेज दिला सकता है।यह पोस्ट CAT (Common Admission Test) के बारे में है,जिसमे हम CAT में कौन आवेदन कर सकता है ,आवेदन की तिथि क्या है ,कैसे आवेदन कर सकते है ,और cat में क्या-क्या होता है ?जैसे सवालो का जवाब देंगे।तो,चलिए शुरू करते है।इसके अलावा आप CMAT के बारे में ओर जानकारी चाहते है और CMAT से MBA का फॉर्म कैसे भरे,इसपर जानकारी चाहते है,तो हमारा यह आर्टिकल पढ़े.

 

 

 

 

 

 


CAT एग्जाम क्या है?

CAT (कॉमन एडमिशन टेस्ट) ,जो कि भारत की टॉप IIM  और PG कोर्स में एडमिशन लेने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।CAT की एग्जाम हर साल भारत की कोई भी एक IIM लेती है,जिससे वो आपके स्कोर के आधार पर आपको एडमिशन देते है और CAT के मार्क्स की मदद से आप टॉप MBA कॉलेज में आवेदन कर सकते है । 2017 में  CAT iim लखनऊ द्वारा आयोजित किया गया था।

CAT दूसरे entrance exam के मुकाबले थोड़ा कठिन है, क्योंकि cat में पिछले 2 सालों में  लगभग 2-2 लाख अभ्यर्थीयों ने एग्जाम दे रहे है,इसलिए इसका लेवल अब बढ़ता जा रहा है।

 

 

 

 


CAT के एग्जाम कैसे होते है और क्या पूछा जाता है ?

CAT के एग्जाम में आपसे 100 MCQ’S पूछे जाते है, जिसे आपको 180 मिनट में पूरे करने होते है और इसमे चार तरह के प्रश्न आते है :-

 Quantitative ,data interpretation, logical reasoning, reading comprehensive और vocubularyवाला भी थोड़ा भाग रहता है ।

CAT का एग्जाम ऑनलाइन कंप्यूटर पर लिया जाता है।इसमे आपको कम से कम 60 percentile लाना जरूरी है ।CAT कंप्यूटर आधारित एग्जाम है,इसलिए आपको दिए गए क्रमानुसार ही सेक्शन में उत्तर देना पड़ेगा।हर सही उत्तर के 3 अंक मिलेंगे और हर गलत उत्तर का 1 अंक कम कर दिया जाएगा ।

 

 

 

 

 


 CAT का फॉर्म कब भरना चाहिए ?

CAT की तैयारी वैसे तो आपको 1 वर्ष पहले चालू कर देनी चाहिए, लेकिन अगर आपने शुरू नही की है,तो आप अभी भी कर सकते है और आप इसकी तैयारी CAT की कोचिंग करके भी कर सकते है।यूट्यूब पर भी बहुत सारी वीडियोस है जो आपको CAT की तैयारी करने में मदद करती है।

CAT का एग्जाम 25 नवंबर को आयोजित किया जाएगा और इसका फॉर्म फिलिंग अगस्त के पहले सप्ताह से शुरू हो जाता है ।

 

 

 

 

 


CAT में अप्लाई करने के किये योग्यता क्या होनी चाहिए?

– cat में अप्लाई करने के लिए आपके UG की डिग्री में कम से कम 50% होने अनिवार्य है और sc/st केटेगरी के लिए 45% है ।

-अभ्यर्थी की उम्र 20 साल या उससे ज्यादा होंनी चाहिए ।

– UG के last year का अभ्यार्थी भी exam के लिए अप्लाई कर सकता है ।

 

 

 

 


 CAT का फॉर्म भरने के लिए जरूरी चीज़े ?

-आपके पास वैध ईमेल या फ़ोन नम्बर होना चाहिए जिसके द्वारा आप IIM से सूचना प्राप्त कर सकेंगे ।

-पेमेंट करने के लिए डेबिट या क्रेडिट कार्ड अपने पास रखे।

-अपने सारे डाक्यूमेंट्स, मार्कशीट्,आधार या पहचान पत्र,जाति प्रमाण पत्र,jpeg पोसपोर्ट फ़ोटो,jpeg में हस्ताक्षर ,और अपनी सारी डिटेल के डाक्यूमेंट्स पास में रखे।

 

 

 

 

 


IIM प्राप्त करने के लिए CAT से आवेदन कैसे करे ?
different IIM in india for MBA

CAT का फॉर्म भरने के लिए कुल तीन चरण है,जो हम आपको निचे detail में बतायेगे :-

1.फॉर्म फिलिंग साइट पर रजिस्टर करें।

2.एडमिशन फॉर्म भरे।

3.पेमेंट करे।

 

 

 

 

 


1.अपना ईमेल या नंबर रजिस्टर करें-

आपको सबसे पहले IIM CAT की ऑफिसियल साइट पर जाना है,जिसका लिंक IIM CAT यह है ।

IIM CAT की साइट पर आपको अपना नंबर या ईमेल एंटर करना है।रजिस्टर होते ही,आपको मैसेज मिल जाएगा ।फिर आपको वापस IIM CAT पर अपनी Id को लॉगिन करना है ।How to Make Up Tobacco Farming & Tobacco Manufacturing License तंबाकू की खेती कैसे करें तंबाकू विनिर्माण लाइसेंस

2.CAT का एडमिशन फॉर्म भरे-

अपने नंबर से ID लॉगिन करने के बाद आपको आपको एप्लीकेशन फॉर्म भरना है, जिसमे आपको अपनी सारी जानकारियों को भरना होता है।

 

 

 

 

 

-सबसे पहले अपनी पर्सनल जानकारी भरे।How to Apply patrol pump license Step by Step in Hindi पंप लाइसेंस लाइसेंस

-फिर आपकी एजुकेशन रिलेटेड जानकारी भरे।Hostel & PG Plan for business in Hindi हॉस्टल किराए पर व्यवसाय कैसे खोलें

-आप जिस IIM इंस्टिट्यूट में जाना चाहते है,वो भरे और आपके पास किसी नौकरी का अनुभव है तो उसका प्रूफ अपलोड करें।Kaise Open Kare Hair Salon कैस ओपन करे हेयर सैलून

-फिर आपको टेस्ट सेन्टर सेलेक्ट करने है जहाँ पर आप एग्जाम देने जा सकते है और आपको इंटरवियू का सेंटर भी तब ही सेलेक्ट करना होता है ।Online Registration License FSSAI Step by Step ऑनलाइन पंजीकरण लाइसेंस

 

 

 

 

 

-फॉर्म पूरा entrance exam for mba भरने के entrance exam for mba  बाद एक बार entrance exam for mba जांच ले।Apni English Grammar Mistake kaise thik kare आपनी अंग्रेजी ग्रामर मिस्टेक कइसे थिक करे

नोट:-भारत cat exam date मे लगभग cat exam date हर राज्य के cat exam date बड़े शहरों में CAT के एग्जाम सेंटर उपलब्ध है।How To Become Sub Divisional Magistrate Officer (SDM) कैसे बनें एसडीएम अधिकारी

 

 

 

 

 

3.पेमेंट करे-

-फॉर्म पूरा भरने cat full form के बाद cat full form आप अपने डेबिट कार्ड या cat full form  क्रेडिट से एप्लीकेशन फीस का पेमेंट कर ले ।What is Ielts Paper & How Can I Improve My Score क्या है इलेट्स पेपर and मैं अपना स्कोर कैसे सुधार सकता हूं

एप्लीकेशन MBA full form फीस :-sc/st 1000 रुपये और MBA full form जनरल 1900 रुपये है।What is a GPA and Why Is It So Important GPA क्या है और यह इतना MBA full form महत्वपूर्ण क्यों है?

NIOS छात्र NEET या IIT परीक्षा को भर सकते हैं

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आज की यह पोस्ट NIOS, IIT और NEET से जुड़ी हुई है। जैसा की आपको पता होगा,कि NIOS (Natioanl Institute of Open Schooling) भारत मे ओपन और प्राइवेट बोर्ड की परीक्षा देने के लिए सबसे बड़ी संस्था है।वही IIT (Indian Institute of Technology)  जो टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज व NEET (National Eligibility cum Entrance Test)  टॉप गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज प्राप्त करने की संस्था है NIOS से देश भर में लाखों विधायर्थी अपनी बाहरवीं बोर्ड पास करते है और फिर IIT व NEET से अच्छी गवर्नमेंट कॉलेज प्राप्त करने की सोचते है। ऐसे तो NIOS के पास CBSE की तरह सारी मान्यता है और दोनों बोर्ड को समांतर रखा गया है।परंतु,जब IIT और NEET जैसे एग्जाम में हिस्सा लेने के लिए NIOS विधार्थीओ को कुछ सालों से तकलीफो का सामना करना पड़ा है।

 

 

 

 

लेकिन आज भी ज्यादातर विध्यार्थी IIT और NEET एग्जाम में हिस्सा लेने की अनुमति को लेके ग़ुमराह है।कही लोगो को पता नही है,कि क्या वे इन कॉम्पिटेटिव एग्जाम में हिस्सा ले सकते है या नहीं। आज की हमारी पोस्ट इसी सवाल के जवाब में है,जिसमे हम आपको विस्तार में NIOS विधायर्थियो को अनुमति IIT और NEET में हो सकती है या नही,यह बताएंगे।


क्या विध्यार्थी NEET में हिस्सा ले सकते है?

कुछ सालों पहले NIOS विधार्थियो को NEET में हिस्सा लेने पर कठोर पाबंधी थी।जिसके चलते NIOS से 12TH करने वाले छात्र-छात्राएं NEET के बारे मे सोच भी नही सकते थे।क्योंकि MCI (MEDICAL COUNCIL OF INDIA) ने NIOS विद्यार्थियो पर रोक लगाकर रखी थी।जिसके पीछे कुछ कारण MCI ने बताये है।

 

 

 

 

 

MCI द्वारा NIOS विद्यार्थियो पर रोक के कारण:-

  • सबसे पहली बात MCI की यह है,कि से पास विद्यार्थियो का लेवल रेगुलर विद्यार्थियो के बराबर नही होता है।
  • दूसरी बात यह है,iit delhi कि के छात्र-छात्राओ को प्रैक्टिकल और लैब एसिस्ट करने की जानकारी नही होती।क्योंकि वे स्कूल में करवाये iit delhi जा रहे प्रैक्टिकल्स नही सिख पाते है।
  • तीसरी बात यह,कि ओपन से करने वाले iit delhi विधायर्थियो का ओवरऑल डेवलपमेंट नही होता है।

इस तीन कारणों से MCI की पाबंधी थी,परन्तु 2012 के बाद MCI के खिलाफ कंप्लेन शुरू हुई और मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया। जहाँ से फैसला विधायर्थियो के समर्थन में आया।

अब विध्यार्थी NEET में हिस्सा ले सकते है:-

सुप्रीम कोर्ट से आये आखरी फैसले अनुसार अब NIOS के छात्र-छात्राये भी NEET के एग्जाम में बैठे सकते है।परंतु,कुछ कंडीशन भी है इसके लिए।

 

 

 

 

 

नोट:-

NIOS 12TH से पास वो विध्यार्थी ही NEET में हिस्सा ले सकते है,जिन्होंने अपनी दसवीं तक की पढ़ाई किसी रेगूलर बोर्ड और स्कूल से की हो। अन्यथा,जो विद्यार्थी 10वी और 12वी दोनो NIOS और ओपन बोर्ड से करते है,उन्हें NEET में हिस्सा लेने के लिए भारी मुशीबत झेलनी पड़ सकती है।


क्या NIOS विद्यार्थी IIT (JEE MAINS OR ADVANCE) में हिस्सा के सकते है?

 

 

 

 

 

neet and nios permission detail in hindi
Img. Source: Career360

जैसा की आपको पहले बताया है,की NIOS विद्यार्थियों को NEET में हिस्सा लेने के लिए MCI से मुश्किलें आ रही थी।MCI सिर्फ मेडिकल फील्ड के लिए है,इसलिए IIT के एग्जाम में इसका कोई रोल नही है। वही,IIT में हिस्सा लेने और JEE MAINS व JEE ADVANCE के एग्जाम में बैठेने के लिए NIOS विद्यार्थियो को किसी भी समस्या का सामना नही करना पड़ता है।

NISO के विद्यार्थी दूसरी बोर्ड के विद्यार्थियो की तरह IIT के एग्जाम में बिना किसी रुकावट के हिस्सा ले सकते है।

 

 

 

 

 


निष्कर्ष:-

NIOS के विद्यार्थियो को सिर्फ nios result में हिस्सा neet admit card लेने को लेके तकलीफें थी,जो की अब ये तकलीफें ज्यादा नही neet exam रही है।वही,IIT में जाने के लिए nios result विद्यार्थियो के लिए चारों ओर से रास्ते खुले है।

हमे उम्मीद है,कि आपको nios result इस neet exam पोस्ट neet admit card से कुछ neet exam नया जानने को मिला होगा।अगर कोई भी सवाल या सुझाव है,तो हमें कमेंट में जरूर बताएं।

Amway क्या है? Start Business with Amway Company

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Amway विश्व के उन बड़े नामों में से एक है,जिसने MLM और डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री की शुरुवात की है। Amway के बारे में उन लोगों को पता ही होगा,जिन्होंने कभी MLM और डायरेक्ट सेलिंग में काम किया हो।

Amway के बारे में आम लोगो के बीच बहुत से सवाल होगें।क्योंकि कही ना कही बहुत से लोगो ने Amway का नाम सुना होगा या इसके प्रोडक्ट इस्तमाल करने की राय मिली होगी। इसके अतिरिक्त Amway का बिज़नेस प्लान क्या है और Amway से जुड़कर पैसे कैसे कमाये? यह भी बड़ा सवाल सामने आता है। इसी विषय पर हमारी पोस्ट है,जिसमे हम आपको Amway क्या है? Amway का बिज़नेस प्लान क्या है? जैसे सवालो के जवाब देँगे।तो चलिए शुरू से देखते है।

 

 

 

 


Amway क्या है? Amway की शुरुवात कैसे हुई?

Amway मूल रूप से अमेरिकन MLM कंपनी है।जिसकी शुरुआत नवंबर,1959 में हुई थी। Amway के संस्थापक का नाम “Jay Van Andel” और “Richard DeVos” है।Amway की शुरुवात “मिशिगन” में हुई थी और आज भी Amway का हैड-कोर्टरमिशिगन,अमेरिका में ही स्थित है।

Amway Founder

 

 

 

 

Amway की स्थापना से पहले “Jay Van” और “Richard” Nutrilite (न्यूट्रिलाइट) नामक कंपनी के प्रोडक्ट की डायरेक्ट सेलिंग करते थे।Nutrilite के प्रोडक्ट की डायरेक्ट सेलिंग करते समय उन्हें ख़ुद की MLM कंपनी बनाने का विचार आया।जिसके अंतर्गत 1959 में 5000 डिस्ट्रीब्यूटर के साथ Amway को शुरू किया।

Amway: 1959-2018 तक:-

1959 में Amway की शुरुवात के बाद लगातार अपना विस्तार करती जा रही है।Amway ने 1971 में ऑस्ट्रेलिया,1973 में यूरोप,1979 में जापान,1987 में थाईलैंड,1995 में चीन और 1997 तक भारत मे अपने कदम रखे।जिसके चलते Amway 108 से अधिक देशो में है और Amway की कुल कमाई 8.6 बिलियन अमेरिकन डॉलर तक है (2017 तक)।

अब Amway के पास 17,000 से ज्यादा कार्यकर्मी है,उसके अतरिक्त डिस्ट्रिब्यूटर की संख्या लाखों में है।

Amway का सफर भारत में:-

  • Amway 1997 में भारत मे आयी थी।उससे पहले ही बहुत से देशो में Amway का विस्तार हो चुका था,परन्तु भारत मे आने के बाद Amway को बहुत उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा है।
  • Amway के डायरेक्ट सेलिंग प्लान को लेके बहुत से मामले Amway के खिलाफ रजिस्टर हुए है।जिसमे Amway के पिरामिड स्कीम होने का भी दावा किया गया था,जो भारत मे गैरकानूनी है।
  • Amway भारत में मौजूद ना बराबर कंपनी में से एक है,जिसके राष्टीय स्तर पर विज्ञापन चलाए है।
  • Amway के चलते भारत मे सैकड़ो डायरेक्ट सेलिंग और MLM कंपनी की शुरुवात हुई है,जो Amway को अपना रोल मॉडल बनाकर मार्किट में उतरती है।
  • Amway भारत की सबसे प्रसिद्ध और सबसे ज्यादा डिस्ट्रीब्यूटर रखने वाली कंपनी में से एक है।
  • इसके अतिरिक्त Amway उन चुन्नीदा कंपनी में से एक है,जो IDSA (Indian Direct Selling Association) की मेंबर है।

 

 

 

 

 


Amway का डायरेक्ट सेलिंग MLM बिज़नेस प्लान क्या है?Amway MLM and Direct Selling Business plan in hindi

अब सबसे जरूरी मुद्दे की बात आती है,कि Amway का MLM बिज़नेस प्लान क्या है? Amway के प्रोडक्ट की डायरेक्ट सेलिंग क्या है?

सबसे पहले आपको बता दे,कि Amway का बिजनेस प्लान दो तर्क पर चलता है,जिसमे एक डायरेक्ट सेलिंग और दूसरा नेटवर्किंगहै।

डायरेक्ट सेलिंग:-

Amway से आपको सबसे पहले बतौर डिस्ट्रीब्यूटर जुड़ना होता है,जिसमे आपको एक फॉर्म भरना होता है और उनकी कुछ कंडीशन माननी होती है।उसके बाद आपको Amway से प्रोडक्ट खरीदने होते है और फिर उन्हें आगे बेचना होता है।
जब बतौर डिस्ट्रीब्यूटर आप जुड़ते है,तो Amway डिस्ट्रीब्यूटर को MRP से कम कीमत में प्रोडक्ट उपलब्ध करवाती है और उन डिस्ट्रीब्यूटर को वो प्रोडक्ट आगे बेचना होता है।जिससे कुछ मुनाफा होता है।

 

 

 

 

 

उदाहरण के तौर पर मान लो कोई प्रोडक्ट Amway से लिया,जिसकी MRP 500 रुपए है।Amway आपको वह प्रोडक्ट 450 रुपए amway india में देगी,अब जैसे ही वह प्रोडक्ट कोई आगे बेचता है,तो उसे 50 रुपए का प्रॉफिट हुआ।यानी की इस तरह से एक डायरेक्ट सेल्स का 10% प्रॉफिट मिला।amway india इसी प्रकार आपको कंपनी के amway india अलग-अलग प्रोडक्ट की सेलिंग करनी होती है amway india और उसके बदले मुनाफा मिलता रहता है।Amway का दावा है,amway india कि वे अपने डिस्ट्रीब्यूटर को 6 से 21 प्रतिशत का कमीशन देती है।

नेटवर्किंग:-

Amway network marketing plan

डायरेक्ट सेलिंग के बाद Amway में amway products आपको नेटवर्किंग करनी होती है।जिसमे आपको अपने जैसे ओर लोगो को कंपनी amway products से जोड़ना होता है और अपना नेटवर्क बनाना होता है।

 

 

 

 

 

अब जब भी कोई आपके नीचे प्रोडक्ट सेल करता है,तो उसका भी कुछ प्रतिशत मुनाफा आपको मिलता है।यानी की आप जितने ज्यादा लोगो को उस कंपनी से जोड़ते है,उतने ज्यादा आपने निचे डायरेक्ट सेल्स होंगे और उतना ज्यादा प्रॉफिट मिलता है।

यानी की नेटवर्क बनाकर ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्ट कंपनी के बेचने होते है,ताकि ज्यादा से ज्यादा Amway बिज़नेस प्लान से इनकम कर सकें।


Amway के प्रोडक्ट क्या-क्या है?

Amway की प्रॉडक्ट लॉस्ट बहुत लंबी हो चुकी है।जिसमे हेल्थ,कॉस्टमटिक्स,पर्सनल केअर,किचन अप्लाइन्स जैसे प्रोडक्ट शामिल होते है।
इन प्रोडक्ट को आपको आगे से आगे बेचना होता है।जिसके चलते आप बतौर डिस्ट्रीब्यूटर\रिटेलर की तरह कंपनी के लिए काम कर रहे होते है।

 

 

 

 

 

 

Amway बिज़नेस प्लान:-

अब ओर आगे बात करे,amway बिज़नेस प्लान की तो, amway products list in hindi इंसमे आपको कुछ टर्म समझने होंगे। Amway में जुड़ने amway products list in hindi से पचले आपको ABO, PV,BV के बारे में जानकारी होनी चाहिए।amway products list in hindi इस पोस्ट में आपको इस विषय पर जानकारी नही दे पाएंगे,परन्तु जुड़ने से पहले इन सब टॉपिक पर पहले पूरी जानकारी निकाले।

Amway MLM और डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस प्लान से जुड़ना चाहिए या नहीं:-

अब अंत मे सवाल आता है,कि क्या Amway MLM बिज़नेस प्लान से जुड़ना चाहिए या नही।क्या Amway से डायरेक्ट सेलिंग करके पैसे कमा सकते है या नही?
अगर डायरेक्ट सेलिंग से पैसे कमा भी सकते है,तो कितने?

 

 

 

 

 

ऐसे कई सवाल हर किसी के मन मे आते है, amway business plan in hindi जब कोई किसी को Amway से जुड़ने के लिए कहता है।Amway एक MLM कंपनी है,इसलिए इससे कोई भी जुड़ सकता है।क्योंकि MLM प्लान से amway business plan in hindi जुड़ने के लिए किसी भी क्वालिफिकेशन की जरूरत नही पड़ती है।परन्तु, डायरेक्ट सेलिंग और नेटवर्किंग के लिए ज़बरदस्त कम्युनिकेशन और मार्केटिंग स्किल्स का होना जरूरी है।amway business plan in hindi क्योंकि बिना इनके MLM में किसी का कोई भविष्य नही हो सकता।

Amway या किसी भी MLM कंपनी से जुड़ने का फैसला आपका खुदका होना चाहिए,क्योंकि इंसमे आपको अपना कीमती समय और पैसे लगाने पड़ेंगे।ऐसे में किसी के कहने और बातों में ना आये।सबसे पहले आप प्लान को डिटेल में समझे और प्रैक्टिकल होकर सोचे,कि क्या आप डायरेक्ट सेल कर पाएंगे या नहीं।इसके अतिरिक्त कंपनी के प्रॉडक्ट की कीमत और क्वालिटी भी देखें।

 

 

 

 

 

Amway product list

Amway के प्रोडक्ट की बात करे, amway in hindi तो बेशक वे क्वालिटी में अच्छे होते है,पंरतु Amway के प्रोडक्ट की कीमत भी ज्यादा देखी गई है। amway in hindi इसलिए एक बार आप खुद इंटरनेट पर amway के प्रोडक्ट की कीमत दूसरे ब्रांड से कंपेयर करे और अपना amway in hindi विश्लेषण रखें।यहाँ इस बात का ध्यान रखे, amway in hindi कि क्या प्रोडक्ट खरीदने वाले को फायदा है amway in hindi या नहीं।क्योंकि कई बार लोगो खुद के फायदे के लिए दूसरों का नुक्सान करवाते है। amway in hindi इसलिए प्रॉडक्ट कैसे है और आप कितनी सेलिंग कर सकते है,यह एक बार खुद में जरूर आंके।

Play Bulb Smash Game Every Day Earn Money

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आज का यह लेख काफी मजेदार और उपयोगी शबित होने वाला है। bulb smash जिसमे हम आपको फ्री में Paytm कैश कमाने का तरीका बतायंगे। परन्तु,सबसे खाश बात यह है,कि आपको यहाँ सिर्फ मोबाइल में गेम खेलना है और उसके बदले पैसे मिलेंगे। इसके अतिरिक्त आप अपने दोस्तों को इनवाइट करके भी पैसा कमा सकते है। तो,चलिये जानते है,कैसे मोबाइल में गेम खेलकर पैसे कमाएं।

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मोबाइल से गेम खेलकर PayTM कैश कमाने के bulb smash apk लिए आपको सिर्फ एक गेम प्लेस्टोर से डाउनलोड करना है। bulb smash apk जैसे की ऐप प्लेस्टोर पर मौजूद है,यह ऐप पुरी तरह से लीगल है bulb smash apk और कोई भी रिस्क इंसमे नही है।वही यह ऐप 2017 का बेस्ट गेम ऐप रहा है।

bulbsmash app download

इस गेम ऐप का नाम BulbSmash है। इस ऐप को आप नीचे दी लिंक पर क्लिक करके ही डाउनलोड करे,जिससे आपको 10 रुपए पहले से अकॉउंट में मिल जायेंगे,नही तो आपका बैलेंस 0 रुपए होगा।

 

 

 

 

 

Download BulbSmash

Playstore से BulbSmash ऐप को डाउनलोड करने के बाद आपको इस ऐप को ओपन करना है और अपने फेसबुक अकाउंट के माध्यम से लॉगिन करना है। जैसे की आप सफल तरीक़े से हमारी लिंक से ऐप डाउनलोड करते है,आपके अकॉउंट में 10rs होंगे। 

BulbSmash ऐप से पैसे कैसे कमाये?

BulbSmash से पैसे कमाने के लिए bulb smash hack सिर्फ आपको इस गेम को खेलना है।

 

 

 

 

 

Per day earning proof:

इस गेम अकॉउंट में आपको हर रोज कुछ ना कुछ Coin मिलते रहते है।bulb smash hack आपको उनके इस्तमाल से league (Tournament) में हिस्सा लेना होता है। bulb smash hack इंसमे साप्ताहिक ओर दैनिक लीग होती है,जिसमे आपको ज्यादा से ज्यादा बल्ब फोड़ने होते है। जो लीग में ज्यादा से ज्यादा Bulb फोड़ते है,उन्हें रैंकिंग मिलती है। 1 से लेकर 100 रैंकिंग तक 500 रुपए तक का कैश मिलता है,जिसे आप अपने Paytm अकॉउंट में निकलवा सकते है।

 

 

 

 

 

 

bulbsmash invite and earn

BulbSmash खेलने के अलावा आप इस ऐप में दोस्तो को invite करके भी पैसे कमा सकते है।एक invite के आपको 70 रुपए तक मिल सकते है,जो Paytm अकॉउंट में जब चाहे तब withdraw कर सकते है।

Bulbsmash से PayTm अकॉउंट में पैसे कैसे ले?

इसके लिए आपको ऊपर अपने बैलेंस पर क्लिक करना है।

 

 

 

 

 

 

उसके बाद आपको दो बार अपना PayTm नंबर डालना है bulb smash game और Paytm पर क्लिक कर देना है।bulb smash game जैसे ही आप क्लिक करते है,24घण्टे के भीतर आपके पैसे आपके Paytm अकॉउंट में आ जायेंगे। ज्यादातर समय पैसे तुरन्त ही Paytm में आ जाते है।

paytm cash from bulbsmash

 

Bulbsmash से कितने पैसे कमा सकते है?

Bulbsmash से आप bulb smash cash जितने चाहे उतने पैसे कमाकर अपने Paytm अकॉउंट में ले सकते है। इससे Paytm कैश कमाने bulb smash game की कोई लिमिट नही है।bulb smash आप हर दिन Daily लीग से 500 रुपए तक और हर invite पर 70 रुपए कमा सकते है।bulb smash जिसमे आपको सिर्फ गेम bulb smash cash खेलना है।BulbSmash एप से हमने खुदने 1000 रुपए तक कमाए है.

 

 

 

 

 

 

Play Now

इसके अलावा BulbSmash में आपको किसी भी bulb smash विज्ञापन को देखना नही पड़ता और इस गेम को 2017 का बेस्ट गेम को अवार्ड भी मिला है।

Forever Living Product List in Hindi

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Forever living Product के बारे में शायद आपने सुना होगा, अगर आप एलोवेरा या हनी (शहद) के प्रोडक्ट बाज़ार से ज्यादा ख़रीदते हो। Forever Living एलो-वेरा की खेती औरमधुमक्खी पालन से प्रोडक्ट बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी में से एक है। ForeverLiving एकMLM कंपनीभी है,जो आम लोगो को बतौर डिस्ट्रीब्यूटर जुड़ने का मौका देती है और इनकम करने काअवसर भी देती है।  पंरन्तु,किसी भी MLM कंपनी और नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़ने से पहले प्रोडक्ट को जानना बेहदजरूरी है। क्योंकि जब तक प्रोडक्ट किफ़ायती नही होगा, उस MLM कंपनी के साथ काम करनाबेहद मुश्किल होता है। एक आदर्श MLM प्रोडक्ट में कुछ गुण होने जरूरी है। जिसमेनिम्न चीज़े होना जरूरी है

  • कम कीमत,
  • बेहतर क़्वालिटी,
  • उपयोगी,
  • और अच्छी पैकेजिंग

वही प्रोडक्ट के उपभोक्ता कम कीमत में सबसे बेहतर क्वालिटी प्रोडक्ट ढूंढते है।आज इसी विषय पर आज का विश्लेषण है,जिसमे क्या Forever Living Product MLM और उपभोक्ता के तर्क पर योग्य है या नही।तो चलिए जानते है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Forever Living Product  क्या है? FLP List

forever living product

सबसे पहला सवाल आता है,कि Forever Living के प्रोडक्ट क्या है? FLP की Product List क्याहै? जैसा,कि पहले बताया कि, Forever Living के प्रोडक्ट मुख्यतौरपर एलो वेरा और मधुमक्खी पालन से बनाये जाते है। जिसमे हेल्थ, न्यूट्रिशन और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट शामिल है। Forever Living के सभी प्रोडक्ट देखने के लिए आप निचे दी गयी लिंक पर जा सकते है।

  • Forever Living Product List

Forever Living Product Price

कीमत हर MLMकर्ता औरउपभोक्ता के लिए जरूरी और महत्वपूर्ण चीज़ है। वही भारत मे तो इसका बहुत ज्यादा महत्व है, क्योंकि यहाँ ज्यादातर लोग मध्यम वर्ग से होते है। ForeverLiving के प्रोडक्ट की कीमत अगर दूसरी कंपनियों के समान प्रोडक्ट से करे,तो एलो वेरा जेल को छोड़कर अन्य प्रोडक्ट की कीमत थोड़ी ज्यादा है। Forever Living का एलो वेराजेल Amazon अनुसार  1 लीटर का 850 रुपए तक है,जो अन्य कंपनी से काफी सस्ता है।लेकिन स्किन केअर, हेल्थ और शहद प्रोडक्ट की कीमत थोड़ी ज्यादा है।

Forever Living Product Quality

Forever Living के प्रोडक्ट की क्वालिटी बेहतरीन शाबित होती है। इसके प्रोडक्ट रिव्यु काफी अच्छे देखने को मिले है और लोगो ने Forever पर क्वालिटी के मामले में भरोसा भी किया है।वही forever living के प्रोडक्ट मूल रूप से शुद्ध एलो वेरा के बने होते है,जिसमे कोई दो राय नही है।

Forever Living Product Packaging & Manufacturing

पैकेजिंगमें भी Forever Living अच्छा प्रदर्शन करती है।Forever Living के प्रोडक्ट देखने मे लोकल नही बल्कि ब्रांड के लगते है। Forever Living के प्रोडक्ट बनाने केलिए एलो वेरा की खेती Dominican Republic नामक देश मे की जाती है। और प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग पोलैंड में भी होती है। यानी, कि इसके प्रोडक्ट भारत मे इंपोर्ट किये जाते है, उसके बाद बेचे जाते है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Forever Living Product फ़ायदे और नुक़सान

अंत मे FLPके फायदे और नुक़सान की बात करे,तो FLP के भी उतने ही फ़ायदे और साइड-इफ़ेक्ट है,जितने अन्यकंपनी के से होते है। पर, कीमत में Forever Living के प्रोडक्ट थोड़े महँगे। वही आप पतंजलि शहद की कीमत देखे,तो मात्र 135 रूपए 500 ग्राम के है,लेकिन forever living के500 ग्राम शहद की कीमत 700 रुपए तक है, Amazon अनुसार। इसलिए एकनुक्सान उपभोक्ताओं को इस MLM कंपनी से हो सकता है,अन्यथा Forever Living के बेहतरीन MLM कंपनी दुसरो से तो है।कोई भी सवाल या सुझावहोने पर कमेंट में जरूर बताएं।

एलो वेरा (Aleo Vera) /ग्वारपाठा और मद्दुमक्खी पालन (Bee Hive) से अपने प्रोडक्ट बनाकर बेचने वाली कंपनी Forever Living आज दुनिया की सबसे प्रसिद्ध MLM और डायरेक्ट सैलिंग कंपनी में से एक है।हालांकि Forever Living IDSA(Indian Direct Selling Association) की मेंबर नही है,फिर भी भारत में भी जानी-मानी MLM और डायरेक्ट सेलिंग कंपनी में भी यह शामिल है।

Forever Living के ज्यादातर प्रोडक्ट हेल्थ,न्यूट्रिशन और कास्मेटिक के ही है। वही Forever Living सबसे ज्यादा एलो वेरा की खेती का दावा भी करती और कही हद तक यह दावा सही भी शाबित होता है। इस लेख में Forever Living  MLM और नेटवर्किंग बिज़नेस प्लान क्या है? Forever Living Product क्या है? इस बारे में बतायंगे. जिसके अन्तर्गत आपको इस MLM कंपनी के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला जाएगा।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

FOREVER LIVING क्या है? (What is FLP in hindi?)

Forever Living एरिज़ोना,USA में शुरू हुई एक डायरेक्ट सेलिंग और MLM कंपनी है। Forever Living के फाउंडर का नाम Rex Maughan है,जो एक अमेरिकी बिज़नेस-मेन है। Forever Living की शुरूवात 1970 में हुई थी और आज इस कंपनी में 4000 से ज्यादा कार्यकर्मी और 90 लाख से ज्यादा डिस्ट्रीब्यूटर है।वही Forever Living MLM कंपनी का नेटवर्क कुल 150 देशो में फैला हुआ है और जिसमे से एक भारत है। भारत मे यह MLM कंपनी सितंबर,2000 में आयी थी।

Forever Living MLM बिज़नेस प्लान से कैसे जुड़े? (How to join FLP in hindi?)

Forever Living के MLM बिज़नेस प्लान से कोई भी कभी भी जुड़ सकता है।बस जुड़ने के लिए व्यक्ति को अपने पहचान प्रूफ दिखाने होते है।
भारत से Forever Living से जुड़ने के लिए आपको मुख्य दो चीज़ों की जरूरत पड़ती है,पैन कार्ड (Pan Card) और आधार कार्ड।इन प्रूफ के बिना इस MLM कंपनी से नही जुड़ सकते है।
वही कंपनी से जुड़ने वाले दिन ही 25Rs फॉर्म और 1000Rs से ज्यादा का कोई भी प्रोडक्ट पहले दिन खरीदना होता है।

Forever Living MLM बिज़नेस प्लान क्या है? (FLP Business Plan in Hindi)

जैसा की Forever Living एक MLM कंपनी है,इसलिए यह हर किसी को अपने साथ जुड़कर बिज़नेस करने का मौका देती है।यानी,कि बतौर डिस्ट्रीब्यूटर इस कंपनी से जुड़ना पड़ता है

जुड़ने के बाद डिस्ट्रीब्यूटर को कंपनी से हर महीने कुछ ना कुछ प्रोडक्ट लेना पड़ता है और उसे आगे लोगो को बेचकर खुद का प्रॉफिट कमाना होता है।इस तरह से सेलिंग और निवेश पर इस कंपनी का बिजनेस प्लान चलता है।

Forever Living का MLM बिज़नेस प्लान पूरी तरह से प्रोडक्ट सेलिंग पर आधारित है। Forever Living से जुड़ने के बाद 2 महीने का बिज़नेस महीना चालू होता है,जिसके अंदर 2CC (1CC= 14,000Rs) की सेलिंग मेंबर को पूरी करनी होतीे है।

साधारण भाषा मे कहे,तो जैसे की कोई Forever Living से जुड़ जाता है।अब उसे 2 महीने के अंदर 28,000 रुपए के कंपनी के प्रोडक्ट की बिक्री किसी भी हालत में करनी होती है। जिससे असिस्टेंट सुपरवाइजर (Assistant Supervisior) का खिताब मिलता है।

2 महीने में 28,000Rs से ज्यादा की बिक्री करने पर Nevous Coustmer से Assistant Supervisor की उपाधि मिलती है और प्रॉफिट 15% से 30% तक हो जाता है।यानी, Forever Living के किसी प्रोडक्ट की MRP 1000Rs है,तो असिस्टेंट सुपरवाइजर को 700Rs (30% प्रॉफिट) में और Nevous Coustmer को 850Rs (15%) का वह पड़ता है।

उसके बाद सुपरवाइजर,असिस्टेन्ट मैनेजर और मैनेजर की पोजीशन आगे आती है,जिसमे हर पोजीशन पर प्रॉफिट बढ़ता जाता है।लेकिन, मैनेजर की उपाधि के लिए Forever Living के 120CC यानी 120×14,000 16 लाख 80 रुपए के प्रोडक्ट की सेलिंग करनी होती है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

FLP इनकम और प्रॉफिट :

Forever Living के जितने ज्यादा प्रोडक्ट की सेलिंग करोगें, उतना ज्यादा प्रॉफिट होगा।पर जैसे-जैसे सेलिंग ज्यादा करेंगे,वैसे ही CC भी बढ़ेगी और प्रॉफिट भी हर बिक्री पर ज्यादा मिलने लगता है।

इनकम की ओर देखे,तो यहाँ पर बोनस के रूप में इनकम मिलती है।वही जितने ज्यादा लोगो को अपने नीचे और नेटवर्क में लाते है,उतनी ही बोनस इनकम बढ़ती जाती है।जब कोई निचे नेटवर्क में भी सेलिंग करता है,तो उससे भी कुछ प्रतिशत मुनाफा मिलता रहता है।

यानी,कि डायरेक्ट सेलिंग और नेटवर्क मार्केटिंग से Forever Living में अच्छी इनकम कर सकते है।सिर्फ कम्युनिकेशन,मार्केटिंगऔर सेलिंग स्किल की जरूरत होती है।

Forever Living Product क्या है? (What is FLP in Hindi)

जैसा की पहले बताया है,कि Forever Living के प्रोडक्ट एलो वेरा की खेती और मधुमक्खी पालन से ही बनाते है।जिसमे Health, Nutrition और Cosmetics प्रोडक्ट शामिल है।

forever living products

 

Forever Living का सबसे ज्यादा बिकने वाला प्रोडक्ट Aleo Vera Gel है,जिसके 1 लीटर पैक की कीमत 1000 रुपए तक ऑनलाइन पड़ जाती है (Amazon के अनुसार)।

FLP के प्रोडक्ट की कीमत इतनी ज्यादा तो शाबित नही होती है।क्योंकि जहाँ ज्यादातर MLM कंपनी अपने प्रोडक्ट से ज्यादा मुनाफा कमाने की कोशिश करती है, Forever Living के प्रोडक्ट मध्यम कीमत पर मिल जाते है और FLP की क्वालिटी भी बेहतरीन है। इससे यह भी साफ़ होता है,की FLP कोई फ्रॉड पिरामिड और पोंज़ी स्कीम नही है.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Forever Living के फायदे और नुक्सान (Pros & Cons of FLP)

Forever Living से क्या जुड़ना चाहिए ? और Forever Living के फायदे और नुक्सान क्या है?
यह सवाल बहुत से लोगो के मन में आया होगा। तो,सबसे पहले तो आपको बता दे,कि Forever Living से जुड़े या नही,यह पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है।

सबसे पहले आपको अपनी कम्युनिकेशन और मार्केटिंग स्किल को परखें और देखे,कि क्या आप इसके प्रोडक्ट को बेच सकते है। वही आपके पास निवेश करने के लिए पैसा भी होना चाहिए।क्योंकि आपको 2 महीने में 28,000 Rs के प्रोडक्ट तो खरीदने ही पड़ेंगे।इसलिए निवेश का भी ध्यान रखें।

अंत मे देखे,कि क्या आप Forever Living के प्रोडक्ट के उपभोक्ता और नेटवर्ककर्ता पहचान में है या नही।क्योंकि Forever Living के प्रोडक्ट हेल्थ,न्यूट्रिशन पर है,तो हर आम-आदमी इन्हें खरीद नहीं सकता।इसलिए कस्टमर लाना भी चुनोती से कम नही है।

आप ऊपर दिए,बिंदुओं पर ध्यान दे।जिससे आपको अपना फैसला लेने में आसानी होगी।अगर कोई भी सवाल या सुझाव है,तो हमें कमेंट में जरूर बताएं।

Ielts क्या है इलेट्स Score Improve कैसे kare

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क्या  आप  अपने  पहले  प्रयास  में  और  बिना  किसी  कोचिंग  के  IELTS  में  6.5  बैंड  या  उससे  अधिक  अंक  पाना  चाहते  हैं ? मुझे  यकीन  है  कि  इसका  जवाब  हाँ  है , और  मेरे  पास  आपके  लिए  एक  अच्छी  खबर  है –  यह  संभव  है !कनाडा , अमरीका , इंग्लैंड , ऑस्ट्रेलिया और  न्यू  ज़ीलैण्ड  के  हज़ारों  छात्रों  के  साथ  काम  करने  के  बाद , मुझे  समझ  आया  कि  बहुत  से  भोले-भाले  बच्चों  को  IELTS Coaching  के  नाम  पर  लूटा  जा  रहा  है | उनका  समय  तो बर्बाद  हो  ही  रहा  है , पैसा  भी  डूब  रहा  है  जो  कि  नहीं  होना  चाहिए  |

 

 

 

 

 

आज  मेरे  पास  उन  विद्यार्थियों  के  लिए  कुछ  उपयोगी  सुझाव  हैं  जो  कि  IELTS  की  परीक्षा  के  लिए  तैयारी  कर  रहे  हैं |IELTS  के  बारे  में  याद  रखें :

  • यह आपकी  अंग्रेजी  भाषा  की  क्षमता  का  एक  परीक्षण  है , जो एक अच्छे  कोर्स  में  प्रवेश  के  लिए  अनिवार्य  है |
  • कनाडा जैसे  देशों  में  प्रवेश  करना  आसान  होगा , यदि  आपकी  अंग्रेजी अच्छी  है |
  • अकेले IELTS  किताबों  और  IELTS  अभ्यास  परीक्षणों  (test centres)  पर  ध्यान  देना , परीक्षा  के  लिए  तैयारी  करने  का  सबसे  अच्छा  तरीका  नहीं  है |

IELTS  के  लिए  यह  करें :

  • हर रोज  1-2  घंटे  तैयारी  करें , ज़्यादा  से  ज़्यादा  दो  महीने  में  आप  IELTS  के  लिए  तैयार  हो  जाएंगे ।
  • Official IELTS किताबें  ही  खरीदें |
  • आपको IELTS  Classes  में  जाने  की  आवश्यकता  नहीं , जब  आपकी  तैयारी  घर  बैठे – बैठे  हो  सकती  है |

 

खुद  से  तैयारी  करिये , आपके  IELTS  बैंड  बेहतर  हो  सकते  हैं

Listening (सुनना)

इस  क्षेत्र  में  सुधार  लाने  के  लिए  कोई  भी  अंग्रेजी  फिल्म  चैनल  देखें | इससे  आपको  खूब  अच्छा  अभ्यास  मिलेगा | हो  सके  तो  अंग्रेजी  गाने  सुनिए  और  अंग्रेजी  समाचार  चैनलों  को  देखिये | आप  हर  रोज  एक  अलग  YouTube  वीडियो  भी  देख  सकते  हैं  | सबसे  अच्छा  यही  है  कि  आप  अंग्रेज़ों  को  अंग्रेजी  बोलते  हुए  सुनिए |

 

 

 

 

 

Reading (पढ़ना)

आप  रोज़  Times of India और  The Tribune  जैसी  अंग्रेजी  की  अखबारें  पढ़ें , शुरू  से  लेकर  अंत  तक | इससे  आपकी  शब्दावली (vocabulary) और व्याकरण  (grammar) बेहतर  होगी | पढ़ते  समय  आप  प्रमुख  तिथियों  (important dates) , घटनाओं  (events) और  लोगों  के  नामों  को  रेखांकित  (underline) करें , क्योंकि  IELTS  में  कई  सवाल  इन्हीं  पर  आधारित  होते  हैं  | IELTS Test  के  दौरान  आपके  लिए  समय  प्रबंधन (time manage) करना महत्वपूर्ण  है | यदि  आप  प्रश्न  के  उत्तर  प्राप्त  करने  में  असमर्थ  हैं , तो  इसे  छोड़  दें  और  अगले  पर  जाएं , आप  हमेशा  वापस  आ  सकते  हैं | कई  बार  सबसे  आसान  सवाल  अंत  में  होते  हैं , इसलिए  पूरा  पेपर  पढ़ने  का  प्रयास  करें |

 

 

 

 

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Writing (लिखना)

आप  अपना  Blog  शुरू  कीजिये | आजकल  एक  ब्लॉग  लिखना  और  उसे  Facebook  पर  डालना  बहुत  ही  आसान  है । आप  IELTS  से  सम्बंधित  कोई  भी  निबंध  लिख  सकते  हैं , अपने  ब्लॉग  पर  पोस्ट  कर  सकते  हैं  और  फिर  अपने  अंग्रेजी  में  माहिर  मित्रों  से  उन  पर  टिप्पणी  करने  के  लिए  कह  सकते  हैं | यदि  आप  चाहें  तो  Google  पर  “sample IELTS essays”  खोज  सकते  हैं  और  संदर्भ  (reference)  के  लिए  उनका  इस्तेमाल  कर  सकते  हैं |

 

 

 

 

 

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Speaking (बोलना)

अपने  परिवार  में  किसी  व्यक्ति  या  मित्र  को  पकड़  लें जो  अंग्रेजी  बोल  सकता  है । हर  दिन  अंग्रेजी  में  आधे  घंटे  के  लिए  उनके  साथ  बातचीत  करें | परीक्षा  से  पहले  रट्टा  लगाने  का  वह  फायदा  नहीं  होगा  जो  कि  इसका  होगा | ज़रूरी  नहीं  कि  आप  IELTS  के  विषय  में  बात  करें , आप  उस  सब  के  बारे  में  बात  करें  जो  आप  रोज़  करते  हैं  जैसे  क्रिकेट  और  फिल्में , लेकिन इसे अंग्रेजी में करें | यदि  आप  गलती  करते  हैं  तो  चिंता  न  करें , हर  कोई  ऐसा  करता  है , आप  प्रयास  करते  रहिये  और  अंत  में  जीत  आप  ही  की  होगी |

 

प्रयास  करते  रहिये

IELTS  के  लिए  इन  सुझावों  को  ध्यान  में  रखें  और  अपना  सर्वश्रेष्ठ  देने  का  प्रयास  करें | तैयारी  रखें  और  आप  जल्द  ही  अपना  लक्ष्य  प्राप्त  करेंगे |

  • परीक्षा से  पहले  रात  को  उचित  नींद  लें
  • परीक्षा केंद्र  समय  से  एक  घंटे  पहले  पहुंचें
  • घबराएं ना  और  शांत  दिमाग  से  अपना  पेपर  करें

 उम्मीद  है  कि  यह  आपके  IELTS  परीक्षा  के  लिए  उपयोगी  साबित  होगा |

 

पूरे  पैसे  वीज़ा  लगने  के  बाद :

यदि  आपको  कनाडा  छात्र  वीजा  में  मदद  की  ज़रूरत  है  तो  हमारी  टीम  से  संपर्क  करें | हमारे  पास  विदेशों  में  हजारों  छात्र  भेजने  का  सफल  रिकॉर्ड  है | अपने  सभी  दस्तावेज  लेकर  हमारे  दफ्तर  आएं  और  हमें  बताएं  कि  आप  आगे  क्या  पढ़ना  चाहते  हैं  और  कहाँ | हम  वीजा  लगवाने  के  लिए  आपकी  मदद  करेंगे  और  वीज़ा  प्राप्त  करने  के  बाद  ही  सभी  पैसे  लेंगे |

 

 

 

 

अगर आपके आस-पास या घर में कोई विदेश किसी काम या पढाई को लेके जाता है,तो उनसे आपने IELTS के एग्जाम के बारे में शायद सुना होगा।IELTS एग्जाम ज्यादातर विदेश में जाने वाले लोगो को देना ही पड़ता है,जो कही देशो में अब जरुरी बन चूका है। इस लेख में आपको IELTS से जुड़े कुछ बड़े सवालो का जवाब देंगे।जिसमे IELTS एग्जाम क्या है? IELTS एग्जाम जरुरी क्यों है? भारत में IELTS एग्जाम कैसे दे? IELTS में ज्यादा बैंड कैसे पाए? IELTS एग्जाम में बैंड क्या होता है? घर बैठे IELTS पास कैसे करे? ऐसे सवालो के जवाब शामिल है।

 

 

 

 

 

What is Share Market & How it Works शेयर मार्केट क्या है

IELTS एग्जाम क्या है? (What is IELTS exam in hindi?)

IELTS एक ऐसा एग्जाम/परिक्षा है,जो ज्यादातर विदेश में जाने लोगो के लिए जरुरी है।IELTS का एग्जाम आपको प्रमाण देता है,कि आपको इंग्लिश/अंग्रेजी भाषा अच्छे से आती है। IELTS की फुलफॉर्म , INTERNATIONAL ENGLISH LANGUAGE TESTING SYSTEM है,जिससे इस एग्जाम का आधा मतलब तो ऐसे ही पता लग जाता है।

 

 

 

 

 

IELTS का एग्जाम सिर्फ भारत में नहीं,बल्कि विश्व स्तर पर होता है।जिन लोगो को उन देशों में जाना हो, जहाँ अंग्रेजी मुख्य कार्यरत भाषा की तरह इस्तमाल की जाती है,तो उन्हें किसी भी हालात में IELTS का एग्जाम पास करना ही होता है। IELTS के पूरे विश्व के 140 देशो में 1250 से ज्यादा टेस्ट सेन्टर है। IELTS द्वारा प्रमाणित व्यक्ति UK ,न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और UK जैसे देशों  मे पढ़ने के लिए आवेदन कर सकता है और IELTS की मदद से उन्हें VISA मिलने में आसानी रहती है और तो ओर इसकी मदद से आप ऑस्ट्रेलिया में लिविंग वीसा के लिए भी अप्लाई कर सकते है।Production of Rice and Rice Mill Business Tips in Hindi चावल और चावल मिल व्यवसाय कैसे शुरू करें

IELTS के एग्जाम कब होते है? 

 

 

 

 

 

IELTS अपने सभी सेंटर पर हर महीने में 4 बार परीक्षाएं लेती है और IELTS द्वारा सभी टेस्ट में भाग लेने वाले लोगो को एक सर्टिफिकेट दिया जाता है।जो 2 वर्ष तक वैध होता है। IELTS परीक्षा में प्रतिभागी के लिखने, पढ़ने ,सुनने और इंग्लिश बोलने की क्षमता को परखा जाता है ।

IELTS परीक्षा कितने प्रकार की है? (Type of IELTS exam in hindi?)

IELTS की परीक्षा दो प्रकार की है,पहली परीक्षा का नाम “ACADEMIC TEST” है और दूसरी परीक्षा का नाम “GENERAL TRANINING” है।अगर कोई व्यक्ति IELTS से प्रमाण प्राप्त करना चाहता है,तो उन्हें इन दोनों में से एक टेस्ट क्लियर करना होता है।

 

 

 

 

 

  • Academic Test:-

Dentist Kaise Banne ? What is BDS Study ? डेंटिस्ट कैस बैन, बीडीएस अध्ययन क्या हैयह टेस्ट उन लोगो के लिए है,जो अपनी आगे की पढ़ाई विदेशो में करना चाहते है।जिन यूनिवर्सिटी/कॉलेज में अंग्रेजी भाषा का ही इस्तमाल होता है,उनमें पढ़ने के लिए IELTS का यह टेस्ट क्लियर करना जरुरी है।

  • General Training:-

जनरल ट्रेनिंग का टेस्ट उन लोगो के लिए होता है,जो पढाई के अलावा अन्य किसी ऑफिसियल काम से विदेश जा रहे हो। इसका लेवल academic से थोड़ा कम होता है।

 

 

 

 

 

IELTS एग्जाम क्यों जरूरी है? (Importance of IELTS exam in hindi?)

जैसा कि हमने आपको पहले बताया है,कि IELTS नॉन-नेटिव  इंग्लिश जानने वाले लोगो ( जिन्हें अंग्रेजी का इतना ज्ञान नही है) के लिए टेस्ट करती है और ये टेस्ट इंटरनेशनल वीसा प्राप्त करने के लिए मददगार है। IELTS द्वारा लिए गए टेस्ट में आपकी इंग्लिश सुनने, लिखने, बोलने और पढ़ने की क्षमता को परखा जाता है,जो विदेशो में रहने और पढ़ने के लिए बहुत जरुरी होता है।अगर किसी भारतीय को कनाडा या ऑस्ट्रेलिया पढाई के लिए जाना हो,तो उसे IELTS में 6 या इससे अधिक बैंड लाने की जरुरत होती है.इसके बिना अच्छी कॉलेज और यूनिवर्सिटी मिलना मुश्किल हो जाता है.

 

 

 

 

 

IELTS एग्जाम कैसे दे? (How to give how to prepare for ielts exam in hindi?)

ielts syllabus का टेस्ट how to prepare for ielts देने के ielts syllabus लिए आप भारत मे ऑनलाइन IELTS की OFFICIAL साइट ielts syllabus से आवेदन how to prepare for ielts भी how to prepare for ielts कर how to prepare for ielts सकते है ielts syllabus और how to prepare for ielts आवेदन करते समय how to prepare for ielts आपसे टेस्ट सेंटर के बारे में पूछा जाता है। ielts syllabus भारत मे कुल 47 से ज्यादा टेस्ट सेंटर है,आप उसमें से कोई भी सेंटर चुन how to prepare for ielts सकते है।ielts syllabus  के लिए आवेदन आप ऑनलाइन भी कर सकते है,नहीं तो आप  सीधे ielts syllabus के सेंटर पर जा सकते है। परन्तु अब कोई भी सीधे IELTS का एग्जाम नही देता है और देना भी नही चाहिए.इससे पहले इंग्लिश कोचिंग और टेस्ट पैटर्न को समझना जरुरी है.

 

IELTS एग्जाम कैसे होते है (How IELTS exam are taken in hindi?)

IELTS का टेस्ट कुल 2 घण्टे 55 मिनट का होता है, जिसमे पढ़ना (60 मिनट), लिखना (60 मिनट ), सुनना (40 मिनट ) और बोलने (15 मिनट ) का टेस्ट होता है ।

 

 

 

 

what is BAND in IELTS in hindi

ielts coaching में ielts exam fee भाग लेने ielts coaching वाले प्रत्येक ielts coaching व्यक्ति को अंतिम में टेस्ट रिपोर्ट दी ielts coaching जाती है। ielts coaching में चेकिंग में ग्रेड दिए जाते है, ielts coaching जो 0 से 9 के बीच है ielts coaching और सबसे अच्छा प्रदर्शन करने ielts coaching वाले को पूरे 9 ग्रेड दिए जाते है। ielts exam pattern अगर कोई ielts exam pattern आवेदनकर्ता टेस्ट में पूरी तरह से असक्षम होता है, तो उसे ” 0″ ग्रैड दिया जाता है । ielts exam pattern यहाँ ग्रेड को बैंड ielts exam pattern कहा जाता है.ielts exam pattern जितने ज्यादा बैंड होगे,उतनी ज्यादा विदेश में कॉलेज और यूनिवर्सिटी मिलने में आसानी होती है.

 

 

 

 

 

भारत के IELTS का एग्जाम कैसे दे? (IELTS Exam in india)IELTS exam in india

 

 

 

भारत में ielts exam fee की मुख्य दो संस्था है,पहली British Council और दूसरी IDP Eductaion। ये दो संस्था ही सिर्फ भारत में ielts exam fee के एग्जाम का आयोजन करती है। भारत में कूल 47 से ज्यादा शहरों में IEL ielts exam fee TS का टेस्ट दे सकते है। अगर आप ऑनलाइन ielts exam fee का आवेदन और शहरों का नाम जानना चाहते है,तो आप ielts exam fee की ऑफिसियल साइट पर जा सकते है।

CGPA क्या है इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

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आज की पोस्ट में आपको  के बारे में भी जानने को मिलेगा जिसके बारे में हम आपको बिलकुल सरल भाषा में बतायेंगे आशा करते है cgpa full form की आपको हमारी पिछली सभी पोस्ट की तरह हमारी आज की पोस्ट  भी जरूर पसंद आएगी जिसके बारे में आप पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे।

 

 

 

 

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दोस्तों कुछ साल पहले ही से ने 10वी की परीक्षा में 100 नंबर के System को खत्म कर नया System शुरू किया है जिसे कहते है। इस System को शुरू करने के पीछे मकसद यह था की Student को Number के बजाय उनकी Overall Performance के आधार पर Grade दिए जाये जिससे Students में Toper Students के Number की वजह से आने वाली हीन भावनाओं को खत्म करना है।

कई Student ऐसे होते है जो कुछ विषय को रटकर या कोचिंग संस्थानों से अच्छे मार्क्स तो ले आते है और टॉप भी कर लेते है लेकिन उससे Student का Overall डवलपमेंट नही आंका जा सकता है इसीलिए केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSC) अब 10वी के परीक्षा परिणामों के साथ ग्रेड भी देगा जिसे कहते है ।

तो अगर आप भी की जानकारी पाना चाहते है की तो इसके लिए आपको हमारी इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक पढना होगा तभी आप के बारे में जान पाएंगे हमे उम्मीद है की आपको हमारी इस पोस्ट में आपके सवालों के जवाब मिलेंगे।

Kya Hai

एक Education Grading System होता है जिसका इस्तेमाल सभी स्कूल और कॉलेज में किया जाता है यह Student की Overall Academic Performance को मापने के लिए उपयोग किया जाता है। यह एक Student के पूरे विषय के Numbers का Final Average देता है। CGPA देने का तरीका सभी Countries में अलग-अलग होता है लेकिन भारत में की ग्रेडिंग Percentage Base पर दी जाती है। आजकल Students के  के द्वारा ही निकाले जाते है। निकालने के लिए सामान्यता Average Method का Use किया जाता है।

औसत ग्रेड बिंदु

CGPA Kaise Nikale

CPGA निकालने के लिए सबसे पहले छात्र के सभी Subject के नंबर को जोड़े और उसे No. ऑफ़ सब्जेक्ट से भाग दे दीजिये मान लीजिये किसी छात्र के पास 5 विषय है तो सबसे पहले पांचों विषयों से प्राप्त सभी अंकों को जोड़े और उसे 5 से भाग (Divide) कर दे जिससे CGPA निकल आएगा। आप निचे दिए गये उदाहरण से भी CGPA निकालना समझ सकते है तो आएये उदाहरण से समझते है।

Step 1: Your Subject

मान लीजिये पांच विषय में आपके ग्रेड इस तरह से है।

Subject – 1:8

Subject – 2:9

Subject – 3:7

Subject – 4:10

Subject – 5:10

 

 

 

 

 

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tep 2: Add Subject Grade Point

सबसे पहले अपने सभी विषयों के ग्रेड पॉइंट को जोड़े।

8+9+7+10+10 = 44

Step 3: Divide Grade Point

अब जोड़े गये ग्रेड पॉइंट यानि 44 को 5 से भाग दे दीजिये।

Step 4: Your CGPA Will Come

44 को 5 से भाग देने पर आपके पास 8.8 संख्या आएगी यही आपका CGPA होता है।

तो इस तरह से आप भी आसानी से CGPA कैलकुलेट कर सकते है।

CGPA To Percentage Kaise NikaleLearn English Language & Tenses Tips in Hindi अंग्रेजी भाषा सीखें

 

 

 

 

 

आपने ऊपर CGPA कैलकुलेट करने के बारे में सीख लिया होगा चलिए अब जानते है की Percentage Performance के हिसाब से CGPA कैसे निकालेंगे है।CGPA निकालना काफी आसान है चलिए एक उदाहरण के द्वारा समझते है। मान लीजिये आपका CGPA 8.8 आया है तो इसे आपको 9.5 से गुणा (Multiply) करना है जैसे- 8.8*9.5 = 83.6% यानि आपके कक्षा 10वी ने 83.6% नंबर आये है।

ग्रेडिंग सिस्टम का फ़ॉर्मूला –

अंक ग्रेड ग्रेड पॉइंट
91-100 A+ 10
81-90 A 9
71-80 B+ 8
61-70 B 7
51-60 C+ 6
41-50 C 5
33-40 D 4
21-30 E 1
20-20 E 1

Difference Between SGPA And CGPA In HindiWhich Best Inkjet Printer for You आपके लिए सबसे अच्छा इंकजेट प्रिंटर

तो आईये जानते है SGPA और CGPA दोनों में क्या अंतर है।

  • SGPA और CGPA एक ग्रेड सिस्टम होता है जिसका उपयोग विभिन्न कॉलेज और विश्वविद्यालय में Students की शैक्षिक क्षमताओं का मुल्यांकन करने के लिए किया जाता है।
  • SGPA और cgpa calculator दोनों एक सेमेस्टर या पूरे पाठ्यक्रम में स्टूडेंट की Performance के बारे में प्रतिबिंबित करते है जो उसने अध्ययन किया है लेकिन कुछ कॉलेज में cgpa calculator की तुलना में SGPA को अधिक महत्व दिया जाता है।  
  • SGPA की गणना एक अवधि या 1 वर्ष के लिए की जाती है जबकि cgpa calculator की गणना एक पाठ्यक्रम की पूरी अवधि के लिए की जाती है।

 

 

 

 

 

  • SGPA सेमेस्टर ग्रेड पॉइंट औसत है cgpa full form यह एक सेमेस्टर में Student द्वारा प्राप्त कुल Credit Point को उस सेमेस्टर में cgpa full form कुल Credit अंकों से विभाजित करके गणना की जाती है जबकि cgpa full form एक Cumulative ग्रेड पॉइंट औसत है।

Chocolate Manufacture Business Start in India

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fastnews123.com

अक्सर महिलाएं अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए घर पर कुछ चीजों का निर्माण कर उसका व्यापार करती है, ताकि इससे वे अपनी आजीविका चला सकें. chocolate manufacture इसके अलावा कुछ महिलाएं अपने शौक को पूरा करने के लिए भी यह कार्य करती है. ऐसी ही एक वस्तु के बारे में जानकारी हम दे रहे हैं, वह वस्तु है चॉकलेट. जी हाँ इसे आसानी से लोग घर पर बना कर व्यापार शुरू कर सकते है . यदि आपके पास अलग – अलग तरह की चॉकलेट बनाने की कला है, और आप बहुत ही रचनात्मक तरीके से इसे बनाते हैं और इसके विशेषज्ञ हैं, तो आपके लिए घर पर चॉकलेट का निर्माण कर उसका व्यापार शुरू करना एक बहुत ही अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. इससे आप अपने कौशल का उपयोग कर कुछ पैसे कमा सकते हैं. और लोगों के सामने अपने कौशल को प्रदर्शित भी कर सकते हैं. यह कैसे होगा यह जानकारी हम इस लेख में देने जा रहे हैं.

 

 

 

 

 

बाजार, ट्रेंड्स एवं भविष्य की वृद्धि (Market Research, Trends, Future Growth)

किसी भी व्यापार को शुरू करने से पहले आपको उसके बाजार का पता लगा लेना चाहिए. आपको यह निर्धारित करना होगा, कि आप अपने चॉकलेट्स के व्यापार को आपके क्षेत्र में दूसरों से अलग कैसे बना सकते हैं. इसके लिए आप यह देखें, कि बाजार में लोग किस तरह की चॉकलेट्स का निर्माण कर उसे बेचते हैं और लोगों को किस तरह की चॉकलेट पसंद आ रही है. और उसके अनुसार आप अपनी चॉकलेट का निर्माण कर सकते हैं. पिछले एक दशक में चॉकलेट उद्योग में वृद्धि स्थानीय और विश्व स्तर दोनों में काफी हद तक बढ़ी है, और यह एक ऐसा आइटम हैं, जिसकी मांग कभी कम नहीं होती. इसलिए इस व्यापार का भविष्य काफी बेहतरीन हो सकता है. हालाँकि जब आप घर पर चॉकलेट बनाते हैं, तो इस व्यापार में प्रतिस्पर्धा मध्यम है. लेकिन यदि आप इसके लिए अच्छी मार्केटिंग की योजना बनाते हैं, तो इससे आपको अधिक सफलता मिलेगी.

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इस व्यापार को कौन शुरू कर सकता है ? (Who Can Start This Business ?)

कोई भी व्यक्ति जो चॉकलेट खाना एवं इसे बनाना पसंद करता है, तो वह इस व्यापार को शुरू कर सकता है. फिर चाहे वह कोई गृहणी महिला हो, किशोरी हो या कोई वरिष्ठ नागरिक ही क्यों न हो. कोई भी व्यक्ति जो इस व्यापार में रूचि रखता है और इसमें उनका कौशल बेहतरीन हैं, वह सफलता पूर्वक इस व्यवसाय को शुरू कर लाभ कमा सकता है.

 

 

 

 

 

 

आवश्यक लाइसेंस एवं सर्टिफिकेट (Certification and License)

इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए कुछ आवश्यक लाइसेंस एवं सर्टिफिकेट आपके पास होना चाहिए जोकि इस प्रकार है –

  • ट्रेड या व्यापार लाइसेंस :- सबसे आवश्यक है, कि आप एक व्यवसाय लाइसेंस को प्राप्त करें, इसके लिए आपको लोकल ऑथोरिटी से एनओसी करवाना होगा. ताकि इससे आगे कोई परेशानी न हो.
  • कंपनी रजिस्ट्रेशन :- यदि आप इस व्यवसाय को एक कंपनी खोल कर शुरू कर रहे हैं, तो आपको अपनी कंपनी को रजिस्टर करना आवश्यक है, ताकि आपकी कम्पनी कानूनी रूप से सही है, यह प्रदर्शित हो सकें, क्योकि आजकल कई फर्जी कंपनियां बन रही है, जो गैर – कानूनी काम करती है.
  • एफएसएसएआई सर्टिफिकेट :- इसके अलावा यह व्यवसाय चूकी खाद्य उत्पाद का हैं, इसलिए आपको अपने व्यापार के लिए एफएसएसएआई सर्टिफिकेट भी प्राप्त करना होगा. इसके साथ ही इस खाद्य उत्पादों को बनाने के लिए राज्य या देश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा रसोई का निरिक्षण करना आवश्यक है.
  • ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन :- यह रजिस्ट्रेशन हर व्यवसाय को शुरू करने के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योकि इससे आपके लोगो को कोई और अन्य ब्रांड या कंपनी के लोगो के द्वारा कॉपी नहीं किया जा सकेंगा. जिससे ग्राहकों को आप तक पहुँचने में परेशानी नहीं होगी. और उनका विश्वास आप पर बना रहेगा.
  • जीएसटी नंबर :- व्यवसाय शुरू करने से पहले आप अपने व्यवसाय के नाम पर एक चालू खाता अवश्य खोलें, इसके लिए आपके पास जीएसटी नंबर होना भी आवश्यक है.

 

 

 

 

 

प्रशिक्षण (Training)

इस व्यापार के लिए आपको किसी ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में जाने की जरुरत नहीं है. इसके लिए आप घर बैठे इन्टरनेट के माध्यम से गूगल करके सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. गूगल पर आपको इसके लिए विभिन्न स्थान (विडियो, आर्टिकल) मिल जायेंगे, जहाँ से आपको चॉकलेट के बारे में सभी जानकारी मिल जाएगी और आप चॉकलेट बनाने की प्रक्रिया भी यहाँ से सीख सकते हैं. आपको केवल यह ध्यान रखना है, कि आपकी चॉकलेट्स यूनिक बनें और वह स्वाद में भी एकदम उत्तम हो. ताकि वह लोगों को आकर्षित करें और बाजार में आपको इसका लाभ प्राप्त हो सके.

 

 

 

 

 

चॉकलेट बनाने का व्यापार के लिए स्थान (Location for Chocolate Making Business )

इस व्यापार के लिए आपको उपयुक्त स्थान की आवश्यकता होगी, जोकि बाजार, सुपर मार्केट और शौपिंग मॉल हो सकता है. इसके अलावा आप घर बैठे चॉकलेट का निर्माण कर इसे बाजार में रिटेल स्टोर स्थापित करके भी इस व्यापार को शुरू कर सकते हैं.

चॉकलेट बनाने का व्यापार के लिए मशीनरी एवं उपकरण (Machinary and Equipments for Chocolate Making Business)

आपको चॉकलेट का निर्माण करने के लिये निम्न मशीन की आवश्यकता हो सकती है –

  • मेल्टर :- यह मशीन चॉकलेट कंपाउंड को पिघलाने के लिए उपयोग होती है. हालाँकि आप अपने घर पर गैस पर भी डबल बायलर का उपयोग करके इसे पिघला सकते हैं.
  • मिक्सिंग :- आपको इस मशीन से पिघले हुए चॉकलेट कंपाउंड को मिक्स करने में मदद मिलेगी. इसके अलावा आप जो भी सामग्री इसमें डालेंगे, उसे भी यह मशीन मिक्स कर देगी.
  • टेम्परेचर नियंत्रित करना :- आपके द्वारा बनाये हुए चॉकलेट का टेम्परेचर नियंत्रित करने में यह मददगार होगी.
  • रेफ्रीजरेटर :- चॉकलेट्स को जमाने के लिए आपको फ्रिज भी आवश्यकता होगी.

इसके अलावा इस व्यापार के लिए आपको कोई और मशीन की आवश्यकता नहीं होगी. चूकी यह व्यापार घर बैठे शुरू किया जा सकता है, इसलिए इसमें उपयोग होने वाली कुछ मशीनें एवं उपकरण आपके रसोई घर में ही उपलब्ध हो जायेंगे.

 

 

 

 

 

 

चॉकलेट बनाने के लिए कच्चा माल (Raw Material for Chocolate)

चॉकलेट बनाने के लिए आपको निम्न कच्चे माल की आवश्यकता होगी –

  • चॉकलेट कंपाउंड,
  • सिलिकॉन के बने चॉकलेट मोल्ड,
  • स्पैचुला,
  • एसेंस,
  • चॉकलेट को पैक करने के लिए रैपिंग पेपर,
  • पैकेजिंग के लिए आवश्यक सामग्री,
  • चोको चिप्स,
  • नट्स,
  • रंग,
  • फलों का स्वाद,
  • ट्रे एवं
  • ट्रान्सफर शीट आदि.

 

 

 

 

 

 

यह सभी चीजें आपको बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाएगी, इसके अलावा आप इसे ऑनलाइन वेबसाइट्स के माध्यम से भी ऑर्डर देकर खरीद सकते हैं.

 चॉकलेट्स को कहाँ बेच सकते हैं ? (Where to Buy and sell Chocolate ?)

आप अपने बनाये हुए चॉकलेट्स को निम्न homemade chocolate business स्थानों में बेच सकते हैं –

  • आप अपनी चॉकलेट्स को बाजार में रिटेल दुकानों में थोक में बेच सकते हैं, homemade chocolate business जो आपसे ऑर्डर पर चॉकलेट्स बनवा कर उसे खरीदते हैं.
  • इसके अलावा आप अपने आस – homemade chocolate business पास भी अपनी चॉकलेट्स की मार्केटिंग कर खुद की एक रिटेल स्टोर स्थापित कर भी इसे बेच सकते हैं.
  • आप अपने इस व्यापार को बढ़ाने के लिए अपनी चॉकलेट्स homemade chocolate business को ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से भी बेचें. किन्तु इसके लिए आपके पास एक वेबसाइट का होना आवश्यक है.
  • इसके साथ ही आप अपनी वेबसाइट के homemade chocolate business अलावा किसी अन्य प्रतिष्ठित वेबसाइट जैसे अमेज़न,फ्लिपकार्ट आदि के माध्यम से भी homemade chocolate business अपनी चॉकलेट्स बेच कर व्यापार कर सकते हैं.

मार्केटिंग की योजना (Marketing Plan)

आप अपने बनाये हुए चॉकलेट की मार्केटिंग करने के लिए एक मार्केटिंग किट तैयार करें. इसके लिए आपको अपने चॉकलेट्स का कैटलॉग बनाना होगा, जिसमें चॉकलेट्स की कीमत, उसका वीडियो एवं चॉकलेट्स की विशेषताओं के बारे में जानकारी दी हुई होनी चाहिए. आप अपने व्यापार का प्रचार करने के लिए पैम प्लेट्स आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं और ऑनलाइन इसे फेसबुक एवं ट्विटर की मदद से भी बढ़ावा दे सकते हैं.

 

 

 

 

 

 

जोखिम (Level of Risk)

इस व्यापार में बहुत ही कम जोखिम है, chocolate business यानि न के बराबर. अतः आप एक छोटे पैमाने पर इस व्यापार को शुरू करते हैं, chocolate business तो आपको इसमें कोई भी जोखिम नहीं उठाना पड़ेगा. यह एक अच्छा व्यवसाय साबित हो सकता है.

निवेश एवं लाभ (Investment and Profit)

इस व्यापार के लिए आपको बहुत अधिक निवेश करने की आवश्यकता नहीं है, chocolate manufacture क्योंकि इसमें जो भी chocolate business कच्चा माल एवं मशीनरी का उपयोग किया जा रहा हैं, chocolate manufacture वह सभी के लिए आपको कुल 1,00,000 रूपये तक बस खर्च करने पड़ेंगे. और एक बार यह chocolate business व्यवसाय स्थापित हो गया, chocolate manufacture इसके बाद आपको इससे 25 से 45 % तक का लाभ प्राप्त हो सकता हैं. chocolate manufacture इसके लिए आपको अपना 100 % देना होगा, chocolate manufacture ताकि यह व्यवसाय सफल हो और आपको अधिक लाभ प्राप्त हो.

 

 

 

 

 

टीम / स्टाफ (Team Building / Staff)

इस व्यवसाय के लिए आप अकेले पूरी सेना हैं. अर्थात इस व्यापार को आप अकेले भी कर सकते हैं. हालाँकि आप अपनी सहायता के लिए मजदूर को रख सकते हैं, जोकि कुछ एजेंसी के साथ आपका ऑर्डर लाने, ले जाने का काम करने के लिए आपकी मदद कर सकता है.

बच्चों को चॉकलेट्स बहुत पसंद होती है. ऐसे में आप बच्चों को पसंद आने वाली विभिन्न तरह की चॉकलेट्स का निर्माण कर उन्हें आकर्षित कर सकते हैं और अपना व्यवसाय शुरू कर उसे सफल बना सकते हैं.

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Which Best Inkjet Printer for You आपके लिए सबसे अच्छा इंकजेट प्रिंटर

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Printers का इस्तमाल तो आप सभी ने किया ही होगा लेकिन क्या आप जानते हैं की ये 

इंकजेट प्रिंटर क्या है? ये कैसे काम करता है. यदि नहीं तब आज का ये article Inkjet Printer क्या होता है आपके लिए बहुत information होने वाला है. इस article को बीच में skip न करें क्यूंकि इसमें आपको बहुत ही नयी चीज़ों के विषय में जाने को मिल सकता है जिन्हें शायद आप न जानते हो.

 

बीस से तिस वर्षों के पहले, बहुत से लोगों ने ये सोचा था की Computers के आ जाने से Paper का इस्तमाल बिलकुल ही बंद हो जायेगा. यहाँ तक की Xerox company, जिन्होंने की photocopiers को सबसे पहले सन 1960 में हम लोगों के इस्तमाल के लिए लाया था, वो लोग भी इस बात को लेकर बहुत ही ज्यादा परेशान थे क्यूंकि उनका business मुख्य रूप से Paper के इर्दगिर्द ही था. लेकिन आगे चलकर वैसा कुछ भी नहीं हुआ, paper ठीक वैसे ही popular बना जैसे की पहले था, ऐसा इसलिए क्यूंकि जितनी भी technology आ जाये लोगों को कुछ चीज़ें ठीक वैसे ही पसदं है जैसे की पहले थी. ऐसे में Paper भी उन्ही चीज़ों में से एक हैं. ऐसे में बाद Printing करने के तरीकों में काफी बदलाव देखा गया है.

 

Digital Camera और Computers के बढ़ जाने से लोग अभी अपने घरों में ही Printers के मदद से Photos या Documents print कर लेते हैं. और बात अगर Printers की हो तो भला Inkjet Printer कैसे पीछे हो सकता है. वैसे ये उन Printers के प्रकार में से हैं जिन्हें की लोग ज्यादा पसंद करते हैं इस्तमाल करने के लिए. ऐसे में मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों को Inkjet Printer क्या है और कैसे काम करता के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे की आप लोगों इस विषय में पूरी जानकारी प्राप्त हो सके. तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की Inkjet Printer क्या होता है हिंदी में.

अनुक्रम [दिखाएँ]

इंकजेट प्रिंटर क्या है

Inkjet Printer Kya Hai Hindi

Inkjet printers उन printer की category को कहा जाता है जिसमें की printing किया जाता है inkjet technology की मदद से. इस technology में ionized ink को spray किया जाता है paper के ऊपर जैसे की magnetic plate direct करते हैं, जिन्हें printer के माध्यम से fed किया जाता है. चूँकि inkjet printers बहुत ही affordable होते हैं दुसरे type के printers की तुलना में, इसलिए उन्हें commonly इस्तमाल किया जाता है घरों और business printers के हिसाब से. Inkjet printers को simply inkjets भी कहा जाता है

 

Kaise Open Kare Restaurant and Bar कैस ओपन करे रेस्तरां और बारएक inkjet printer में बहुत सी चीज़ें होती है जैसे की एक print head, ink cartridges, paper feed assembly, belt और stabilizer bar इत्यादि. ये Inkjet printers पूर्ण रूप से capable होते हैं high-quality images और high-resolution photos को create करने में जिसमें की vivid colors का इस्तमाल होता है. ये प्राय सभी प्रकार के papers के साथ काम कर सकते हैं, लेकिन high-quality papers में ये सबसे बढ़िया काम करते हैं.

 

Inkjet printing क्या है?

Inkjet printers को आप एक बहुत ही बढ़िया evolution मान सकते हैं dot-matrix printers की. यहाँ metal needles के जगह में, सेकड़ों की मात्रा में tiny guns होते हैं जो की fire करते हैं dots of ink को paper के ऊपर. जो characters ये print करते हैं वो dots से ही बना हुआ होता है, जैसे की एक dot-matrix printer में होता है, लेकिन ये dots इतने छोटे होते हैं की ये हमें दिखाई नहीं पड़ते हैं. अलग अलग प्रकार की inkjet printer fire करते हैं ink को अलग तरीकों में.

 

Petroleum Jelly Production of Hindi & English in full detail पेट्रोलियम जेली उत्पादनजहाँ Canon printers में, ink को fire किया जाता है उन्हें heat कर जिससे की ये explode करता है paper के पास bubbles की आकार में. इसलिए Canon इन printers को sell करता है brand name “Bubble Jet” की मदद से. वहीँ Epson printers थोड़ी अलग ही तरीके से काम करता है. इसमें एक effect का इस्तमाल होता है जिसे की piezoelectricity कहा जाता है. Tiny electric currents जो की controlled होते हैं electronic circuits के द्वारा printer के भीतर, वो miniature crystals को jiggle back और forth होने में सहायक होते हैं, जिससे वो ink की firing कर पाते हैं. आसान शब्दों में आप inkjet printers को सोच सकते हैं एक firing squad nozzles की जो की एक समय में millions of dots की ink को paper में spray कर सकते हैं प्रत्येक second में!

 

इंकजेट प्रिंटर परिभाषा

Flipkart par Money kaise kamate hai ऑनलाइन फ्लिपकार्ट से पैसे कमाएंकैसे ink page तक आती है? इसकी procedure थोड़ी भिन्न होती है एक bubble jet में और एक piezoelectric inkjet.

Bubble jets

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अगर हम Canon Bubble Jet printers की बात करें तब, उसमें कुछ ऐसे होता है :

 

1.  जैसे की instructions प्राप्त होता है computer से, Printer की electronic circuit ये figures out करती है की कौन सी nozzles को fire करना होता है एक particular character को print करने के लिए एक certain point में page में. सेकड़ों की शंख्या में nozzles involve होते हैं एक single character को बनाने के लिए और इनमें से प्रत्येक बहुत ही पतला होता (आप कह सकते हैं की दस nozzles को मिलाने से ये एक इन्सान की चोटी के समान होता है).

 

2.  इसमें circuit activate करता है प्रत्येक nozzles को उनमें एक electric current को pass कर एक छोटे resistor के माध्यम से जो की अन्दर स्तिथ होता है.

 

3.  जब electricity resistors के माध्यम से flow होता है, तब ये उसे heats up कर देता है.

 

4.  Resistor से Heat होने से ये nozzle के भीतर स्तिथ ink को boil करता है जो की immediately उसके next में होता है.

 

5.  जैसे ही ink boil होता है, ये form करता है एक bubble ink vapor की. ये bubble enormously expand करता है और बाद में burst करता है.

 

6.  जब ये bubble pops करता है, तब ये ink को squirt करता है जिसे की ये पकड़ा हुआ होता है उस page के ऊपर और एक precisely dot का formation होता है.

 

7.  ये collapsing bubble create करता है एक partial vacuum nozzle में जो की draw करता है ज्यादा ink पास के ink tank से, और खुद को ready कर लेता है next dot की printing के लिए.

 

8.  इसी बीच entire print head move कर रहा होता है दुसरे side में और ready होता है next character को print करने के लिए.

 

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Piezoelectric Ink Jets

वहीँ एक piezoelectric inkjet की mechanism थोड़ी अलग होती है :

1.  इसमें एक ink tank supply करता है ink dispenser को एक narrow tube के माध्यम से capillary action के द्वारा.

 

2.  Ink की एक droplet tank से wait कर रही होती है tube के very end में.

 

3.  जब ये printer circuit एक ink droplet को fire करना चाहते हैं, तब ये energizes करती है दोनों electrical contacts को जो की attached होते हैं piezoelectric crystal के साथ.

 

4.  इससे energized piezoelectric crystal outward flexes होती है.

 

5.  ये एक membrane के against squash होती है, साथ में ये push भी करती है उसे right side के तरफ.

 

6.  फिर membrane push करती है एक hole के against में ink dispenser में, जिससे वहां उसकी pressure बढ़ जाती है.

 

7.  ये pressure ही उस waiting ink droplet को force करती है tube से paper के तरफ.

 

Inkjet या Ink tank Printer में Best कौन सा है?

Ink Tank Printer in Hindi

ये तो बता पाना की Inkjet या Ink tank printer में से कौन सा best हैं बहुत ही मुस्किल बात है. वहीँ अगर हम performance के हिसाब से देखें तब, इन दोनों में ज्यादा differences नहीं होती हैं.
वहीँ अगर हम इन दोनों की ink cartridges और ink tanks की कीमतों की बात करूँ तब, में कह सकता हूँ की एक refillable ink tank की कीमत ज्यादा होती है ink cartridges की तुलना में. वहीँ catridges बहुत ही जल्द खत्म हो जाता है, ink tanks की तुलना में. साथ में catridges भी कम costly नहीं होते हैं.

इसलिए हम कह सकते हैं की अगर आप printers का इस्तमाल heavy रूप से करते हैं तब आपको ink tank printers का इस्तमाल करना चाहिए, ink jet printers के जगह में. वहीँ अगर आप एक normal user हो जो की ज्यादा इस्तमाल नहीं करता है printers की तब आप ink jet printers का इस्तमाल कर सकते हैं.

 

Inkjet Printer के Main Parts

अगर आपने कभी कोई inkjet printer को open किये होंगे, तब आपको clearly अन्दर के सभी चीज़ें दिखाई पड़ती है, चलिए उन्ही के विषय में जानते हैं :

1. Plastic gears जो की एक electric stepper motor के द्वारा driven होते हैं वो turn करते हैं rollers को जिससे की paper आगे advance करती है printer के माध्यम से.

 

2. एक flexible ribbon cable carry करती है printing instructions को एक electronic circuit में एक printer के अन्दर से moving cartridge तक.

 

3. Inkjet printers में ऐसे circuits होते हैं जो की translate करते हैं instructions को एक computer से, और उसे बदल देते हैं precise movements में एक printhead के. असल में electronic bits और bobs दिखाई नहीं पड़ते हैं. वो एक single, large circuit board होता है printer में जिसमें सभी components को mount किया जाता है, जैसे की control switches, LED display lights, और बहुत से connections उन printer mechanism को power supply को भी.

 

4. Plastic और rubber rollers pinch करते हैं paper को tightly जिससे की ये printer के माध्यम से move करें पूरी absolute precision से.

 

5. एक sturdy metal rail printer head को guide करता है जैसे ये back और forth move कर सकें.

 

6. Spiked wheels जो की printer के front में होते हैं help करते हैं paper को securely grip करने के लिए और साथ में precisely move करने के लिए.

 

7. ये print cartridge print करती है left से right, और इसके साथ वो print information को reverse भी कर सकती है, जिससे वो print करती है backwards right से left. इसे ही bidirectional printing कहते हैं और ये allow करते हैं pages को faster print करने के लिए.

Inkjet Plotter क्या है

Inkjet plotters बहुत ही common type के plotter होते हैं – ये बहुत ही generally available होते हैं और इनकी कीमतें भी बहुत ही कम होती है, और इसमें feature होती है की जिससे ये Picture की color print की जा सकती है बिना की quality के loss की. Technical inkjet plotters में typically एक tri-tonal ink system की feature होती है color printing करने के लिए.

 

ये inkjet plotter image create करते हैं small droplets की ink को spray कर एक paper में. एक बहुत ही popular choice होती है advertising agencies और graphic designers के लिए, क्यूंकि inkjet plotters का ज्यादा इस्तमाल large outputs print करने के लिए इस्तमाल किया जाता है, जैसे की banners और billboards में. ये available होते हैं thermal और piezoelectric models में. जहाँ Thermal inkjet plotters में heat का इस्तमाल किया जाता है ink के droplets को apply करने के लिए, वहीँ piezoelectric plotters charged crystals का इस्तमाल करते हैं ink को apply करने के लिए. Inkjet plotters typically ज्यादा बेहतर quality graphics produce करते हैं दुसरे plotter types की तुलना में.

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