(Mango in Hindi) आम हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसके अंदर समृद्ध मात्रा में मिनिरल, एंटीओक्सिडेंट, विटामिन और कई पोषक तत्व पाए जाते है। अपनी इन्ही विशेषताओं के कारण आम को फलो का राजा भी कहा जाता है। इसके अंदर मौजूद सभी विटामिन और पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते है। इसका स्वाद मीठा होता है, और यह गर्मियों के मौसम में उगता है। आज हम आम के फायदे और इससे जुड़ी जानकारियां विस्तृत रूप से जानेगे। मुझे पूरी आशा है, की आप अगर यह लेख पढ़ लेते है, तो आपको आम की जानकारी पढ़ने के लिए किसी दूसरे लेख को तलाश करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
आम का पेड़ और फल की जानकरी
आम एक प्रकार का रसीला और मीठा फल है, आम का पेड़ एनाकार्डियासीए कुल से सम्बंधित है, और यह मेंगीफेरा का वंशज है, इसका वानस्पतिक नाम मेगीफेरा इंडिका है। अंग्रेजी भाषा में इस फल को “Mango” के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा आम की मूल प्रजाति को भारतीय आम के नाम से जाना जाता है। यह फल भारतीय उपमहाद्वीप का निवासी है।
इसकी सबसे पहली खेती भारतीय उपमहाद्वीप में की गयी थी लेकिन धीरे धीरे यह अन्य सभी देशो में उगाया जाने लगा। लेकिन वर्तमान में भी सबसे ज्यादा आम का उत्पादन भारत देश में ही होता है। आम का फल पाकिस्तान, फ़िलीपीन्स, और भारत में राष्ट्रीय के रूप में माना जाता है। बांग्लादेश में आम का पेड़ को राष्ट्रीय पेड़ माना जाता है।
आम को अलग अलग भाषाओँ में अलग नामो से जाना जाता है। संस्कृत में आम्रः, मलयालम में मान्न, और मैथिली, गुजरती, बंगाली, मराठी, तेलगु जैसी कई अन्य भाषाओँ में इसे “आम” के नाम से जाना जाता है। पुराने समय में लगभग 1498 में पुर्तगाल के लोग केरल मसाला लेने के लिए आते है।
वही से उन्होंने आम के फल और पौधे को भी ले गए, पुर्तगाल के लोग आम को “मांगा” के नाम से बोलते है, 1510 में पहली बार यूरोपीय भाषाओं में इसका नाम इटली भाषा में लिया गया था। पुरे यूरोप में घूमते हुए, आम फ्रांस में पंहुचा, वहां पर पहुंचने के बाद इसके फ्रांसीसी भाषा में बोला जाने लगा।
फ्रांसीसी भाषा से ही इसका नाम अंग्रेजी भाषा में आया, लेकिन आज तक किसी को “ओ” शब्द का उच्चारण पता नहीं है, की आखिर यह शब्द आया कैसे। कुछ विद्य्मानो का यह भी मानना है, की इन सभी भाषाओँ ने इसके अक्षरों को मलयालम भाषा से लिया गया है।
पूरी दुनिया का लगभग 41% आम का उत्पादन भारत देश में होता है। इसके अलावा चीन और थाईलैंड आम के सबसे बड़े उत्पादक देश है। आम का पेड़ सदाबहार पेड़ो की सूचि में आता है। यह हमेशा हरा भरा रहता है। इस पेड़ पर गर्मियों की शुरआत में फूल आना शुरू हो जाते है।
इसके फूलो को मोल या बोर के नाम से भी जाना जाता है। इसके फूल का रंग हल्का हरा रहती है। जैसे जैसे गर्मियां बढ़ना शुरू होती है, इसके ऊपर फल लगना शुरू हो जाते है। फलो का आकर प्रजाति के अनुसार अलग अलग होता है। आमतौर पर फलो का व्यास 2 – 5 तक होता है। फलो का रंग हरा होता है।
जब आम पक जाते है, तो इनका रंग पीला होने लगता है। कुछ प्रजातियों में फलो के पकने के बाद इनका रंग गुलाबी और हल्का हरा होता है, इसकी ऊपरी सतह पर छोटे छोटे दाने के निशान होते है। इसकी पत्तियों का आकर लम्बा होता है, जिनकी लम्बाई लगभग 15 – 35 सेंटिमीटर तक होती है, और चौड़ाई लगभग 6 से 16 सेंटिमीटर तक होती है।
इन पत्तियों का आगे का हिस्सा नुकीला होता है, जो की पौधे की शाखाओं पर एक के बाद एक डंठल के सहारे लगी होती है। इनका रंग गहरा हरा होता है। इसका पेड़ की ऊंचाई लगभग 35 ते 40 मीटर तक होती है। एक अच्छे और स्वस्थ आम के पेड़ की आयु लगभग 80 से 90 साल तक होती है। लेकिन वर्तमान में प्रदुषण के कारण सभी पेड़-पोधो की आयु कम होती जा रही है।
भारतीय आम की प्रमुख किस्में –
वार्षिक किस्में | साल के बिच में | मध्य ऋतु किस्में | मौसम की समाप्ति पर | कभी-कभार फलने वाले |
सफ्दर पसंद | समार्बेहिस्त/चोवसा | बाँगनपलल्य/बनेशन/छपती | सफेदा लखनऊ | नीलम |
सुवर्णरेखा | वनरज | आम्रपाली | फजली | मुलगोआ |
तोतापरी | चौसा | अलंपुर बानेशन | ||
लंगडा | रूमानि | गुलाब ख़ास | ||
बंबइया | दशहरी/दशहरी अमन/निराली अमन | |||
मालदा | अल्फोंसो/बादामी | |||
सुन्दरी | गुंदू/आप्पस/खडेर’ | |||
राजापुरी | बंगलोरा/तोटपुरी | |||
पैरी | कॉल्लेक़्टीओं/किली-मुक्कु | |||
सुन्दरजा | ज़ार्दालू | |||
बादाम |
आम खाने के फायदे और नुक्सान
आम के बारे में तो सभी को पता है, यह एक मीठा और रसीला फल है। सभी को गर्मियों के मौसम में आम खाना पसंद होता है। आम का नाम सुनते ही हमारे में एक अलग ही स्वाद आता है। इसके अंदर कई ऐसे गुण पाए जाते है। जो की हमारे शरीर के स्वस्थ के लिए बहुत लाभदायक होते है। ऐसे ही कुछ आम के फायदों के बारे में आज हम जंगेगे।
आम खाने के फायदें
आम हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता हैं, इसके विटामिन ए, विटामिन सी, और फाइबर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते है। इसके अंदर साईट्रिक एसिड नमक एक योगिक पाया जाता है, जो की पाचन क्रिया को स्वास्व्थ रखता है। जिसकी वजह से हमारा पेट स्वस्थ रहता है। अगर आप आम के मौसम में प्रतिदिन एक आम खाते है, तो आपको कई बिमारियों से बच सकते है, तो चलिए आम खाने के फायदे और इसके अंदर पाए जाने वाले पोषक तत्व किस किस कमी को पूरा करते है, जानते विस्तृत रूप से –
1. आम बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता
हमारा शरीर तब तक स्वस्थ रहता है, जब तक शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहती है। इससे छोटी मोटी बीमारियां तो कभी भी पास नहीं आती है। अगर हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, तो इससे हमें हलकी सी धुल मिटटी या फिर मौसम के बदलाब के कारण भी संक्रमण का शिकार हो सकते है।
आम के अंदर विटामिन सी समृद्ध मात्रा में पाया जाता है, जो की हमारे शरीर को एलर्जी जैसी कई समस्याओं से बचाता है। इसके अलावा यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। जो की संक्रमण से लड़ने में बहुत मदद करता है। अक्सर फिट रहने वाले लोग आम का जूस और शेक पीना पसंद करते है।
2. आँखों के लिए आम खाने के फायदें
शरीर का सबसे महत्पूर्ण अंगो में से एक आंख है, इसका सबसे बेहतर तरीके से ख्याल रखना बहुत जरुरी होता है। धीरे धीरे हमारी उम्र के साथ साथ आँखों की रौशनी कम होने लगती है। उम्र के साथ साथ आँखों की रौशनी का कम होना एक सामान्य बात है। लेकिन अगर यह कम उम्र में होना शुरू हो जाएँ, तो इसका सीधा अर्थ होता है, शरीर में पोषक तत्वों और विटामिनो की कमी। हमारी आँखों की रौशनी विटामिन ए की कमी के कारण होती है।
इन सबसे छुटकारा पाने के लिए आपको अपनी दिनचर्या में आम का सेवन जरूर करना चाहिए। इसके अलावा आँखों को स्वस्थ रखने के लिए दो प्रमुख कैरोटेनॉइड: ल्यूटिन और जियाजैंथिन की जरुरत होती है। जियाजैंथिन आम के अंदर समृद्ध मात्रा में पाया जाता है। कुछ डॉक्टरों का ऐसा मानना भी है, की अगर शरीर में जियाजैंथिन की कमी नहीं होती है, तो हमारी आँखों की रौशनी उम्र के बढ़ने के बाबजूद भी सही सलामत रहती है।
3. बालों को स्वस्थ बनायें आम के फायदे
बाल हमारे शरीर के आभूषणों में से एक है। अगर हमारे सिर पर बाल कम होने लगते है, तो इससे हमारी उम्र ज्यादा लगने लगती है। अगर आपके बाल लम्बे है, और स्वस्थ नहीं है, तो वह बहुत रूखे और बेजान दिखाई देते है। वैसे तो हम कई प्रकार के शेम्पू और कंडीशनर बालो को स्वस्थ रखने के लिए इस्तेमाल करते है।
लेकिन इन सबसे ज्यादा जरुरी होता है, की हम अपनी दिनचर्या में आहार किस प्रकार का ले रहें है। अगर आप अपने बालो को चमकदार, घना और स्वस्थ बनाना चाहते है, तो आपको अपने आहार या दिनचर्या में आम का सेवन शुरू कर देना चाहिए। इसके अंदर प्रचुर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। जो शरीर में कोलेजन की मात्रा को बढ़ाता है। इसके अलावा इसके अंदर कई ऐसे पौष्टिक तत्व पाए जाते है, जो हमारे बालों के लिए फायदेमंद होते है।
4. आम खाने से कोलेस्ट्रॉल होगा नियंत्रित
आम का सेवन करने से केलोस्ट्रोल नियंत्रित रहता है। इसके अंदर मौजूद न्यूट्रासिटिकल शरीर में केलोस्ट्रोल की मात्रा को कम करता है। यह आपके शरीर से ख़राब केलोस्ट्रोल को कम कर एक बेहतर और अच्छा केलोस्ट्रोल बढ़ाने में सहायक होता है।
5. वजन कम करने के लिए आम के फायदे
वर्तमान समय में सभी लोग अपने बढ़ते वजन को लेकर बहुत परेशान होते है। और वजन कम करने के लिए व्यायाम और योग करते है। लेकिन इन सबके अलावा भी कई चीजों का ध्यान देना पड़ता है। अगर आप प्रत्येक दिन व्यायाम करते है, और अपने आहार पर ध्यान नहीं देते है, तो इससे आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
अगर आप वजन घटना चाहते है, तो इसके लिए आम का फल भी बहुत लाभदायक होता है। इसके अंदर प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो की वजन कम करने में बहुत ही सहायक होता है। कुछ अध्ययन के मुताबिक ऐसा पता चला है, की सब्जियों में पाया जाने वाला फाइबर वजन कम करने में सहायक होता है। आपको अपनी दिनचर्या के आहार में आम का सेवन करना चाहिए।
6. हृदय को स्वस्थ बनाये आम के फायदे
मानव शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग हृदय होता है। अगर हमारा हृदय स्वस्थ है, तो हमारा पूरा शरीर स्वस्थ रहता है। अगर आपने शरीर को स्वस्थ रखना चाहते है, तो आपने दिनचर्या के आहार में आम को मिलाना चाहिए। आप आम के मौसम में इसका नियमित रूप से एक नियंत्रित मात्रा में सेवन करें यह आपके ह्रदय के लिए बहुत ही उपयोगी होता है। इसके अंदर पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर को दिल सम्बन्धी बिमारियों से बचाते है।
7. पाचन तंत्र को मजबूत रखें आम के फायदे
आम के अंदर लैक्सेटिव नामक गुण पाया जाता है, जो की हमारे पेट को साफ़ रखने में मदद करता है। अगर आप पेट सम्बन्धी बिमारियों से परेशान रहते है, और आपकी पाचन क्रिया कमजोर है, तो आपको आम का सेवन करना चाहिए। इसके अंदर कई पोषक तत्वों के अलावा फाइबर भी पाया जाता है। फाइबर हमारे शरीर की पाचन क्रिया को मजबूत करता है। जिसकी वजह से पेट में कब्ज नहीं होती है, और पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है।
8. आम खाने के फायदे हड्डियों को रखे स्वस्थ
आम हमारे शरीर की हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके अंदर प्रचुर मात्रा में विटामिन-ए और विटामिन सी पाया जाता है। इसके अलावा इसके ल्यूपॉल नामक एक गुण होता है, जो की गठिया के रोग को रोकने में मदद करता है। साथ ही आम के अंदर कुछ मात्रा में कैल्शियम भी पाया जाता है। कैल्शियम हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत रखने में सहायक होता है। आपको आम के मौसम में आम का सेवन जरूर करना चाहिए।
9. त्वचा के लिए लाभदायक आम का फल
वर्तमान में प्रदुषण के चलते जब भी हम घर से बहार निकलते है, तो हमारी त्वचा को सबसे ज्यादा नुक्सान होता है। धीरे धीरे हमारी त्वचा की चमक जाने लगती है, और यह झुलसी हुई और बेजान नजर आती है। त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए हमें फलो का सेवन करना चाहिए।लेकिन अगर आप आम का सेवन करते है, तो यह अन्य कई फलो से ज्यादा हमारी त्वचा को स्वस्थ रखने में मददगार होता है।
आम से बने कई प्रोडक्ट बाजार में उपलब्ध है, जो की हमारी त्वचा को सूरज की यु वी किरणों से बचाते है। इसके अलावा आम के अंदर बीटा-कैरोटीन और विटामिन-ए समृद्ध मात्रा में होते है। कुछ संसोधन से पता चला है, की बीटा-कैरोटीन हमारी त्वचा को पराबैंगनी किरणों से बचने में बहुत मददगार होता है।
इसके अलावा विटामिन-ए त्वचा को नमी प्रदान करता है, और इससे हमारी त्वचा तेलीय नहीं रहती है। आम का सेवन आपके चेहरे पर होने वाली झाइयों के असर को कम कर सकता है। गर्मियों के मौसम में आपको आम खाना शुरू कर देना चाहिए। आम खाने से पहले एक बात का हमेशा ध्यान रखें। हमेशा एक नियंत्रित मात्रा में ही खाएं, वरना ज्यादा आम स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक भी हो सकते है।
10. आम का जूस पीने के फायदे
आम का जूस शरीर में ताजगी और एनर्जी प्रदान करता है। अगर आप गर्मियों के दिनों में आम का जूस पीते है, तो यह आपके चेहरे और शरीर की त्वचा के लिए लाभदायक होता है। इसके जूस में पाए जाने वाले एंटी ऑक्ससिडेंट गुण गर्मियों में होने वाले स्ट्रोक से बचाब करते है। इसके अलावा इसके पत्तो का चूर्ण डायबटीज के रोग में लाभदायक होता है।
आम का उपयोग
- आम गर्मियों खाना चाहिए, यह हमारे स्वस्थ के लिए बहुत लाभदायक होता है।
- पका हुआ आम लेकर अच्छे से धोकर भी खा सकते है।
- आप अगर आम का फल ऐसे नहीं खाना चाहते है, तो आप इसका जूस, और शेक बनाकर पी सकते है।
- आम और अन्य कई सामग्रियों को मिलकर आप इसकी आइसक्रीम बनाकर भी खा सकते है, जो की खाने मैं बहुत स्वादिष्ट होती है।
- आम का उपयोग आचार, जेम और इसकी स्मूदी का इस्तेमाल केक बनाने के लिए भी किया जाता है।
- घरो में कच्चे आम का उपयोग अमचूर का पाउडर बनाने के लिए भी किया जाता है।
- गर्मियों के मौसम जब आम कच्चे होते है, तो कई लोग इसकी चटनी और सब्जी बनाकर भी खाते है।
आम खाने के नुकसान
1. प्रत्येक फल को खाने के कई फायदे होते है, लेकिन हम किसी चीज को जरुरत से ज्यादा सेवन करते है, तो वह हमारे स्वस्थ के लिए नुकसानदायक होती है। आपको बताते है, आम के कुछ नुक्सान आप जब भी आम खाएं इन बातों का हमेशा ध्यान रखें।
2. कभी कभी आम के सेवन से हमारे पेट में कब्ज की जैसी समस्यां बन जाती है, जिसके कारण उलटी और जी मितलाने जैसी समस्यां का सामना करना पड़ सकता है।
3. कच्चे आम में कुछ ऐसे गुण पाए जाते है, जिनसे की हमारे पेट में दर्द या फिर गैस बनना शुरू हो जाते है। इसलिए कच्चे आम का सेवन ज्यादा नहीं करना चाहिए।
4. अगर आपको गर्म चीजों से समस्यां होती है, तो आप को आम के सेवन से हमेशा बचना चाहिए। क्योकिं इसकी तासीर गर्म होती है, और यह आपके शरीर में गर्मी पैदा कर सकता है।
5. आम को हमेशा अच्छे से धोकर और साफ़ करके खाना चाहिए। अगर आप आम को उसका ऊपर का चीप निकले बिना खाते है, तो आपको गले में खराश या फिर एलर्जी जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको पहले से किसी तरह की समस्यां है, तो कभी भी आम को डॉक्टर के पूछे बिना ना खाएं।
6. आम के अंदर शुगर की मात्रा पायी जाती है, इसलिए ऐसे लोगो को आम का सेवन नहीं करना चाहिए, जिन लोगो डायबटीज की समस्यां है।
7. अगर आपको कच्चा आम खाना पसंद है, तो आप कच्चे आम खाने के बाद कभी भी दूध का सेवन ना करें। इससे आपको परेशानी हो सकती है।
8. केमिकल द्वारा पकाएं गए आम शरीर के लिए नुकसानदायक होते है। अगर आप बाजार से आम लेकर आएं है, तो पहले उन्हें लगभग एक घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें, उसके बाद इन आम का सेवन करें।
इस लेख में आम खाने के नुक्सान बताकर आपको डरने का हमारा कोई उदेश्शय नहीं है। लेकिन हम सिर्फ आपको बताना चाहते है, की आपको हमेशा आम को सही तरीके से खाना चाहिए। अगर आप सही तरीके से किसी भी फल का सेवन करते है, तो यह आपके शरीर के लिये बहुत फायदेमंद होता है। आम फलो का राजा है, जो की अपने कई स्वास्थ्यवर्धकगुणों के लिए जाना जाता है।
आम की खेती के बारे में जानकारी
आम की खेती के लिए रेतीली या फिर दोमट मिटटी की आवश्यकता होती है, इसके अलावा अगर आपके पास पथरीली और बलुई मिटटी को छोड़कर कैसी भी मिटटी है, तो आप बहुत आसानी से आम की खेती कर सकते है। अगर इसके मौसम और जलवायु की बात की जाएँ, तो यह उष्ण एव समशीतोष्ण दोनों ही तरह की जलवायु में यह बहुत अच्छी तरह से बढ़वार करते है। आम के पेड़ो को लगभग 23 से 26 डिग्री सेंटीग्रेट तापमान की आवश्यकता होती है। इस तरह के मौसम में यह अच्छे फल प्रदान करते है।
आम की खेती करने से पहले हमेशा अच्छी और उन्नतशील प्रजातियों का चुनाव करना बहुत जरुरी होता है। भारतीय आम की उन्नतशील प्रजातियां कुछ इस प्रकार है- तोतापरी, चौसा, दशहरी, नीलम, वनराज, फजरी, बाम्बे ग्रीन, सुवर्णरेखा, अलफांसो, किशनभोग, लगडा, और हिमसागर प्रमुख है।
आम के पेड़ो को लगाने का सबसे अच्छा समय भारतीय मौसम के अनुसार बरसात का माना गया है। भारत के कुछ हिस्से ऐसे भी हैं, जहाँ पर बारिश बहुत अधिक होती है। इन इलाको में आम के पेड़ो को मानसून के अंत में लगाना चाहिए। पेड़ो को लगाने से पहले लगभग 50 सेंटीमीटर के व्यास में एक मीटर गहरा गड्डा खोदना चाहिए।
इसके बाद इन सभी गड्डो में लगभग 25 से 30 किलो गोबर की पुरानी खाद डालनी चाहिए। गड्डो की दुरी पौधे की प्रजाति के अनुसार रखें। कुछ पौधे बहुत कम जगह में फैलते है। अगर आपके पोधो की प्रजाति ज्यादा फैलने वाली है, तो गड्डो के बिच में लगभग 10 से 12 मीटर का फैसला रखने। जब पौधे बड़े होंगे, तो इनकी बढ़वार पर किसी भी तरह का प्रभाव नहीं पड़ेगा।
आम के पेड़ो को उगाने के लिए इसके बीजो का बीजो का उपयोग किया जाता है। जिन्हे हम सामान्य भाषा में आम की गुठली कहते है। इसके पोधो को उगने के लिए इसकी गुठलियों को जून-जुलाई के महीनो में एक बेहतर विधि द्वारा उगाया जाता है। इसके बाद जब पौधे बड़े हो जाते है, तो इनके ऊपर अलग अलग उन्नतशील प्रजाति के पोधो की ग्राफ्टिंग की जाती है। आम के सबसे अच्छे किस्म के पोधो को साफ्टवुड ग्राफ्टिंग विधि द्वारा तैयार किया जाता है।
आम के पेड़ो को खाद कब देना चाहिए? जब तक आपके सभी पेड़ लगभग दस साल के नहीं हो जाते, तब तक प्रति वर्ष जुलाई से अगस्त के दौरान पेड़ो के चारो और कुछ दुरी पर नाली बनाकर उसमे लगभग 25 से 30 किलोग्राम और अन्य कृषि वैज्ञानिको द्वारा सुझाये गए उर्वरक का इस्तेमाल करना चाहिए।
आम के पेड़ो को पानी कब देना चाहिए? जब आपके आम के पौधे एक से दो वर्ष के हो तो आवश्यकता अनुसार प्रत्येक सफ्ताह में उन्हें पानी देना चाहिए। जैसे ही धीरे धीरे यह बढ़ने लगते है, तो इन्हे पानी की कम आवश्यकता पड़ने लगती है। जब पौधे 5 से 6 साल के हो जाएँ, तो इन्हे इनकी आवश्यकता अनुसार महीने में तीन बार सिचाई करनी चाहिए।
इसके बाद जब सभी पेड़ो पर फूल आना शुरू हो जाएँ, तो एक इनकी सिचाई करनी चाहिए। अगली सिचाई जब आम का आकर लगभग इंच की गोलाई का हो जाएँ, तो करनी चाहिए। इसके बाद आखिरी सिचाई जब फल पूरी तरह से बढ़ जाएँ तब करनी चाहिए।
आम के पेड़ो को स्वस्थ रखने के लिए बागो की निराई गुड़ाई साल में दो बार होनी बहुत जरुरी है। बाग़ में अगर हो सके तो ट्रेक्टर से जुताई करनी चाहिए। इससे मिटटी उपजाऊ होती है, और कई तरह के रोगो से भी पोधो को बचाया जा सकता है।
कई बार आम के पौधे पर जब फूल आता है, तो इसके ऊपर रोग लग जाता है। जिसकी वजह से सारा फूल पौधे से गिरने लगता है। ऐसी दशा में आपको किसी कृषि वैज्ञानिक की सलाह लेनी चाहिए। इसके लिए आप अपने नजदीकी कृषि केंद्र में भी जा सकते है।
आम के फलो को किस समय और कैसे तोड़ना चाहिए? आम की फसल को जुलाई और अगस्त महीने में तोड़ना चाहिए, लेकिन तोड़ते समय मौसम का हमेशा ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा आम को हमेशा डंठल के साथ तोड़ना चाहिए। अगर बिना डंठल का आम पेड़ से तोड़ते है, तो उसमे रोग लगने का खतरा बना रहता है।
फलो को हमेशा सावधानी से तोड़ना चाहिए, जिससे की उन्हें किसी भी प्रकार की खरोच या चोट ना आये। अगर फल को कही पर भी जरा सी खरोच आती है, तो वह वहां से ख़राब होना शुरू हो जाता है। फलो को तोड़ने के बाद इन्हे मिटटी से दूर रखने। क्योकिं यह मिटटी के संपर्क में आने से ख़राब होना शुरू हो जाते है।
अगर आम के बाग़ की अच्छी तरह से देखभाल की जाएँ, तो प्रतियेक पेड़ से लगभग 180 से 200 किलोग्राम तक फल प्राप्त किये जा सकते है। लेकिन यह संख्या आम की प्रजाति पर निर्भर करती है। बड़े आम की प्रजाति में यह इससे ज्यादा उपज भी हो सकती है।