यूपी के एक व्यक्ति ने गोबर से लकड़ी बनाने की मशीन बनाई, और सुनिश्चित की 80,000 रूपये प्रतिमाह की आमदनी, जानिए पूरी कहानीदोस्तों क्या आप जानते हैं wood making कि कोई भी व्यक्ति सफल तब होता हैं जब वह अपना कार्य पूर्ण ईमानदारी, मेहनत एवं लग्न से करता है. लेकिन कई बार कुछ आर्थिक कमी एवं अन्य परेशानियों के चलते भी वह सफल नहीं हो पाता है. wood cutting machine आज हम इस लेख में आपको यूपी के एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बता रहे हैं, जिसके पास कोई पैसे नहीं थे, फिर भी उसने केवल यूट्यूब पर वीडियो देखकर अपना भविष्य बेहतर बना लिया. ऐसे व्यक्ति का नाम है सुखदेव सिंह. इन्होने अपने जीवन की सफलता एवं उपलब्धि की कहानी बयाँ की, जिसे हम इस लेख के माध्यम से आप तक पहुंचा रहे हैं.

कौन हैं सुखदेव सिंह

सुखदेव सिंह उत्तरप्रदेश के मवाना में रहने वाले एक 67 वर्ष के व्यवसायी हैं जिनका मानना है, wood cutting machine कि किसी भी मशीन या उपकरण को जरुरी नहीं हैं कि एक इंजिनियर ही बना सकता है. wood making इसे थोड़ी सी रिसर्च और मेहनत के साथ कोई भी व्यक्ति बना सकता है. wood cutting machine और यदि इससे हजारों लोगों को लाभ प्राप्त हो सकता हैं wood cutting machine तो इसे उस व्यक्ति को जरुर बनाना चाहिए. कृषि पर आधारित विशेष तकनीक में सुखदेव सिंह विशेष तौर पर रुचि रखते हैं.

उत्तरप्रदेश कुक्कुट पालन कर्ज योजना से मुर्गी पालकों को सब्सिडी पर लोन मिलता हैं, wood making आवेदन करने के लिए यहाँ क्लिक करें.

सुखदेव सिंह जी के सफलता की कहानी

यूपी के रहने वाले सुखदेव सिंह जी एक छोटे से गांव में रहते हैं, wood making वे चाहते थे कि वे बहुत पैसा कमायें, लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण वे किसी व्यवसाय को शुरू कर पाने में असमर्थ थे. wood cutting machine इसी वजह से उन्होंने उच्च शिक्षा भी हासिल नहीं की. wood making वे पेशे से एक इंजिनियर बनना चाहते थे, लेकिन बेहतर wood making शिक्षा एवं पूंजी नहीं होने की वजह से वे ऐसा नहीं कर पायें. लेकिन उन्होंने अपनी यह सोच बनाई कि जरुरी नहीं हैं कि एक इंजिनियर बनकर ही किसी मशीन या उपकरण का निर्माण किया जा सकता हैं. wood making बल्कि इसे अपनी मेहनत, लग्न एवं अपने इन्नोवेटिव आइडियाज से कोई भी व्यक्ति कर सकता है. wood making और उन्होंने खुद की कृषि आधारिक तकनीक एवं इंटरनेट के माध्यम से मशीन एवं उपकरण बनाने के बारे में रिसर्च करना शुरू किया.

 

 

 

 

 

 

सुखदेव सिंह जी ने यूट्यूबपर एक वीडियो देखा जिसमें उन्होंने देखा कि गाय का गोबर जिसे लोग कचरा समझते हैं, उससे ऐसी लकड़ी भी बन सकती है. जो विभिन्न उपयोग में आती हैं. और इससे हमारे पर्यावरण को भी काफी लाभ पहुँच सकता हैं. तो बस सुखदेव सिंह जी ने इससे प्रेरणा ली, एवं इस पर उन्होंने और रिसर्च करनी शुरू कर दी. रिसर्च करते – करते उन्होंने गोबर से लकड़ी बनाने की अनोखी मशीन का निर्माण कर दिया. हालांकि शुरुआत में बनाये गए मॉडल में इन्होने गियरबॉक्स नहीं लगाया था, लेकिन जब उन्होंने इसकी टेस्टिंग की तो इसमें कुछ संशोधन किया. और इसमें फिर उन्होंने 5 एचपी की इलेक्ट्रिक मोटर एवं साथ में गियरबॉक्स दोनों लगायें. फिर जाकर उनकी गोबर से लकड़ी बनाने की मशीन सफलतापूर्वक बनी. इस कार्य में उनकी टीम ने भी उनका साथ दिया था.   

इस मशीन के माध्यम से सुखदेव सिंह जी ने गोबर से लकड़ियाँ बनाई और फिर इसका व्यवसाय भी शुरू किया. आज उनकी मेरठ के पास में खुद की एक फैक्ट्री भी है, इस फैक्ट्री में वे कृषि उपकरण से संबंधित निर्माण कार्य करते हैं. उनकी कृषि आधारिक तकनीक में इतनी रूचि हैं, कि इसमें होने वाली विभिन्न तरह की खोज के बारे में अक्सर वे जानकारी हासिल करते रहते हैं. इस तरह से ऐसी सोच रखने वाले सुखदेव सिंह जी ने सफलता हासिल की.

केवल 20 % भुगतान कर केंद्र सरकार की सीएचसी फार्म मशीनरी योजना का लाभ उठाने के लिए यहाँ क्लिक करें.

 

 

 

 

 

कैसे बनती हैं मशीन में गोबर की लकड़ी

सुखदेव सिंह जी ने एक मीडिया रिपोर्ट में अपनी सफलता की कहानी बयाँ करते हुए गोबर से लकड़ी बनाने की प्रक्रिया भी बताई जोकि इस प्रकार हैं –

  • सुखदेव सिंह जी ने बताया कि सबसे पहले गाय के गोबर को धूप में रखकर कुछ देर सुखाया जाता है, ताकि उसमें जो भी नमी हैं वह खत्म हो जाये. और गोबर मिट्टी की तरह हो जाये.
  • इसके बाद इसे लकड़ी का आकर देने के लिए इनलेट में डाला जाता है, हालांकि आवश्यकता के अनुसार यह आकार कुछ भी हो सकता हैं. लेकिन इनलेट का निर्माण सुखदेव जी ने ही किया है, जिसमें उन्होंने गोल एवं बेलन जैसा आकार बनाया है.
  • इसमें स्क्रू मैकेनिस्म भी हैं जिससे कच्चा माल यानि की गोबर दिए हुए सांचे में ढाला जाता है. और इसके बाद गोबर से बनाई गई इस लकड़ी को मशीन से निकाल दिया जाता हैं.
  • बाहर निकालने के बाद इसे कुछ देर धूप में सुखाया जाता हैं ताकि इसकी गंध पूरी तरह से उड़ जाये, और इसमें जो भी नमी हैं वह भी खत्म हो जाये.
  • जब यह अच्छी तरह से कड़क सूख जाती हैं तो इसमें मजबूती भी आ जाती हैं. इस मशीन के माध्यम से लगभग 3 फीट की गोबर की लकड़ी बना सकते हैं और वो भी सिर्फ 1 मिनट के अंदर.

 

 

 

 

 

गोबर की लकड़ी का उपयोग

सुखदेव सिंह जी कहते हैं कि गोबर से बनाई गई लकड़ी एक इको – फ्रेंडली इनोवेशन हैं, जिसका उपयोग कई चीजों में किया जाता हैं. जैसे विभिन्न अवसर पर आग जलाने के लिए. शहरों में रहने वाले लोग इसका उपयोग करना कम पसंद करते हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग आग जलाने के लिए इसका ही अक्सर इस्तेमाल करते हैं. वैसे आपको बता दें कि इसका इस्तेमाल करना ज्यादा अच्छा हैं क्योकि यह गोबर से बनी हैं इसलिए यह अंदर से खोखली होती हैं. जिससे यह आग जल्दी पकड़ लेती हैं. और आग जलाने के लिए ज्यादा मसक्कत भी नहीं करनी पड़ती है. आग जल्दी लग जाने की वजह से ओक्सीजन अच्छे से पास हो जाती हैं जिसके कारण इससे धुँआ भी ज्यादा नहीं होता है.

शहर जाने वाले ग्रामीण युवा शुरू कर सकते हैं गांव में रहकर ये व्यवसाय, आइडियाज जानने के लिए यहाँ क्लिक करें.

गोबर की लकड़ी बनाने की मशीन की कीमत

इस मशीन की कीमत 80 हजार रूपये हैं जिसमें जीएसटीभी शामिल है. यदि कोई व्यक्ति को गोबर से लकड़ी बनाने का व्यवसाय शुरू करना हैं, तो उन्हें एक बार निवेश करके ये मशीन खरीद लेनी होगी. इसके बाद उन्हें आगे जाकर कुछ भी भुगतान नहीं करना हैं उन्हें केवल इनकम ही होती रहेगी.  

 

 

 

 

 

गोबर की लकड़ी के व्यवसाय से होने वाला लाभ एवं मुनाफा

गोबर से बनाई जाने वाली लकड़ी से मुख्य रूप से पर्यावरण को लाभ पहुँचता हैं hand wood cutting machine क्योकि गाय से निकलने वाला गोबर रुपी कचरा का लोग अक्सर इस्तेमाल नहीं करते हैं. किन्तु इस तकनीक से गोबर के कचरे की भी व्यवस्था हो जाती है hand wood cutting machine और इससे बनने वाली लकड़ी की भी व्यवस्था हो जाती है. hand wood cutting machine गाय का गोबर आसानी से उपलब्ध हो जाता हैं hand wood cutting machine इसलिए आप गोबर की लकड़ी बनाने की मशीन स्थापित करके गोबर की लकड़ी को थोक में बेचने का व्यवसाय भी करके दोगुना मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं. इस व्यवसाय से आपकी प्रतिमाह 80 हजार रूपये तक की कमाई हो सकती है.

कम निवेश में रिसाइकिलिंग व्यवसाय के तरीके जानने के लिए यहाँ क्लिक करें.

 

 

 

 

 

अतः जिस तरह से गाय के दूध से डेयरी फार्म का व्यवसाय किया जाता हैं wood cutting machine price और इससे लोगों को काफी मुनाफा होता हैं, wood cutting machine price ठीक उसी तरह गाय से निकलने वाला अपशिष्ट wood cutting machine price भी इस मशीन की सहायता से उपयोगी बन सकता हैं. यूपी के सुखदेव सिंह जी ने इसके बारे में बताते हुए ही अपनी पूरी सफलता की कहानी बताई जिससे हजारों लोग प्रेरित हो रहे हैं. wood cutting machine price और खुद का इसी तरह का व्यवसाय शुरू कर लाभ कमा रहे हैं. यदि आप भी इस कहानी से प्रेरित हुए हैं, तो आपके लिए भी यह पैसा कमाने का बहुत अच्छा अवसर साबित हो सकता है.

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here